‘सुसमाचार की अच्छी तरह गवाही दीजिए’
1. हम लोगों को कौन-सी अच्छी खबरें सुनाते हैं?
आजकल जहाँ देखो, वहाँ मानो अच्छी खबरों का अकाल पड़ा हुआ है। ऐसे में हमें ‘परमेश्वर के अनुग्रह के सुसमाचार की अच्छी तरह गवाही देने’ का क्या ही अनोखा अवसर मिला है। (प्रेरि. 20:24) हम लोगों को यह खुशखबरी सुनाते हैं कि बहुत जल्द ये ‘अन्तिम दिन’ खत्म होनेवाले हैं और यहोवा की नयी दुनिया आनेवाली है। इस दुनिया में धार्मिकता का बोलबाला होगा और “पहली बातें बीत” जाएँगी। (2 तीमु. 3:1-5; प्रका. 21:4, NHT) उस वक्त कोई बीमारी नहीं रहेगी। (यशा. 33:24) मरे हुए लोग कब्रों में से जी उठेंगे और अपने परिवारों और दोस्तों के साथ दोबारा मिल पाएँगे। (यूह. 5:28,29) पूरी धरती एक खूबसूरत फिरदौस में बदल जाएगी। (यशा. 65:21-23) ये उन अच्छी खबरों में से कुछ हैं, जो हम दूसरों को सुनाते हैं।
2. यह क्यों कहा जाता है कि स्मारक का मौसम, सुसमाचार की गवाही देने का बढ़िया मौका है?
2 मार्च, अप्रैल और मई के महीनों में ऐसी अच्छी खबरें सुनाने के हमें बढ़िया मौके मिलेंगे। इन महीनों के दौरान दुनिया के ज़्यादातर हिस्सों में मौसम सुहावना होता है और दिन भी लंबे होते हैं, जिस वजह से हम प्रचार में ज़्यादा समय बिता सकते हैं। इसके अलावा, शनिवार, 22 मार्च को दुनिया-भर में साल का सबसे खास मौका यानी स्मारक, सूर्यास्त के बाद मनाया जाएगा। इसलिए हमें अभी से प्रचार में ज़्यादा-से-ज़्यादा हिस्सा लेने की तैयारियाँ करनी चाहिए।
3. अपने परिवार के साथ मिलकर सेवा में ज़्यादा-से-ज़्यादा करने में क्या बातें आपकी मदद करेंगी?
3 सहयोगी पायनियर सेवा: क्या आप अपने शेड्यूल में फेरबदल कर सकते हैं, ताकि आप एक या दो या तीनों महीनों के लिए सहयोगी पायनियर सेवा कर सकें? क्यों न आप इस बारे में अगले पारिवारिक अध्ययन में अपने घरवालों से बात करें? परिवार का अच्छा सहयोग मिलने से एक या उससे ज़्यादा सदस्य सहयोगी पायनियर सेवा कर सकेंगे। (नीति. 15:22) इस मामले में यहोवा से प्रार्थना कीजिए और देखिए कि वह कैसे आपकी मेहनत पर आशीष देता है। (नीति. 16:3) अगर परिवार का एक भी सदस्य पायनियर सेवा नहीं कर सकता, फिर भी सभी सदस्य दूसरे सहयोगी पायनियरों के साथ प्रचार में जा सकते हैं और सेवा में ज़्यादा-से-ज़्यादा करने के खास लक्ष्य रख सकते हैं।
4. अगर हम नौकरी करते हैं, तो हम सहयोगी पायनियर सेवा करने के लिए अपने कामकाज में क्या फेरबदल कर सकते हैं?
