घोषणाएँ
▪ फरवरी के लिए साहित्य पेशकश: आगे दी किताबों में से जो उपलब्ध हो, उसे पेश कीजिए: क्या एक सिरजनहार है जो आपकी परवाह करता है? (अँग्रेज़ी), पारिवारिक सुख का रहस्य, या बाइबल—परमेश्वर का वचन या इंसानों का? (अँग्रेज़ी)। मार्च: बाइबल असल में क्या सिखाती है? किताब से बाइबल अध्ययन शुरू करने की पूरी कोशिश कीजिए। अप्रैल और मई: प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ। दिलचस्पी दिखानेवालों से वापसी भेंट करते वक्त, बाइबल असल में क्या सिखाती है? किताब पेश करने पर खास ध्यान दीजिए। साथ ही, उन लोगों से मुलाकात करने पर भी यह किताब दीजिए, जो स्मारक या दूसरे मौकों पर तो हाज़िर होते हैं, मगर कलीसिया के साथ नियमित तौर पर संगति नहीं करते। इन मुलाकातों का मकसद होना चाहिए, बाइबल सिखाती है किताब से बाइबल अध्ययन शुरू करना।
▪ सन् 2009 में स्मारक के मौसम के खास जन भाषण का विषय है, “क्या परमेश्वर की नज़र में सच्चा धर्म एक ही है?” इससे जुड़ी घोषणा के लिए सितंबर 2008 की हमारी राज्य सेवकाई देखिए।
▪ अगर स्मारक के निमंत्रण परचे के लिए शाखा दफ्तर को कलीसिया से गुज़ारिश नहीं मिलती, तो हर प्रचारक के नाम पर इसकी 25 कॉपी और पायनियर के नाम पर इसकी 75 कॉपी कलीसिया की मुख्य भाषा में भेज दी जाएँगी।
▪ 1 जनवरी, 2009 से “प्रमुख अध्यक्ष” की ज़िम्मेदारी सँभालनेवाले भाई को “प्राचीनों के निकाय का संयोजक” कहा जाने लगा है।