वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • km 12/06 पेज 2
  • सेवा सभा की तालिका

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • सेवा सभा की तालिका
  • हमारी राज-सेवा—2006
  • उपशीर्षक
  • दिसंबर 11 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • दिसंबर 18 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • दिसंबर 25 से शुरू होनेवाला सप्ताह
  • जनवरी 1 से शुरू होनेवाला सप्ताह
हमारी राज-सेवा—2006
km 12/06 पेज 2

सेवा सभा की तालिका

दिसंबर 11 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 22 (130)

10 मि:कलीसिया की घोषणाएँ। पेज 8 पर दिए सुझावों का या आपके इलाके के लिए कोई और पेशकश कारगर हो, तो उसका इस्तेमाल करके प्रदर्शन दिखाइए कि दिसंबर 1 की प्रहरीदुर्ग और अक्टूबर-दिसंबर की सजग होइए! कैसे पेश करें। एक प्रदर्शन में दिखाइए कि जब कोई यह कहकर बातचीत रोकने की कोशिश करता है कि “मुझे दिलचस्पी नहीं,” तो उस रुकावट को कैसे पार किया जा सकता है।—किस तरह बाइबल चर्चाओं को आरंभ करें और जारी रखें पुस्तिका का पेज 8 देखिए।

15 मि:सन्‌ 2007 के लिए परमेश्‍वर की सेवा स्कूल। भाषण और इंटरव्यू का यह भाग स्कूल अध्यक्ष पेश करेगा। अक्टूबर 2006 की हमारी राज्य सेवकाई के इंसर्ट से उन मुद्दों पर चर्चा कीजिए, जिन पर आपकी कलीसिया को अमल करने की ज़रूरत है। समझाइए कि स्कूल अध्यक्ष पहले से नहीं बताएगा कि विद्यार्थी, भाषण के किस गुण पर काम कर रहा है। सन्‌ 2007 के दौरान, हम इब्रानी शास्त्र के यशायाह 24 से लेकर मलाकी की किताब तक बाइबल की पढ़ाई पूरी करेंगे। इसलिए जो भाई बाइबल की झलकियाँ पेश करेंगे और जो प्रचारक इस भाग के दौरान जवाब देंगे, वे भविष्यवाणी की इन किताबों पर गहरी समझ देनेवाली किताबों-पत्रिकाओं का अच्छा इस्तेमाल कर सकते हैं। आगे बताए प्रचारकों में से दो या तीन का इंटरव्यू लीजिए: एक नया विद्यार्थी, एक जवान विद्यार्थी जो अच्छी तरक्की कर रहा है, और एक तजुरबेकार विद्यार्थी। उन्हें बताने को कहिए कि उनके प्रचार काम और उनकी आध्यात्मिकता पर परमेश्‍वर की सेवा स्कूल का क्या असर हुआ है। सभी को उकसाइए कि वे स्कूल में अपना भाग पेश करने, बाइबल की झलकियों में जवाब देने, और परमेश्‍वर की सेवा स्कूल से फायदा उठाइए किताब से हर हफ्ते दिए जानेवाले सुझावों पर अमल करने के लिए जी-जान से मेहनत करें।

20 मि:“अपना पहले जैसा प्यार मिटने मत दीजिए।”a अगर समय हो, तो हाज़िर लोगों को उन आयतों के बारे में कुछ बताने के लिए कहिए जिनका सिर्फ हवाला दिया गया है।

गीत 18 (162) और प्रार्थना।

दिसंबर 18 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 20 (93)

10 मि:कलीसिया की घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ। प्रश्‍न बक्स पर चर्चा कीजिए। बताइए कि दिसंबर 25 और जनवरी 1 के लिए प्रचार के क्या खास इंतज़ाम किए गए हैं।

15 मि:“थोड़ी भी दिलचस्पी दिखानेवालों से वापसी भेंट कीजिए।”b हाज़िर लोगों से पूछिए कि उन्होंने सड़क पर या मौका देखकर गवाही देते वक्‍त, दिलचस्पी दिखानेवालों से फोन नंबर या पता कैसे माँगा है। और अगर उन्हें ऐसे लोगों से वापसी भेंट करने पर बेहतरीन अनुभव मिले हैं, तो यह भी बताने के लिए कहिए। एक-दो प्रचारकों को अपने अनुभव बताने के लिए पहले से कहा जा सकता है।

20 मि:“स्वेच्छा से सेवा करने की भावना, आशीषें लाती है।”c दो-तीन प्रचारकों का इंटरव्यू लीजिए जो ऐसी भावना दिखाने में बढ़िया मिसालें हैं। उन्होंने स्वेच्छा से सेवा करने की भावना कैसे दिखायी है? इसके लिए उन्होंने क्या-क्या ज़रूरी फेरबदल किए हैं, और वे ये फेरबदल कैसे कर पाए हैं? बदले में उन्हें कौन-कौन-सी आशीषें मिली हैं?

