घोषणाएँ
▪ अगस्त के लिए साहित्य पेशकश: नीचे दिए 32-पेज के ब्रोशरों में से कोई भी दिया जा सकता है: क्या आपको त्रियेक में विश्वास करना चाहिए?, क्या परमेश्वर वास्तव में हमारी परवाह करता है?, ख़ुदा की राहनुमाई—हमारे लिए फ़िरदौस की राह, जब आपका कोई अपना मर जाए, जीवन का उद्देश्य क्या है?—आप इसे कैसे पा सकते हैं?, परमेश्वर हमसे क्या माँग करता है?, वह शासन जो प्रमोदवन लाएगा, संतोष से भरी ज़िंदगी—कैसे हासिल की जा सकती है और सब लोगों के लिए एक किताब। सितंबर: बाइबल असल में क्या सिखाती है? पहली मुलाकात में बाइबल अध्ययन शुरू करने की खास कोशिश कीजिए। अगर घर-मालिक के पास यह किताब पहले से है, तो उसे बताइए कि वह इस किताब से कैसे फायदा पा सकता है। इसके लिए कुछ मिनटों में बाइबल अध्ययन का प्रदर्शन दिखाइए। अक्टूबर: प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ। अगर कोई दिलचस्पी दिखाता है, तो बाइबल अध्ययन शुरू करने के मकसद से उसे ट्रैक्ट, क्या आप बाइबल के बारे में और ज़्यादा जानना चाहते हैं? पेश कीजिए और उस पर चर्चा कीजिए। नवंबर: बाइबल असल में क्या सिखाती है? बाइबल अध्ययन शुरू करने की जी-तोड़ कोशिश कीजिए।
▪ प्राचीनों को याद दिलाया जाता है कि वे 1 फरवरी, 1992 की प्रहरीदुर्ग के पेज 17-19 पर दी हिदायतों के मुताबिक, उन लोगों से मुलाकात करें जिन्हें कलीसिया से बहिष्कृत किया गया है या जिन्होंने खुद कलीसिया से नाता तोड़ लिया है, मगर अब वापस आना चाहते हैं।
▪ प्रचारकों और दिलचस्पी दिखानेवालों में से जो लोग दृष्टिहीन हैं या ठीक से देख नहीं पाते और वे ब्रेल यंत्रों या ऐसे कंप्यूटर प्रोग्राम का इस्तेमाल करते हैं, जो उन्हें साहित्य पढ़कर सुनाते हैं, उनके लिए एक इंतज़ाम किया गया है। वह यह कि ब्रेल भाषा में प्रहरीदुर्ग के लेखों की इलेक्ट्रॉनिक फाइल उन्हें भेजी जाएँगी। इन फाइलों में आम जनता और अध्ययन के लिए प्रहरीदुर्ग के अंक अँग्रेज़ी ब्रेल ग्रेड 2 या उसका संक्षिप्त रूप शामिल है। इनमें अध्ययन के लिए प्रहरीदुर्ग के अंक फ्रांसीसी और स्पैनिश ब्रेल ग्रेड 1 भी शामिल है। जो लोग इन फाइलों की गुज़ारिश करते हैं, उन्हें ये ई-मेल के ज़रिए भेजी जाएँगी। इसके लिए उन्हें कलीसिया के सचिव को इत्तला करना होगा ताकि वह Jehovah’s Witnesses of India, Post Box 6440, Yelahanka, Bangalore—560 064, KAR. को खत लिखकर इन फाइलों की गुज़ारिश कर सके। ध्यान दीजिए: ब्रेल विभाग। खत में यह जानकारी होनी चाहिए: व्यक्ति का नाम और घर का पता, वह कौन-सी इलेक्ट्रॉनिक मशीन इस्तेमाल करता है, उसका ई-मेल पता और वह अँग्रेज़ी, स्पैनिश या फ्रांसीसी ब्रेल पढ़ता है। अगर उसके पास ई-मेल की सुविधा नहीं है, तो वह ऐसे शख्स का ई-मेल पता दे सकता है, जिसके पते पर ये इलेक्ट्रॉनिक फाइल भेजी जा सके।
▪ राज्य घरों में दुनिया-भर में हो रहे काम के लिए जो दान पेटियाँ रखी जाती हैं, उनमें यह लिखा होना चाहिए: “दुनिया-भर में हो रहे काम के लिए दान—मत्ती 24:14.” प्रचारक दान कबूल करने के लिए अपने साथ जो लिफाफा रखते हैं, उस पर भी साफ अक्षरों में यही लिखा होना चाहिए और अलग से कोई डिज़ाइन नहीं होनी चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि यह लिफाफा साफ-सुथरा हो और शोभा दे। इन हिदायतों को मानने में कलीसिया के प्राचीन, प्रचारकों की मदद कर सकते हैं।
▪ जिन कलीसियाओं के ट्रस्ट हैं, उन्हें याद दिलाया जाता है कि ट्रस्ट के कागज़ात के तहत, वे नियत तारीख से पहले अपनी ‘ऐन्यूअल जनरल मीटिंग’ (AGM) रखें। AGM और ट्रस्ट की दूसरी बैठकों में जो भी चर्चा की जाती है, उसे एक मिनट-बुक में सही तरह से लिख लेना चाहिए। अगर 31 मार्च, 2008 के आखिर तक, ट्रस्ट की कुल आय 1,10,000 रुपए से ज़्यादा है, तो ट्रस्ट को एक चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) से हिसाब-किताब की लेखा जाँच करनी चाहिए और उसे फॉर्म 10बी के तहत अपनी रिपोर्ट तैयार करने को कहना चाहिए। साथ ही, ट्रस्ट को कर विभाग के यहाँ आय की रिटर्न भरनी होगी। लेकिन वित्तीय वर्ष 2007-2008 के लिए जिन ट्रस्ट की कुल आय 1,10,000 रुपए से ज़्यादा नहीं है, उन्हें कानून के तहत आय की रिटर्न भरने की ज़रूरत नहीं। लेकिन हम सुझाव देते हैं कि सभी ट्रस्ट सही-सही और पूरे रिकॉर्ड बनाए रखें, ताकि किसी भी पूछताछ के दौरान ये रिकॉर्ड दिखाए जा सकें। अगर किसी ट्रस्ट को आयकर कानून की धारा 1961 के भाग 12ए के तहत, कर देने से रियायत चाहिए, तो उसे अपने CA से रजिस्ट्रेशन के मामले पर बात करनी चाहिए।
▪ उपलब्ध नए प्रकाशन:
यहोवा के भजन गाओ—सिर्फ गीत के बोल —कन्नड़
▪ दोबारा उपलब्ध प्रकाशन:
युवाओं के प्रश्न—व्यावहारिक उत्तर —नेपाली
▪ प्रकाशन जो स्टॉक में नहीं हैं:
रीज़निंग फ्रॉम द स्क्रिप्चर्स् —मलयालम
रॆवलेशन—इट्स ग्रैंड क्लाइमैक्स एट हैंड! —अँग्रेज़ी, तमिल, तेलगू, मलयालम और नेपाली
▪ अमेरिकन साइन लैंग्वेज में उपलब्ध नए डी.वी.डी.:
जागते रहो!