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धन आपका हो सकता है!

1. हमें पायनियर सेवा करने के बारे में क्यों सोचना चाहिए?

क्या आप ज़िंदगी में ज़्यादा खुशी पाना चाहते हैं? क्या आप कोई ऐसा काम करना चाहते हैं, जिससे लगे कि हाँ आपने कुछ किया है? क्या आपको दूसरों की मदद करना अच्छा लगता है और क्या ऐसा करने से आपको संतुष्टि मिलती है? क्या आप यहोवा की सेवा में और ज़्यादा करना चाहते हैं? अगर आप इन सवालों में से किसी एक का भी जवाब ‘हाँ’ में देते हैं, तो आपको पायनियर सेवा करने के बारे में सोचना चाहिए। लेकिन इस मामले में कोई फैसला करने से पहले आपको अपने परिवार और कलीसिया की ज़िम्मेदारियों, साथ ही अपनी सेहत से जुड़ी दूसरी बातों पर ध्यान देने की ज़रूरत है।

2. ऐसे कुछ आध्यात्मिक धन के बारे में बताइए, जो पायनियरों को हासिल होते हैं।

2 परमेश्‍वर की प्रेरणा से सुलैमान ने जो लिखा उससे पता चलता है कि यहोवा की आशीष से हमें धन-दौलत मिलती है। (नीति. 10:22) आज, यहोवा की आशीष हमें खासकर आध्यात्मिक मायनों में धनी बनाती है। और पायनियरों के लिए तो यह धन बेशुमार है। जैसे, जब वे अपनी निजी ज़िंदगी में से ‘समय को मोल’ लेकर उसका इस्तेमाल दूसरों की मदद करने में करते हैं, तो इस तरह दूसरों को देने में जो खुशी मिलती है, वह उनके लिए दुगुनी हो जाती है। (कुलु. 4:5, NW; प्रेरि. 20:35) प्यार की खातिर की गयी उनकी मेहनत को यहोवा देखता है और उनकी कदर करता है। “स्वर्ग में” रखे इस “धन” का मोल कभी नहीं घटेगा। (मत्ती 6:20; इब्रा. 6:10) और जब पायनियर “अपनी आँख निर्मल” रखते हैं और यहोवा पर भरोसा रखते हैं कि वह उनकी ज़रूरतें पूरी करेगा, तो इससे यहोवा के साथ उनका रिश्‍ता मज़बूत होता जाता है।—मत्ती 6:22, 25, 32; इब्रा. 13:5, 6.

3. आध्यात्मिक धन का पीछा करने और धन-दौलत के पीछे भागने में क्या फर्क है?

3 धन-दौलत के पीछे भागने से लोग “बहुतेरे व्यर्थ और हानिकारक लालसाओं में” फँस जाते हैं। (1 तीमु. 6:9, 10; याकू. 5:1-3) लेकिन यहोवा जो आशीषें देता है, उनसे ऐसा कभी नहीं होता। क्योंकि पायनियर अपना ज़्यादातर वक्‍त प्रचार में लगाते हैं, इसलिए वे आध्यात्मिक तौर पर मज़बूत बने रहते हैं और इससे उन्हें उत्तम से उत्तम बातों पर ही अपना ध्यान लगाए रखने में मदद मिलती है। (फिलि. 1:10) एक भाई की मिसाल पर गौर कीजिए, जो पायनियर बनना चाहता था। वह एक इंजीनियर था और काम में उसका सारा वक्‍त चला जाता था। इसलिए उसने अपनी नौकरी छोड़ दी, ताकि वह पायनियर बन सके। वह कहता है, “मुझे अपनी नौकरी में बहुत तनाव का सामना करना पड़ता था। मगर पायनियर सेवा में मुझे ऐसा कुछ भी महसूस नहीं होता। अब मैं लोगों की मदद कर पाता हूँ और उन्हें सच्चाई सिखा पाता हूँ। इस काम में मुझे कहीं ज़्यादा संतुष्टि मिल रही है और दूसरों को सच्चाई सिखाने में मुझे मज़ा भी आ रहा है।”

4. दूसरों को परमेश्‍वर की आशीषें पाने में मदद देने से खुद पायनियरों को कैसी आशीषें मिलती हैं?

4 दूसरों के लिए आशीष: आज सभी को “कठिन समय” का सामना करना पड़ रहा है। (2 तीमु. 3:1) हर कहीं लोग निराश हैं और उन्हें आशा की ज़रूरत है। इसलिए जब राज्य प्रचारक उन्हें सुसमाचार सुनाते हैं तो उनके उदास चेहरों पर उम्मीद की किरण नज़र आने लगती है। और यह देखकर प्रचारकों को बेहद खुशी होती है। तो फिर सोचिए, पायनियर जो हर साल 800 से भी ज़्यादा घंटे इस जान बचाने के काम में लगाते हैं, उन्हें कितनी खुशी मिलती होगी!—1 तीमु. 4:16.

5, 6. क्या बात आपको पायनियर बनने में मदद दे सकती है?

5 क्या आप एक पायनियर के नाते सेवा करने के बारे में गंभीरता से सोच रहे हैं? शायद इसके लिए आपको गैर-ज़रूरी कामों से “समय को मोल” लेने की ज़रूरत पड़े। (इफि. 5:15, 16, NW) कई लोगों ने ऐसा किया है और अपनी ज़िंदगी को सादा बनाया है, जिससे वे अपनी नौकरी पर कम समय देकर राज्य के कामों में ज़्यादा समय दे पाए हैं। क्या आप भी अपने कामों में फेरबदल करके उनके जैसे बन सकते हैं?

6 यहोवा से बुद्धि के लिए प्रार्थना कीजिए, ताकि आप एक कारगर शेड्‌यूल बना सकें। (याकू. 1:5) पायनियर सेवा करने से आपको क्या आशीषें मिलेंगी? यहोवा आपको आध्यात्मिक तौर पर ढेर सारी आशीषें देगा! साथ ही, वह आपकी बुनियादी ज़रूरतें भी पूरी करेगा। (मत्ती 6:33) जो इस तरह यहोवा को परखते हैं, उन पर “अपरम्पार आशीष की वर्षा” होती है।—मला. 3:10.

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