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प्रचारकों के सवाल

◼ आध्यात्मिक मायने में समझदार बनने के लिए बच्चों को क्या सीखने की ज़रूरत है?

मसीही माता-पिता ‘यहोवा की तरफ से आनेवाले अनुशासन और उसी की सोच या हिदायतों’ के मुताबिक अपने बच्चों की परवरिश करने में काफी मेहनत करते हैं। (इफि. 6:4) मिसाल के लिए, माता-पिताओं ने पाया है कि अपने बच्चों के साथ हर सुबह रोज़ाना बाइबल वचनों पर चर्चा करना फायदेमंद रहा है। पारिवारिक उपासना और दूसरे मौकों पर कुछ परिवार वीडियो देखते हैं और उस पर चर्चा करते हैं। कभी-कभी वे नौजवान पूछते हैं के कुछ खास लेखों पर चर्चा करते हैं, बाइबल के किसी ब्यौरे को नाटक की तरह पेश करते हैं या फिर अपने बच्चों के साथ अभ्यास करते हैं। लेकिन बच्चे “प्रौढ़ता के लक्ष्य तक बढ़ते” जाएँ, इसके लिए ज़रूरी है कि उन्हें वे बातें भी सिखायी जाएँ जो बाइबल की गहरी समझ देती हैं।—इब्रा. 6:1.

सोचिए जब हम इलाके में लोगों से मिलते हैं, तो हम उन्हें क्या सिखाते हैं। पहली मुलाकात या बाद की मुलाकातों पर हम अकसर, बाइबल असल में क्या सिखाती है? किताब से बाइबल अध्ययन शुरू करने की कोशिश करते हैं। इस किताब से अध्ययन पूरा होने के बाद हम, खुद को परमेश्‍वर के प्यार के लायक बनाए रखो किताब इस्तेमाल करते हैं। क्यों? क्योंकि बाइबल सिखाती है किताब उन्हें बाइबल की बुनियादी शिक्षाएँ समझाती है, जबकि परमेश्‍वर के प्यार किताब सिखाती है कि बाइबल सिद्धांत रोज़मर्रा ज़िंदगी में कैसे लागू करें। इन दोनों साहित्य से अध्ययन करने से नए लोग मसीह में ‘जड़ पकड़ते’ और “विश्‍वास में मज़बूती” पाते हैं। (कुलु. 2:6, 7) क्या यह जानकारी हमारे बच्चों के लिए भी फायदेमंद नहीं? उन्हें भी फिरौती, परमेश्‍वर के राज और मरे हुओं की दशा के बारे में सिखाए जाने की ज़रूरत है। बच्चों को मालूम होना चाहिए कि क्यों परमेश्‍वर दुख-तकलीफों की इजाज़त देता है और वे कैसे जान-समझ सकते हैं कि आज दुनिया की व्यवस्था के आखिरी दिन चल रहे हैं। उन्हें पक्का यकीन होना चाहिए कि यहोवा के साक्षी सच्चाई सिखाते हैं। बच्चों को भी बाइबल सिद्धांत समझने और यह जानने की ज़रूरत है कि वे अपनी “सोचने-समझने की शक्‍ति” को कैसे प्रशिक्षण दे सकते हैं। (इब्रा. 5:14) बेशक ऐसा करते वक्‍त माता-पिताओं को ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चों की उम्र और समझने की काबिलीयत कितनी है। मगर यह भी देखा गया है कि कई बच्चों में छुटपन से ही बाइबल की गहरी बातें समझने की काबिलीयत होती है।—लूका 2:42, 46, 47.

माता-पिताओं की मदद के लिए बाइबल सिखाती है किताब पर आधारित स्टडी गाइड jw.org वेब साइट पर दी जाएँगी। आप ये स्टडी गाइड वेब साइट में BIBLE TEACHINGS (बाइबल शिक्षाएँ) > TEENAGERS (नौजवान) पर क्लिक करके देख सकते हैं। आनेवाले दिनों में और भी स्टडी गाइड उपलब्ध करायी जाएँगी, जो परमेश्‍वर के प्यार किताब पर आधारित होंगी। आप चाहें तो बाइबल सिखाती है और परमेश्‍वर के प्यार किताबें इस्तेमाल कर सकते हैं। माता-पिता तय कर सकते हैं कि वे इस जानकारी पर कब चर्चा करेंगे: पारिवारिक उपासना की शाम थोड़ा समय निकालकर या अपने बच्चे को बाइबल अध्ययन कराते वक्‍त या फिर अपने बच्चे को खुद से निजी अध्ययन करना सिखाते वक्‍त।

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