29 दिसंबर से शुरू होनेवाले हफ्ते का शेड्यूल
29 दिसंबर से शुरू होनेवाला हफ्ता
गीत 34 और प्रार्थना
मंडली बाइबल अध्ययन:
गवाही दो अध्या. 6 पैरा. 9-16 (30 मि.)
परमेश्वर की सेवा स्कूल:
बाइबल पढ़ाई: यहोशू 12-15 (10 मि.)
परमेश्वर की सेवा स्कूल में सीखी बातों पर चर्चा (20 मि.)
सेवा सभा:
महीने का विषय: हमें अच्छी चीज़ों का जो खज़ाना सौंपा गया है, उसमें से “अच्छी चीज़ें” निकालकर दूसरों को दीजिए।—मत्ती 12:35क.
20 मि: बाइबल विद्यार्थियों और अपने बच्चों को धीरे-धीरे “अच्छी चीज़ें” सिखाइए। (मत्ती 12:35क) चर्चा। आगे दी आयतों से बताइए कि हमें बाइबल विद्यार्थियों और अपने बच्चों से क्या उम्मीद करनी चाहिए: 1 कुरिंथियों 13:11; 1 पतरस 2:2, 3, फुटनोट। समझाइए कि ‘परमेश्वर के वचन में पाए जानेवाले दूध’ का ‘स्वाद चखने’ का क्या मतलब है और हम अपने बाइबल विद्यार्थियों और बच्चों को ऐसा करने में कैसे मदद दे सकते हैं। मरकुस 4:28 में दिया सिद्धांत समझाइए। (15 दिसंबर, 2014 की प्रहरीदुर्ग, पेज 12-13, पैरा. 6-8 देखिए।) एक ऐसे अनुभवी प्रचारक या एक माँ या पिता का इंटरव्यू लीजिए, जो यह समझा सके कि कैसे उसने बाइबल विद्यार्थी या बच्चे को सच्चाई में तरक्की करने में मदद दी।—इफि. 4:13-15; मई 2014 की हमारी राज-सेवा में प्रचारकों के सवाल देखिए।
10 मि: “मेहमान-नवाज़ी दिखाकर दूसरों के साथ ‘अच्छी चीज़ें’ बाँटिए (मत्ती 12:35क)।” चर्चा। मेहमान-नवाज़ी दिखाने से कुछ लोगों को क्या फायदे या अनुभव हुए हैं? हाज़िर लोगों से पूछिए कि हम दूसरों को, खासकर पूरे समय के सेवकों को कैसे मेहमान-नवाज़ी दिखा सकते हैं। बताइए कि मेहमान वक्ता को खाना खिलाने का मंडली में क्या इंतज़ाम है।
गीत 50 और प्रार्थना