पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए
प्रहरीदुर्ग अप्रै.-जून
अगर आपकी मुलाकात किसी ईसाई से होती है, तो आप कह सकते हैं: “इस जानी-मानी आयत के बारे में मैं आपकी राय जानना चाहूँगा। [यूहन्ना 3:16 पढ़िए।] क्या आपने कभी इस बारे में सोचा है कि कैसे एक इंसान की मौत से दूसरों को हमेशा की ज़िंदगी मिल सकती है? [जवाब के लिए रुकिए। पेज 23 पर दिया लेख दिखाइए।] इस पत्रिका में साफ-साफ बताया गया है कि कैसे हम यीशु की मौत से फायदा पा सकते हैं।”
सजग होइए! अप्रै.-जून
“क्या आपको लगता है कि अंधविश्वास से हमें कोई खतरा है? [जवाब के लिए रुकिए।] अगर आपकी इजाज़त हो, तो मैं आपको एक दिलचस्प बात बताना चाहूँगा? [अगर घर मालिक राज़ी होता है, तो यशायाह 65:11 पढ़िए।] यह पत्रिका बताती है कि क्या अंधविश्वास, बाइबल की शिक्षा से मेल खाता है?” पेज 28-9 पर दिया लेख दिखाइए।