12 जनवरी से शुरू होनेवाले हफ्ते का शेड्यूल
12 जनवरी से शुरू होनेवाला हफ्ता
गीत 17 और प्रार्थना
मंडली बाइबल अध्ययन:
गवाही दो अध्या. 7 पैरा. 1-8, पेज 53 पर दिया बक्स (30 मि.)
परमेश्वर की सेवा स्कूल:
बाइबल पढ़ाई: यहोशू 21-24 (8 मि.)
नं. 1: यहोशू 24:14-21 (3 मि. या उससे कम)
नं. 2: राजा आहाज़—विषय: यहोवा मूर्तिपूजा को मंज़ूर नहीं करता—2राजा 16:3-6, 10-16, 20; 2इति 28:5-15, 17-19 (5 मि.)
नं. 3: यहोवा ही शक्तिशाली सृष्टिकर्ता है—वचन को जानिए पेज 2 पैरा. 4—पेज 3 पैरा.1 (5 मि.)
सेवा सभा:
महीने का विषय: ‘मन के बड़े दीन स्वभाव से प्रभु के दास बनकर सेवा करते रहो।’—प्रेषि. 20:19.
10 मि: मन के बड़े दीन स्वभाव से प्रभु के दास बनकर सेवा करते रहो। चर्चा। प्रेषितों 20:19 पढ़िए। इसके बाद हाज़िर लोगों से आगे दिए सवाल पूछिए: (1) यहाँ शब्द ‘दास बनकर सेवा करने’ का क्या मतलब है? (2) प्रभु के दास बनकर सेवा करने के कुछ तरीके क्या हैं? (3) मन का बड़ा दीन स्वभाव, इसका क्या मतलब है? (4) मन के बड़े दीन स्वभाव के होने से प्रचार सेवा पूरी करने में हमें कैसे मदद मिलती है?
20 मि: “प्रचार में अपना हुनर बढ़ाना—गुस्सा करनेवाले घर-मालिक से कैसे पेश आएँ।” चर्चा। लेख पर चर्चा करने के बाद, दो भागोंवाला एक छोटा-सा प्रदर्शन दिखाइए जो सच्चा लगे। पहले भाग में दिखाइए कि गुस्सा करनेवाले घर-मालिक के साथ प्रचारक अच्छे-से पेश नहीं आता। दूसरे भाग में दिखाइए कि प्रचारक गुस्सा करनेवाले घर-मालिक के साथ कैसे प्यार से पेश आता है और शांति बनाए रखता है। सभी प्रचारकों को बढ़ावा दीजिए कि वे “महीने के दौरान इसे आज़माइए” में जो सुझाव दिए हैं उन्हें लागू करें।
गीत 39 और प्रार्थना