क्या आप अक्टूबर में एक बाइबल अध्ययन शुरू करेंगे?
1. अक्टूबर महीने के लिए साहित्य पेशकश क्या है?
अक्टूबर महीने के लिए साहित्य पेशकश है प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाएँ। जो लोग दिलचस्पी दिखाते हैं, उनके पास दोबारा जाने के लिए हमें बढ़ावा दिया जाता है कि हम उन्हें क्या आप सच्चाई जानना चाहेंगे? ट्रैक्ट पेश करें और बाइबल अध्ययन शुरू करने की कोशिश करें। वापसी भेंट में हम यह कैसे कर सकते हैं?
2. जिस व्यक्ति ने पत्रिकाएँ ली थीं, उसके पास वापसी भेंट करते वक्त हम सच्चाई जानना चाहेंगे ट्रैक्ट का इस्तेमाल करके कैसे बाइबल अध्ययन शुरू कर सकते हैं?
2 ट्रैक्ट का इस्तेमाल कैसे करें: घर-मालिक को दिलचस्पी है या नहीं, यह जानने के बाद हम कह सकते हैं: “मैंने आपको जो पत्रिकाएँ पढ़ने के लिए दी थीं, वे सभी जाति और धर्म के लोगों को बाइबल की जाँच करने का बढ़ावा देती हैं। [घर-मालिक को सच्चाई जानना चाहेंगे ट्रैक्ट दीजिए और पहले पेज पर दिए सवाल दिखाइए।] यहाँ कुछ दिलचस्प सवाल दिए गए हैं, जिनका बाइबल सही-सही जवाब देती है। क्या आपके मन में कभी ये सवाल उठे हैं? क्या आप इन सवालों के जवाब जानना चाहेंगे?” घर-मालिक से जवाब पाने के बाद ट्रैक्ट से उसकी दिलचस्पी के किसी एक सवाल पर चर्चा कीजिए और वहाँ दी कोई एक आयत पढ़िए। फिर उसे समझाइए कि यह उसका बस एक छोटा-सा उदाहरण है कि बाइबल क्या सिखाती है, इसके बाद उसे बाइबल सिखाती है किताब दीजिए। घर-मालिक विषय-सूची में से जो अध्याय चुनता है, उसके शुरूआती पैराग्राफ पर चर्चा कीजिए। या फिर ट्रैक्ट से आपने जिस विषय पर घर-मालिक से बात की थी, उस विषय पर बाइबल सिखाती है किताब में जहाँ ज़्यादा जानकारी दी गयी है, उस पर चर्चा कीजिए। नीचे दिए हवाले आपकी मदद करेंगे:
● क्या परमेश्वर को हमारी कोई परवाह है? (पेज 9-11, पैरा. 6-10)
● क्या युद्ध और दु:ख-तकलीफें कभी खत्म होंगी? (पेज 12, पैरा. 12-13)
● मरने पर हमारा क्या होता है? (पेज 59-60, पैरा. 7-8)
● हमारे अपने जो मर गए हैं, क्या हम उन्हें दोबारा ज़िंदा देखने की उम्मीद कर सकते हैं? (पेज 71, पैरा. 13-15)
● हमें किस तरह प्रार्थना करनी चाहिए? और अगर हम चाहते हैं कि परमेश्वर हमारी प्रार्थनाएँ सुनें, तो हमें क्या करना होगा? (पेज 166-167, पैरा. 5-8)
● हम सच्ची खुशी कैसे पा सकते हैं? (पेज 9, पैरा. 4-5)
3. हम हालात के मुताबिक बातचीत के तरीके में क्या फेरबदल कर सकते हैं?
3 अगर हालात इजाज़त नहीं देते कि हम पहली वापसी भेंट में बाइबल सिखाती है किताब से अध्ययन का प्रदर्शन करें, तब भी हम दोबारा उनसे मिलने और चर्चा जारी रखने का इंतज़ाम कर सकते हैं। घर-मालिक की दिलचस्पी के हिसाब से आप चाहें तो बाइबल सिखाती है किताब पेश करने से पहले, उससे कई बार मिलकर ट्रैक्ट में दिए एक-से-ज़्यादा सवालों पर चर्चा कर सकते हैं। जब हम अलग-अलग धर्म के लोगों के साथ बाइबल से बात करते हैं, तो खासकर हमें समझ-बूझ और हालात के हिसाब से बात करनी चाहिए। अक्टूबर महीने में इस बेहतरीन ट्रैक्ट का अच्छा इस्तेमाल कीजिए ताकि आप एक बाइबल अध्ययन शुरू कर सकें और नेकदिल लोगों को ‘सच्चाई जानने’ में मदद दे सकें।—यूह. 8:31, 32.