घोषणाएँ
◼ जुलाई और अगस्त के लिए साहित्य पेशकश: नीचे दिए 32-पेज के ब्रोशरों में से कोई भी दिया जा सकता है: अनन्त काल तक पृथ्वी पर जीवन का आनन्द लीजिए!, क्या आपको त्रियेक में विश्वास करना चाहिए?, क्या परमेश्वर वास्तव में हमारी परवाह करता है?, जब आपका कोई अपना मर जाए, जागते रहो!, जीवन का उद्देश्य क्या है?—आप इसे कैसे पा सकते हैं?, “देख! मैं सब कुछ नया कर देता हूँ,” मरने पर हमारा क्या होता है? (अँग्रेज़ी), और वह शासन जो प्रमोदवन लाएगा। जहाँ सही लगे वहाँ ये ब्रोशर दिए जा सकते हैं: क्या कभी युद्ध के बिना एक संसार होगा? (अँग्रेज़ी), मृत जनों की आत्माएँ—क्या वे आपकी मदद कर सकती हैं या नुकसान पहुँचा सकती हैं? क्या वे सचमुच अस्तित्त्व में हैं? (अँग्रेज़ी), संतोष से भरी ज़िंदगी—कैसे हासिल की जा सकती है, सब लोगों के लिए एक किताब और हमारी समस्याएँ—उन्हें हल करने में कौन हमारी मदद करेगा? सितंबर: बाइबल असल में क्या सिखाती है? पहली मुलाकात में बाइबल अध्ययन शुरू करने की खास कोशिश की जानी चाहिए। ध्यान रखिए कि जिन लोगों को यह किताब दी जाती है, उनके साथ बाइबल अध्ययन शुरू करने के मकसद से वापसी भेंट करनी चाहिए। बाइबल सिखाती है किताब के साथ ट्रैक्ट, क्या आप बाइबल के बारे में और ज़्यादा जानना चाहते हैं? भी पेश कीजिए। अक्टूबर: प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ। अगर कोई दिलचस्पी दिखाता है, तो उसे जागते रहो! ब्रोशर पेश कीजिए ताकि बाइबल में उसकी दिलचस्पी को और बढ़ाया जा सके।
◼ सितंबर से सर्किट अध्यक्ष जो जन भाषण देंगे, उसका विषय है: “परमेश्वर के सामने आपका कैसा नाम है?”
◼ हम आपको बताना चाहते हैं कि (रेग्युलर) पायनियर सेवा की अर्ज़ियाँ, पायनियर सेवा शुरू करने के लिए गुज़ारिश की गयी तारीख से कम-से-कम 30 दिन पहले भरकर शाखा दफ्तर को भेज देनी चाहिए। इन अर्ज़ियों को भेजने से पहले, कलीसिया के सचिव को देखना चाहिए कि ये पूरी तरह भरी गयी हों। अगर अर्ज़ी भरनेवालों को अपने बपतिस्मे की तारीख सही-सही याद नहीं है, तो वे अंदाज़न कोई तारीख लिख सकते हैं और आगे के लिए इसका रिकॉर्ड रख सकते हैं। सचिव को कलीसिया प्रचारक रिकॉर्ड (S-21) कार्ड पर भी यही तारीख लिखनी चाहिए।
◼ कलीसिया के सचिवों को देखना चाहिए कि कलीसिया के हर पायनियर के लिए उनके पास पायनियर अपॉइंटमेंट लेटर (S-202) उपलब्ध हों। अगर यह उनके पास नहीं है, तो उन्हें इस बारे में शाखा दफ्तर को लिखना चाहिए।
◼ कलीसियाओं के पास फिलहाल जिन साहित्य और पत्रिकाओं का स्टॉक है, उसकी सालाना इन्वेंट्री अगर हो सके तो 31 अगस्त,2006 को या उसके बाद जल्द-से-जल्द लेनी चाहिए। यह इन्वेंट्री उसी तरह लेनी चाहिए जिस तरह हर महीने लिट्रेचर कोऑर्डिनेटर साहित्य की गिनती करता है। साहित्य की कुल संख्या लिट्रेचर इन्वेंट्री (S-18) फॉर्म पर लिखनी चाहिए। कलीसिया के पास जो पत्रिकाएँ हैं, उनकी कुल गिनती मैगज़ीन सर्वेन्ट्स से मिल सकती है। साहित्य और पत्रिकाओं की देखरेख करनेवाली कलीसिया के सचिव की निगरानी में यह इन्वेंट्री ली जानी चाहिए। वह भाई और उसी कलीसिया का प्रमुख अध्यक्ष, दोनों इस फॉर्म पर दस्तखत करेंगे। साहित्य और पत्रिकाओं की देखरेख करनेवाली हर कलीसिया को लिट्रेचर इन्वेंट्री फॉर्म की तीन कॉपियाँ मिलेंगी। कृपया सितंबर 6 तक ओरिजिनल फॉर्म को डाक के ज़रिए शाखा दफ्तर को ज़रूर भेज दीजिए। एक कॉपी अपनी फाइल में रखिए। और तीसरी कॉपी को वर्क-शीट के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
◼ सितंबर 15-17,2006 के दौरान, कोषिकोड़ में होनेवाले छुटकारा निकट है! ज़िला अधिवेशन के मुख्यालय का पता बदल दिया गया है। नया पता है, T. S. James, 34/761-A, Nithya Jeevan House, Malaparamba P. O., Kozhikode 673 009 KER.