गीत 5 (46) और प्रार्थना।

दिसंबर 25 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 23 (200)

10 मि:कलीसिया की घोषणाएँ। हिसाब-किताब की रिपोर्ट पढ़िए, साथ ही कलीसिया ने जो दान भेजे हैं उसके लिए शाखा दफ्तर से मिली कदरदानी की चिट्ठियाँ भी पढ़िए। पेज 8 पर दिए सुझावों का या आपके इलाके के लिए कोई और पेशकश कारगर हो, तो उसका इस्तेमाल करके प्रदर्शन दिखाइए कि जनवरी 1 की प्रहरीदुर्ग और जनवरी-मार्च की सजग होइए! कैसे पेश करें। हर प्रदर्शन के आखिर में, घर-मालिक के सोचने के लिए एक ऐसा सवाल पूछिए जिसका जवाब अगली मुलाकात में, बाइबल सिखाती है किताब से दिया जा सकता है।

15 मि:कलीसिया की ज़रूरतें।

20 मि:“क्या आपके पास प्रचार का अपना इलाका है?”d इस भाग में सेवा अध्यक्ष को चंद शब्दों में बताने के लिए कहिए कि कलीसिया का पूरा इलाका कितना बड़ा है, उसमें कितनी दफा प्रचार किया जा चुका है और प्रचार के कितने इलाके उपलब्ध हैं जिनमें प्रचारक निजी तौर पर काम कर सकते हैं।

गीत 6 (45) और प्रार्थना।

जनवरी 1 से शुरू होनेवाला सप्ताह

गीत 15 (127)

ध्यान दीजिए: जनवरी 1 के हफ्ते के लिए सेवा सभा का जो कार्यक्रम तय किया गया है, उसे बदलकर पहले के किसी शाम में नहीं रखना चाहिए। अगर इस हफ्ते किसी कलीसिया में सर्किट अध्यक्ष का दौरा है तो सिर्फ वहाँ यह कार्यक्रम पहले के किसी शाम को चलाया जा सकता है। वरना हर कलीसिया को अधिवेशन के इंसर्ट पर, जनवरी 1 के हफ्ते में ही चर्चा करनी चाहिए। होटलों के नाम और किराए की सूची मिलते ही सूचना बोर्ड पर लगा दी जानी चाहिए। अगर इस हफ्ते में सर्किट सम्मेलन है, तो पुस्तक अध्ययन अध्यक्षों को अध्ययन की जगहों पर घोषणा करनी चाहिए कि अधिवेशन कब और कहाँ होगा। हो सके तो होटलों के नाम और किराए की सूची की एक-एक कॉपी, सभी पुस्तक अध्ययन अध्यक्ष को दी जानी चाहिए ताकि हाज़िर प्रचारक, होटल की बुकिंग करने के लिए टेलिफोन नंबर लिख सकें। लेकिन प्रचारकों को अलग से इस सूची की कॉपी नहीं दी जानी चाहिए।

5 मि:कलीसिया की घोषणाएँ। प्रचारकों को याद दिलाइए कि वे दिसंबर की प्रचार रिपोर्ट डाल दें।

15 मि:प्रचार काम में बढ़ोतरी की रिपोर्ट देना। यहोवा की इच्छा पूरी करने के लिए संगठित किताब के पेज 83 के उपशीर्षक से अध्याय के आखिर तक की जानकारी पर भाषण और हाज़िर लोगों के साथ चर्चा।

25 मि:“सन्‌ 2007 यहोवा के साक्षियों का ज़िला अधिवेशन: ‘मसीह के पीछे हो लें।’”e इसे कलीसिया का सचिव पेश करेगा। इंसर्ट पर चर्चा करने से पहले दिसंबर 15, 2006 की तारीख पर अधिवेशन के बारे में भेजी गयी चिट्ठी पढ़िए। इंसर्ट के पैराग्राफ 8 पर चर्चा करते वक्‍त, “आपको होटल की बुकिंग कैसे करनी चाहिए” इस बक्स में दिया हर मुद्दा पढ़िए। सबको बढ़ावा दीजिए कि वे अधिवेशन के लिए सारे इंतज़ाम जल्द-से-जल्द कर लें।

गीत 16 (143) और प्रार्थना।

[फुटनोट]

a एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

b एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

c एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

d एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

e एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें