सेवा सभा की तालिका
नोट: हमारी राज्य सेवकाई में हमेशा की तरह आनेवाले अधिवेशन के महीनों के लिए भी, हर हफ्ते की सेवा सभा का कार्यक्रम दिया जाएगा। कलीसियाएँ, ज़रूरत के मुताबिक सेवा सभा के कार्यक्रम में कुछ फेरबदल कर सकती हैं ताकि “परमेश्वर की पवित्र शक्ति के मार्गदर्शन पर चलिए” ज़िला अधिवेशन के हफ्ते के भाग, बाकी हफ्तों के कार्यक्रम में शामिल किए जा सकें। हो सके तो अधिवेशन से पहले की सेवा सभा में 15 मिनट के लिए, इस महीने के इंसर्ट में दी गयी कुछ ऐसी सलाहों और याद रखनेवाली बातों को दोहराइए जिन पर आपकी कलीसिया को अमल करने की ज़रूरत है। अधिवेशन के एक-दो महीने बाद, किसी सेवा सभा में 15 या 20 मिनट का समय (चाहे तो ‘कलीसिया की ज़रूरतें’ भाग का इस्तेमाल किया जा सकता है) अधिवेशन के उन मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तय कीजिए, जिन्हें लागू करके प्रचारकों को फायदा पहुँचा है। यह भाग सेवा अध्यक्ष को पेश करना चाहिए। उसे हाज़िर लोगों से पूछना चाहिए कि वे इन मुद्दों को अपनी सेवा में कैसे लागू कर रहे हैं या लागू करने की सोची है।
14 जुलाई से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 11 (85)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। पेज 4 पर दिए सुझावों का या आपके इलाके के लिए कोई और पेशकश कारगर हो, तो उसका इस्तेमाल करके प्रदर्शन दिखाइए कि जुलाई-सितंबर की प्रहरीदुर्ग और जुलाई-सितंबर की सजग होइए! कैसे पेश करें।
15 मि: वक्त की नज़ाकत को हमेशा ध्यान में रखना। 1 जनवरी, 2007 की प्रहरीदुर्ग के पेज 11, 12 पर दिए गए पैराग्राफ 17-21 से एक जोशीला भाषण।
20 मि: “कलीसिया के पुस्तक अध्ययन के लिए बाइबल कहानियों की मेरी मनपसंद किताब।”a इस किताब की खासियतों के बारे में बताइए। पुस्तक अध्ययन के शेड्यूल पर चर्चा कीजिए। सभी को बढ़ावा दीजिए कि वे कलीसिया के पुस्तक अध्ययन में नियमित रूप से आएँ और खुलकर जवाब भी दें। एक या दो प्रचारकों का इंटरव्यू लीजिए जो हमेशा सभाओं की अच्छी तैयारी करके आते हैं। और उनसे पूछिए कि तैयारी करने के लिए क्या बात उन्हें बढ़ावा देती है।
गीत 26 (212)
21 जुलाई से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 28 (224)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। हमारी राज्य सेवकाई से चुनिंदा घोषणाएँ।
15 मि: कलीसिया की ज़रूरतें।
20 मि: “असरदार वापसी भेंटों के लिए ज़रूरी है, अच्छी तैयारी।”b इस भाग में एक प्रदर्शन भी दिखाइए जिसमें एक प्रचारक अपने आप से बात कर रहा है जिसमें वह अपनी वापसी भेंटों की तैयारी कर रहा है। वह अपना रिकॉर्ड देखता है और तय करता है कि इस शनिवार-रविवार को उसे दो लोगों से वापसी भेंट करनी है। फिर वह याद करता है कि उसने उन दोनों से पिछली बार किस विषय पर बात की थी। उसके बाद अपने लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए उसकी तैयारी करता है। एक के साथ वह बाइबल अध्ययन की पेशकश करने की तैयारी करता है। और दूसरे आदमी की दिलचस्पी जगाने के लिए वह पैराग्राफ 5 में दिए सुझाव के ज़रिए तैयारी करता है।
गीत 4 (43)
28 जुलाई से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 16 (143)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ। प्रचारकों को याद दिलाइए कि वे जुलाई की प्रचार रिपोर्ट डाल दें। हिसाब-किताब की रिपोर्ट पढ़िए, साथ ही कलीसिया ने जो दान भेजे हैं, उसके लिए शाखा दफ्तर से मिली कदरदानी की चिट्ठियाँ भी पढ़िए। अगस्त की साहित्य पेशकश के बारे में बताइए और किसी एक पेशकश का प्रदर्शन दिखाइए।
10 मि: “क्या आप ‘बोलने का हियाव’ रखते हैं?” 15 मई, 2006 की प्रहरीदुर्ग के पेज 13-16 पर आधारित भाषण। ज़ोर दीजिए कि हिम्मत के साथ प्रचार करना बहुत ज़रूरी है।
25 मि: “परमेश्वर से मिलनेवाली दावत का लुत्फ उठाइए।”c यह भाग कलीसिया के सचिव को लेना चाहिए। बताइए कि आपकी कलीसिया को किस अधिवेशन में हाज़िर होने का निर्देश दिया गया है। “ज़िला अधिवेशन के लिए याद रखनेवाली बातें” बक्स पर चर्चा कीजिए।
गीत 6 (45)
4 अगस्त से शुरू होनेवाला सप्ताह
गीत 29 (222)
10 मि: कलीसिया की घोषणाएँ।
15 मि: क्या आपके बच्चे प्रचार के अपने खास इलाके यानी स्कूल में आनेवाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हैं? भाषण और हाज़िर लोगों के साथ चर्चा। कुछ चुनौतियों के बारे में बताइए जिनका सामना एक मसीही होने के नाते बच्चों को स्कूल में करना पड़ता है। बताइए कि माता-पिता और बच्चे कैसे वॉच टावर पब्लिकेशन्स इंडैक्स की मदद से ज़रूरी जानकारी की खोजबीन कर सकते हैं। कुछ उदाहरण बताइए। (खास शीर्षक “स्कूल” और उसके तहत दिया विषय “अनुभव” देखिए।) कलीसिया में जिन बच्चों की परवरिश साक्षी परिवारों में हुई है, उनसे पूछिए कि स्कूल में आनेवाली चुनौतियों का सामना करने और बाइबल सिद्धांतों को अपने जीवन में लागू करने के लिए उनके माता-पिता ने कैसे उन्हें तैयार किया। वे यह भी बता सकते हैं कि कैसे सजग होइए! में दी जानकारी से उन्होंने निबंध लिखने के ज़रिए अपने विश्वास की पैरवी की। उन्हें बताने को कहिए कि अपने स्कूल में इस तरह प्रचार करने की वजह से कैसे उन्हें सुरक्षा मिली है।
20 मि: “लोगों के दिलों में जड़ पकड़ी झूठी शिक्षाओं को हम उखाड़ रहे हैं।”d हाज़िर लोगों से पूछिए कि उनके साथ बाइबल अध्ययन करनेवाले ने किस तरह धीरज से काम लेते हुए झूठी धारणाओं को उनके दिल से निकालने में उनकी मदद की।
गीत 17 (187)
[फुटनोट]
a एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
b एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
c एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।
d एक मिनट से भी कम समय में लेख का परिचय दीजिए और फिर सवाल-जवाब के साथ चर्चा कीजिए।