4 अगर आप नौकरी करते हैं, तो एक अच्छा शेड्यूल होने से आप सहयोगी पायनियर सेवा कर सकेंगे। शायद आप लंच-ब्रेक में थोड़ा समय निकालकर प्रचार कर सकते हैं। या आप अपने लिए प्रचार का एक इलाका ले सकते हैं, जो आपके घर या ऑफिस के नज़दीक हो और आप काम से पहले या बाद में एकाध घंटे के लिए प्रचार कर सकते हैं। अपने गैर-ज़रूरी कामों को कुछ महीनों के लिए टाल देने से भी आपको पायनियर सेवा के लिए ज़्यादा वक्त मिल सकता है। इसके अलावा, शनिवार-रविवार को दिन-भर प्रचार करने से भी आप पायनियर सेवा कर सकते हैं। कुछ भाई-बहनों ने पायनियर सेवा करने के लिए अपनी नौकरी से एक-दो दिन की छुट्टी भी ली है।
5. आप एक ऐसे मसीही को पायनियर सेवा करने में कैसे मदद दे सकते हैं, जो बुज़ुर्ग है या जिसकी सेहत खराब रहती है?
5 अगर आप बुज़ुर्ग हैं, या आपकी सेहत आपका साथ नहीं देती या आपमें ज़्यादा दमखम नहीं हैं, तब भी आप हर दिन थोड़ा-थोड़ा प्रचार करके पायनियर सेवा कर सकते हैं। इस बारे में यहोवा से उसकी “असीम सामर्थ” माँगिए। (2 कुरि. 4:7) एक बहन ने तो 106 की उम्र में सहयोगी पायनियर सेवा की! अपने साक्षी रिश्तेदारों और दूसरे भाई-बहनों की मदद से वह घर-घर जा सकी, वापसी भेंट कर सकी और बाइबल अध्ययन में जा सकी। इसके अलावा, वह सेवा के दूसरे पहलुओं में भी हिस्सा ले पायी। उसकी मदद से दस लोगों ने बाइबल अध्ययन करना शुरू किया। वह कहती है: “मुझे सहयोगी पायनियर सेवा करने का जो बेहतरीन मौका मिला, उसके बारे में सोचकर मेरा दिल यहोवा, उसके बेटे और संगठन के लिए प्यार और एहसान से उमड़ पड़ता है। मैं बस यही कहना चाहती हूँ ‘यहोवा तेरा लाख-लाख शुक्रिया!’”
6. स्कूल जानेवाले बपतिस्मा-शुदा जवान कैसे पायनियर सेवा कर सकते हैं?
6 अगर आप एक बपतिस्मा-शुदा जवान हैं और स्कूल में पढ़ते हैं, तो आप भी सहयोगी पायनियर सेवा कर सकते हैं। नौकरी करनेवाले लोगों की तरह आप भी खासकर शनिवार-रविवार का फायदा उठाकर प्रचार में ज़्यादा-से-ज़्यादा वक्त बिता सकते हैं। शायद आप हफ्ते के कुछ दिन स्कूल के बाद भी एकाध घंटा प्रचार करें। क्या ऐसा कोई दिन है जब स्कूल की छुट्टी होगी और आप प्रचार में हिस्सा ले सकते हैं? अगर आप पायनियर सेवा करना चाहते हैं, तो अपने माता-पिता से इस बारे में बात कीजिए।
7. प्राचीन, स्मारक के मौसम के दौरान प्रचार के लिए कलीसिया का जोश कैसे बढ़ा सकते हैं?
7 जोश बढ़ाइए: प्राचीन अपनी मिसाल से कलीसिया के भाइयों में जोश भर सकते हैं। (1 पत. 5:2,3) वे शायद उन भाई-बहनों के लिए भी प्रचार की सभाओं का इंतज़ाम करें, जो सुबह-सुबह, स्कूल के बाद या काम से छूटने के बाद प्रचार में हिस्सा लेंगे। सेवा अध्यक्ष को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इन सभाओं को चलाने के लिए काबिल प्रचारक मौजूद हो। इसके अलावा, उसे इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि इन खास महीनों के दौरान प्रचार के लिए काफी इलाका हो और किताबों-पत्रिकाओं की कोई कमी न हो।
8. एक कलीसिया के अनुभव से हम क्या सीख सकते हैं?
