बाइबल असल में क्या सिखाती है? के अध्ययन का आनंद लीजिए
“परमेश्वर की आज्ञा मानना” ज़िला अधिवेशनों की एक खासियत थी, बाइबल असल में क्या सिखाती है? किताब का रिलीज़ किया जाना, जिसे पाकर हम बेहद खुश हुए थे। आनेवाले दिनों में हम प्रचार में इस किताब का ज़्यादा-से-ज़्यादा इस्तेमाल करेंगे, खासकर बाइबल अध्ययन चलाने के लिए। इसलिए हमें इस नयी किताब से अच्छी तरह वाकिफ होने की ज़रूरत है। और यह हमारे लिए मुमकिन भी है, क्योंकि अप्रैल 17, 2006 के हफ्ते से हम कलीसिया पुस्तक अध्ययन में इसी किताब का अध्ययन करनेवाले हैं।
2 सबसे पहले कलीसिया पुस्तक अध्ययन अध्यक्ष, हर अध्याय के शुरू में दिए सवालों की ओर सबका ध्यान खींचेगा। इसके बाद, पेज के आखिर में दिए सवाल पूछकर अध्ययन चलाया जाएगा। खास आयतों को पढ़कर उन पर चर्चा की जाएगी। हर अध्याय के आखिर में दिए बक्स “बाइबल यह सिखाती है” में शुरूआती सवालों के जवाब बाइबल से दिए गए हैं। इसलिए यह बक्स अध्याय के अहम मुद्दों को दोहराने में मदद देगा। जवाब देने में आपको भी मज़ा आएगा क्योंकि इस किताब में बातों को एकदम साफ, सरल और दिलचस्प तरीके से समझाया गया है।
3 किताब में अतिरिक्त लेख भी है जो अलग-अलग विषयों पर ब्यौरेदार जानकारी देता है। जब बाइबल विद्यार्थियों को किसी विषय पर ज़्यादा जानकारी देना ज़रूरी होता है, तो हम इसकी मदद ले सकते हैं। कुछ मौकों पर, कलीसिया पुस्तक अध्ययन में इस अतिरिक्त लेख के कुछ भागों पर भी चर्चा की जाएगी। अध्याय पढ़नेवाला भाई अतिरिक्त लेख के भाग को भी पढ़ेगा। जो भाग लंबे हैं, उन्हें छोटे-छोटे हिस्सों में बाँटकर पढ़ा जा सकता है। अतिरिक्त लेख में कोई सवाल नहीं हैं। मगर अध्यक्ष, ऐसे सवाल पूछ सकता है, जिससे वह खास मुद्दों को उभार सके।
4 कलीसिया पुस्तक अध्ययन में बाइबल सिखाती है किताब का अध्ययन तेज़ी से चलाया जाएगा। मगर बाइबल विद्यार्थियों के साथ इसी रफ्तार से अध्ययन चलाने की ज़रूरत नहीं, खासकर उनके साथ जिन्हें बाइबल का ज्ञान बहुत कम है या बिलकुल नहीं है। (प्रेरि. 26:28, 29) उन्हें सिखाते वक्त हमें आयतों की बारीकी से चर्चा करनी होगी, तसवीर की तरफ उनका ध्यान खींचना होगा और मिसालें और दूसरी बातें खुलकर समझानी होंगी। तो ठान लीजिए कि आप बाइबल असल में क्या सिखाती है? किताब के अध्ययन के लिए हर हफ्ते हाज़िर होंगे और उसमें पूरी तरह से हिस्सा लेंगे।