परमेश्वर की उपासना करें और यहोवा के करीब आओ किताबों का अध्ययन करना
एकमात्र सच्चे परमेश्वर की उपासना करें किताब को इसलिए तैयार किया गया है ताकि नए लोग ज्ञान किताब का अध्ययन खत्म करने के बाद इस किताब से अध्ययन करें। जब हम कलीसिया के पुस्तक अध्ययन में इस किताब से चर्चा करेंगे, तो हम इसे प्रचार में और भी अच्छी तरह इस्तेमाल कर पाएँगे। साथ ही, इस चर्चा से यहोवा और उसके संगठन के लिए हमारा प्यार और हमारी कदरदानी भी बढ़ेगी। परमेश्वर की उपासना करें किताब के अध्ययन का हम कैसे पूरा-पूरा फायदा उठा सकते हैं?
2 अध्ययन चलाना: हर हफ्ते, एक पूरे अध्याय पर चर्चा की जाएगी, इसलिए पुस्तक अध्ययन अध्यक्ष को शुरू के पैराग्राफों में ज़्यादा समय नहीं लगाना चाहिए। इसके बजाय, उसे उन मुद्दों पर चर्चा करने के लिए ज़्यादा वक्त देना चाहिए जो अकसर बाद के पैराग्राफों में दिए होते हैं। हर अध्ययन के आखिर में, ‘आइए याद करें’ बक्स पर चंद शब्दों में चर्चा कीजिए। इससे हाज़िर लोगों को अध्ययन के खास मुद्दे याद रखने में मदद मिलेगी।
3 परमेश्वर की उपासना करें किताब के करीब आधे अध्यायों में, मनन और चर्चा के लिए बाँयें मार्जिन से थोड़ा हटकर कुछ सवाल दिए गए हैं। अगर समय हो, तो पुस्तक अध्ययन अध्यक्ष को इन सवालों पर चर्चा करने के अलावा, दी गयी आयतों के हवाले पढ़वाकर उन पर चर्चा करनी चाहिए।
4 पहले से तैयारी करना: आयतों के दिए हवालों पर प्रार्थना के साथ मनन कीजिए। इससे न सिर्फ हम अपने जवाब तैयार कर पाएँगे, बल्कि सबसे बढ़कर अपना हृदय भी तैयार कर पाएँगे। (एज्रा 7:10) हम सभी अपने जवाबों से एक-दूसरे को प्रोत्साहित कर सकते हैं। मगर हमें इस बात का ध्यान रखना है कि पूरी चर्चा में बस हम ही सारे जवाब न दें।—रोमि. 1:11,12, NHT.
5 परमेश्वर की उपासना करें किताब के अध्ययन से हम यहोवा के और भी करीब आएँगे। इतना ही नहीं, हम नेकदिल लोगों की मदद करने के काबिल भी बनेंगे ताकि वे हमारे साथ मिलकर परमेश्वर की उपासना कर सकें। (भज. 95:6; याकू. 4:8) आइए इस बढ़िया आध्यात्मिक इंतज़ाम से हम सभी पूरा-पूरा फायदा उठाएँ।
6 जून के महीने से हम अपने कलीसिया पुस्तक अध्ययन में यहोवा के करीब आओ किताब से चर्चा शुरू करेंगे। इस अध्ययन से पूरा-पूरा फायदा पाने के लिए हमें क्या करना चाहिए? इसके लिए अच्छी तैयारी करना बहुत ज़रूरी है। हर हफ्ते अध्ययन के लिए कम पैराग्राफ होंगे, क्योंकि दो हफ्तों में सिर्फ एक ही अध्याय पर चर्चा की जाएगी। इसलिए अध्ययन की तैयारी और जानकारी पर मनन करते वक्त जो बातें हमारे दिल को छू जाती हैं, उन्हें अपने जवाबों में बताने के लिए हमें काफी मौके मिलेंगे।
7 मनन के लिए सवाल: अध्याय के आखिरी पैराग्राफ पर सवाल-जवाब करने के बाद पुस्तक अध्ययन अध्यक्ष, “मनन के लिए सवाल” बक्स पर चर्चा करेगा। ऐसा करने का उसका मकसद होगा, समूह के भाई-बहनों को अपने मन के विचार बताने के लिए उकसाना, न कि छोटी-छोटी बातों के बारे में उनका ज्ञान परखना।
8 यह सोचकर हमारे अंदर कैसी सिहरन दौड़ जाती है कि हम बहुत जल्द इस किताब से अध्ययन करेंगे! यहोवा के गुणों के बारे में गहरा अध्ययन करने से हमें बेशुमार फायदे मिलेंगे। हम यही दुआ करते हैं कि इस अध्ययन से हम सभी स्वर्ग में रहनेवाले अपने पिता के और भी करीब आएँ, साथ ही दूसरों को उसके करीब आने में और अच्छी तरह मदद दे पाएँ।