8 एक कलीसिया में प्राचीनों ने महीनों पहले भाइयों में पायनियर सेवा के लिए जोश भरना शुरू किया। वे हर हफ्ते कलीसिया में बताते रहें कि कितने प्रचारक, सहयोगी पायनियर सेवा करनेवाले हैं। इससे जो लोग अपनी सेवा को बढ़ाना चाहते थे, उन्हें यकीन हुआ कि अगर वे पायनियर सेवा करें, तो उन्हें अच्छा सहयोग मिलेगा। प्राचीनों ने सवेरे-सवेरे और शाम के वक्त प्रचार की कई सभाओं का इंतज़ाम किया। नतीजा, उस कलीसिया में 53 प्रचारकों ने यानी करीब-करीब आधी कलीसिया ने अप्रैल में सहयोगी पायनियर सेवा की। उन कलीसियाओं को प्राचीनों से और भी ज़्यादा हौसला-अफज़ाई की ज़रूरत होगी, जिन्हें अपने इलाके में अकसर विरोध का सामना करना पड़ता है। इसलिए एक सेवा सभा में गवाही देने के दूसरे तरीकों का प्रदर्शन दिखाया जा सकता है। जैसे खत लिखना, टेलीफोन के ज़रिए गवाही देना वगैरह।
9. स्मारक का मौसम उन लोगों के लिए एक बढ़िया मौका क्यों है, जो प्रचारक बनने के काबिल होते हैं?
9 दूसरों को प्रचार करने में मदद दीजिए: जब नए लोग और जवान, प्रचारक बनने के काबिल होते हैं, तो उन्हें तजुरबेकार प्रचारकों के साथ काम करने के लिए कहा जा सकता है। यह मौका खासकर स्मारक के मौसम के दौरान आ सकता है, जब कलीसिया के कई भाई-बहन अपनी सेवा बढ़ाने के लिए प्रचार में हिस्सा लेते हैं। क्या आपका कोई बाइबल विद्यार्थी अच्छी तरक्की कर रहा है और यहोवा के धर्मी स्तरों पर चल रहा है? क्या आपके बच्चे सच्चाई में बढ़िया तरक्की कर रहे हैं, मगर अभी तक प्रचारक नहीं बने हैं? अगर इन्होंने बपतिस्मा-रहित प्रचारक बनने की इच्छा ज़ाहिर की है और आपको लगता है कि वे योग्य हैं, तो किसी प्राचीन को इस बारे में इत्तला कीजिए। प्रमुख अध्यक्ष दो प्राचीनों से कहेगा कि वे आपके और आपके विद्यार्थी या बच्चे के साथ इस मामले पर चर्चा करें।
10. प्राचीन सच्चाई में ठंडे पड़े लोगों की मदद कैसे कर सकते हैं?
10 आनेवाला महीना उन लोगों के लिए भी एक अच्छा मौका है, जो सच्चाई में ठंडे पड़ चुके हैं। उनमें कलीसिया के साथ दोबारा प्रचार शुरू करने का जोश भरा जा सकता है। कलीसिया पुस्तक अध्ययन अध्यक्षों और दूसरे प्राचीनों को ऐसे लोगों से मिलने की खास कोशिश करनी चाहिए और उन्हें प्यार से अपने साथ प्रचार करने का न्यौता देना चाहिए। अगर वे लंबे समय से ठंडे पड़ चुके हैं, तो अच्छा होगा कि दो प्राचीन पहले उनसे बात करें और देखें कि वे प्रचार में हिस्सा लेने के काबिल हैं या नहीं।—km-HI 11/00 पेज 3.
11. “परमेश्वर के अनुग्रह” का सबसे बड़ा सबूत क्या है?
