यहोवा के शुक्रगुज़ार होने के और भी मौके
1. कौन-सा नया इंतज़ाम हमें ‘यहोवा के बहुत शुक्रगुज़ार’ होने का मौका देता है?
1 मार्च महीने की शुरूआत से एक नया इंतज़ाम शुरू किया गया, जिससे प्रचारकों को 30 घंटे पूरे करके सहयोगी पायनियर सेवा करने का मौका मिला है। इस इंतज़ाम के तहत प्रचारक मार्च और अप्रैल महीने में ही नहीं, बल्कि सर्किट निगरान के दौरे के महीने में भी पायनियर सेवा कर सकते हैं। अगर सर्किट निगरान का दौरा पहले महीने के आखिर में शुरू होकर दूसरे महीने की शुरूआत में खत्म होता है, तो प्रचारक उन दोनों महीनों में से किसी एक महीने में 30 घंटे पायनियर सेवा करने का चुनाव कर सकते हैं। दौरे के वक्त पायनियर और खास पायनियरों के लिए जो सभा रखी जाती है, उस पूरी सभा में सहयोगी पायनियर बैठ सकते हैं। इसका मतलब है कि अगर हम 50 घंटे की माँग पूरी नहीं कर पाते हैं, तब भी हम ‘यहोवा के बहुत शुक्रगुज़ार’ हो सकते हैं। कैसे? साल में करीब चार बार 30 घंटे की माँग पूरी करके हम सहयोगी पायनियर सेवा कर सकते हैं।—भज. 109:30; 119:171.
2. सफरी निगरान के दौरे के वक्त जो सहयोगी पायनियर सेवा करेंगे उन्हें किन आशीषों का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा?
2 सर्किट निगरान के दौरे के वक्त: इस इंतज़ाम की वजह से अब कई भाई-बहन दौरे के वक्त सहयोगी पायनियर सेवा कर पाएँगे। साथ ही, उन्हें प्रचार में सफरी निगरान के साथ काम करके एक-दूसरे का हौसला बढ़ाने का मौका भी मिलेगा। (रोमि. 1:11, 12) ऐसे भाई-बहन जो हफ्ते के दौरान नौकरी के साथ-साथ सहयोगी पायनियर सेवा करते हैं, वे सफरी निगरान से शनिवार या रविवार के दिन उनके साथ प्रचार करने के लिए कह सकते हैं। कई, शायद हफ्ते के दौरान एक दिन की छुट्टी लेकर निगरान के साथ प्रचार काम करने की योजना बनाएँ। इतना ही नहीं, सहयोगी पायनियर सेवा करनेवाले भाई-बहनों के लिए एक और खुशी की बात है कि वे पायनियरों और खास-पायनियरों के लिए रखी गयी सभा में भी हाज़िर हो सकते हैं!
3. क्यों स्मारक का मौसम सहयोगी पायनियर सेवा करने के लिए सबसे खास है?
3 मार्च और अप्रैल महीनों में: जिन भाई-बहनों ने पिछले इंतज़ाम का फायदा उठाते हुए स्मारक के मौसम में, 30 घंटे पूरे करके एक महीने पायनियर सेवा की थी, अब वे अपने “गुणगान का बलिदान” दुगना कर सकते हैं। (इब्रा. 13:15) मार्च और अप्रैल दोनों महीने सहयोगी पायनियर सेवा करने के लिए सबसे बढ़िया हैं। इस दौरान हर साल हम स्मारक के अभियान में हिस्सा लेकर लोगों को इसमें हाज़िर होने का न्यौता भी देते हैं। इसके अलावा, स्मारक के मौसम में बहुत-से भाई-बहन अपनी सेवा बढ़ाते हैं, इसलिए हमें अलग-अलग प्रचारकों के साथ काम करने का मौका मिलता है। जो लोग दिलचस्पी दिखाकर स्मारक में हाज़िर हुए थे, हम उनसे दोबारा मिलते हैं और खास जन-भाषण में हाज़िर होने के लिए उनमें जोश भरते हैं। क्या आपका दिल आपको उभारता है कि आप इन इंतज़ामों का फायदा उठाकर, कुछ और मौकों पर सहयोगी पायनियर सेवा करें?—लूका 6:45.