11 स्मारक के लिए तैयारी कीजिए: “परमेश्वर के अनुग्रह” का सबसे बड़ा सबूत है, छुड़ौती बलिदान। (प्रेरि. 20:24) दुनिया-भर में लाखों लोग शनिवार, 22 मार्च के दिन सूर्यास्त के बाद मसीह की मौत का स्मारक मनाएँगे, ताकि वे उसकी कुरबानी के लिए अपनी कदरदानी ज़ाहिर कर सकें। हम इस खास मौके पर सभी नेकदिल लोगों को बुलाना चाहते हैं और इसमें हाज़िर होने के लिए उनकी हर तरह से मदद करना चाहते हैं। स्मारक में आकर वे जान पाएँगे कि यहोवा ने इंसानों पर अपार अनुग्रह किया है।
12. हमें किन लोगों को स्मारक में बुलाना चाहिए?
12 उन लोगों की एक लिस्ट तैयार कीजिए जिन्हें आप स्मारक में बुलाना चाहते हैं। बेशक आपने अपनी लिस्ट में इनका नाम ज़रूर लिखा होगा। जैसे आपके रिश्तेदार, पड़ोसी, स्कूल या नौकरी की जगह के जान-पहचानवाले, जिनके साथ आप पहले बाइबल अध्ययन करते थे या फिलहाल कर रहे हैं और जिनसे आप नियमित तौर पर वापसी भेंट करते हैं। अगर न्यौता देते वक्त कोई आपसे स्मारक के बारे में सवाल पूछता है, तो आप बाइबल सिखाती है किताब के पेज 206-8 पर दिए अतिरिक्त लेख से प्रभु के संध्या भोज के बारे में बता सकते हैं। ऐसा करने से शायद आप एक बाइबल अध्ययन भी शुरू कर पाएँ। वह कैसे? आपको यह किताब दिखाने का मौका मिलता है, जो बाइबल अध्ययन चलाने की हमारी खास किताब है।
13. यहोवा ने किस तरह दो प्रचारकों की मेहनत पर आशीष दी, जिन्होंने दूसरों को स्मारक पर बुलाया?
13 एक बहन ने अपनी लिस्ट में 48 परिवारों का नाम लिखा। जैसे-जैसे वह एक-एक को न्यौता देती गयी, उसने लिस्ट में उनके नाम के आगे निशान लगाया और न्यौता देने की तारीख भी लिखी। उसकी खुशी का कोई ठिकाना न रहा, जब उनमें से 26 लोग स्मारक में आए! एक दूसरे भाई ने अपनी दुकान पर काम करनेवाले एक आदमी को न्यौता दिया, जो पहले एक पादरी था। वह स्मारक में आया और बाद में उसने कहा: “इस एक घंटे में मैंने बाइबल से जितना कुछ सीखा है, उतना तो मैंने कैथोलिक चर्च में 30 साल में भी नहीं सीखा।” स्मारक के कुछ वक्त बाद, वह आदमी बाइबल सिखाती किताब से अध्ययन करने लगा।
14. दुनिया-भर में 1 मार्च से क्या अभियान चलाया जाएगा?
14 अभियान: शनिवार, 1 मार्च से लेकर 22 मार्च तक दुनिया-भर में स्मारक का खास निमंत्रण पत्र बाँटने का अभियान चलाया जाएगा। इसमें सभी प्रचारक बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहेंगे। यह निमंत्रण पत्र बंद घरों में छोड़ने के बजाय, अच्छा होगा कि आप खुद लोगों से मिलकर उन्हें यह निमंत्रण पत्र दें। लेकिन अगर आपके प्रचार का इलाका काफी बड़ा है, तो प्राचीन तय कर सकते हैं कि निमंत्रण पत्र बंद घरों में इस तरह छोड़े जा सकते हैं, जिससे कोई दूसरा उसे उठाकर न ले जाए। शनिवार-रविवार के दिन हम इसके साथ-साथ नयी पत्रिकाएँ भी पेश करेंगे।
15. स्मारक का निमंत्रण पत्र देते वक्त हम क्या कह सकते हैं?
15 हमें कम समय के अंदर इन निमंत्रण पत्रों को बाँटना है, इसलिए हमें अपनी पेशकश छोटी रखनी चाहिए। जोश के साथ बात कीजिए और घर-मालिक से दोस्ताना तरीके से पेश आइए। जब आपको लगे कि उसे हमारे संदेश में दिलचस्पी है, तो आप यह कह सकते हैं: “हम आपको, आपके परिवार और दोस्तों को एक खास समारोह के लिए न्यौता देने आए हैं, जो 22 मार्च को होगा। यह रहा आपका निमंत्रण पत्र। बाकी की जानकारी इसी में दी गयी है।” हो सकता है, घर-मालिक कुछ सवाल पूछे या वह निमंत्रण पत्र लेकर यह भी कहे कि वह ज़रूर आएगा। दिलचस्पी दिखानेवालों का नाम-पता लिख लीजिए और उनसे दोबारा मिलने का इंतज़ाम कीजिए।
16. क्या अनुभव दिखाता है कि स्मारक का न्यौता बाँटने के अभियान का अच्छा नतीजा मिलता है?
16 पिछले साल एक फौजी को अपने दरवाज़े पर स्मारक का एक निमंत्रण पत्र मिला। वह स्मारक में जाना चाहता था, मगर इसके लिए उसे अपने अफसर से इजाज़त लेनी थी। जब उसने अफसर को निमंत्रण पत्र दिखाया, तो वह अफसर थोड़ी देर खामोश रहा। फिर उसने बताया कि उसके माँ-बाप साक्षी हैं और वह उनके साथ सभाओं में जाया करता था। इस अफसर ने न सिर्फ उस फौजी को जाने की इजाज़त दी, बल्कि वह खुद भी उसके साथ स्मारक में गया।
17. हम कैसे दिखाते हैं कि हमने परमेश्वर के अनुग्रह को व्यर्थ नहीं जाने दिया है?
17 कदरदानी दिखाइए: जैसे-जैसे 2008 का स्मारक का मौसम नज़दीक आ रहा है, आइए हममें से हरेक यहोवा के उस अनुग्रह पर मनन करे, जो उसने हम पर किया है। प्रेरित पौलुस ने लिखा: “परमेश्वर का जो अनुग्रह तुम्हें मिला है, उसे व्यर्थ मत जाने दो।” (2 कुरि. 6:1, ईज़ी-टू-रीड वर्शन) हम कैसे दिखाते हैं कि हमने परमेश्वर के वरदान यानी उसके अनुग्रह को व्यर्थ नहीं जाने दिया है? पौलुस जवाब देता है: “परन्तु [हम] हर बात से परमेश्वर के सेवकों की नाईं अपने सद्गुणों को प्रगट करते हैं।” (2 कुरि. 6:4) इसलिए हम अपने अच्छे चालचलन और गर्मजोशी से सुसमाचार सुनाने के ज़रिए यहोवा के वरदान के लिए गहरी कदर दिखाते हैं। इस स्मारक के मौसम में हमारे सामने क्या ही सुनहरा मौका है, जब हम अपनी सेवा बढ़ा पाएँगे और सुसमाचार की अच्छी तरह गवाही दे पाएँगे।
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कौन सहयोगी पायनियर सेवा कर सकते हैं?
▪ परिवार
▪ नौकरी करनेवाले
▪ बुज़ुर्ग और खराब सेहतवाले
▪ स्कूल में पढ़नेवाले
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स्मारक का निमंत्रण पत्र बाँटते वक्त:
▪ चंद शब्दों में अपनी बात कहिए, मगर जोश के साथ
▪ दिलचस्पी दिखानेवालों का नाम-पता लिखिए और उनसे दोबारा मुलाकात कीजिए
▪ शनिवार-रविवार के दिन पत्रिकाएँ भी पेश कीजिए