शासी निकाय का खत
प्यारे भाइयो और बहनो:
“हम जब-जब अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हारा ज़िक्र करते हैं, तो तुम सबके लिए परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं। हम अपने पिता और परमेश्वर के सामने हर वक्त तुम्हें याद करते हैं कि किस तरह तुमने विश्वास के काम किए और प्यार से कड़ी मेहनत की। और यह भी नहीं भूलते कि हमारे प्रभु यीशु मसीह पर आशा रखने की वजह से किस तरह तुमने धीरज धरा है।” (1 थिस्स. 1:2, 3) हम आपके बारे में जो महसूस करते हैं, वह कितनी खूबसूरती से इन शब्दों में बयान किया गया है! हम आपके लिए और आप जो भले काम कर रहे हैं, उनके लिए यहोवा का धन्यवाद करते हैं। हम ऐसा क्यों कह रहे हैं?
पिछले साल के दौरान, आप राज के कामों के सिलसिले में “कड़ी मेहनत” और “विश्वास के काम” करने में बहुत व्यस्त थे। आपमें से बहुत-से भाई-बहनों ने अलग-अलग तरीकों से परमेश्वर की सेवा में और भी ज़्यादा किया। कुछ भाई-बहन ऐसे इलाकों में जा बसे हैं, जहाँ राज के प्रचारकों की ज़्यादा ज़रूरत है। कुछ भाई-बहनों ने तो इन इलाकों में सेवा करने के लिए अपना देश तक छोड़ दिया है। और कुछ प्रचारक सरेआम गवाही देकर प्रचार काम में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। कई भाई-बहनों ने स्मारक के आस-पास के महीनों में, सर्किट निगरान के दौरे के महीने में, या अगस्त 2014 में हुए खास अभियान के दौरान सहयोगी पायनियर सेवा की। हालाँकि आप सब के हालात अलग-अलग हैं, लेकिन आप तन-मन लगाकर यहोवा की सेवा कर रहे हैं और इसके लिए हम आपकी तारीफ करते हैं। (कुलु. 3:23, 24) आपके “विश्वास के काम” वाकई हमें यहोवा का धन्यवाद करने की एक वजह देते हैं!
दुनिया-भर में परमेश्वर की उपासना के लिए इमारतों के निर्माण में आपने जो “प्यार से कड़ी मेहनत की” है, उसके लिए भी हम तहे दिल से आपके शुक्रगुज़ार हैं। जैसे-जैसे यहोवा के लोगों की गिनती बढ़ती जा रही है, हमें इन इमारतों की सख्त ज़रूरत है। (यशा. 60:22) ज़रा सोचिए, पिछले साल प्रचारकों का शिखर 82,01,545 था और हमने हर महीने तकरीबन 94,99,933 बाइबल अध्ययन चलाए। इस बढ़ोतरी की वजह से बहुत-से शाखा दफ्तरों को बड़ा करने या उनकी मरम्मत करने की ज़रूरत है। साथ ही, हमें और भी राज-घरों की ज़रूरत है। और दुनिया-भर में कई जगहों पर रिमोट ट्रांस्लेशन ऑफिस खोलने की ज़रूरत है, ताकि अनुवादक ऐसे इलाकों में रहकर काम कर सकें, जहाँ उनकी भाषा बोली जाती है।
इन बातों को ध्यान में रखते हुए हमें खुद से पूछना चाहिए, ‘मैं इन इमारतों के निर्माण काम में सहयोग देने के लिए क्या कर सकता हूँ?’ हममें से कुछ भाई-बहन निर्माण काम में हिस्सा लेने के लिए खुद को पेश कर सकते हैं। और चाहे हमारे पास निर्माण काम में कोई हुनर न भी हो, हम सब को यह सम्मान मिला है कि हम अपनी संपत्ति से इन ज़रूरी कामों में हाथ बँटाएँ। (नीति. 3:9, 10) निवासस्थान के निर्माण काम के दौरान इसराएलियों ने खुशी-खुशी इतना दान दिया कि एक घोषणा करनी पड़ी की वे और दान न दें। (निर्ग. 36:5-7) वाकई, बाइबल में दर्ज़ ये मिसालें हमारे दिल को छू जाती हैं और इन्हें पढ़कर हम भी दान देने के लिए उभारे जाते हैं। पवित्र सेवा के इन अहम पहलुओं में आप जो “प्यार से कड़ी मेहनत” कर रहे हैं, उसके लिए भी हम यहोवा का धन्यवाद करते हैं!
इसके अलावा, हमारे पास खुश होने की एक और खास वजह है। वह क्या? यही कि हमारे भाई मुश्किलों के दौरान धीरज धर रहे हैं। दक्षिण कोरिया में रहनेवाले हमारे भाइयों की मिसाल पर गौर कीजिए। सन् 1950 से उस देश के हमारे जवान भाइयों को सलाखों के पीछे डाला जा रहा है, क्योंकि वे फौज में भर्ती होने से इनकार कर देते हैं। कुछ भाइयों को कम, तो कुछ भाइयों को ज़्यादा वक्त के लिए सज़ा दी जा रही है। सालों से हमारे भाई बिना डगमगाए इस तरह के सुलूक को सहते आए हैं। वाकई, जिस तरह उन्होंने धीरज धरा है, उससे हमारा विश्वास मज़बूत होता है!
एरिट्रीया देश में हमारे तीन भाई 20 साल से जेल की सज़ा काट रहे हैं। कुछ और भाई-बहनों को उससे कम समय के लिए जेल में डाला गया है, जिनमें हमारी बहनें और बच्चे भी शामिल हैं। इन भाई-बहनों को रिहा करने के लिए बहुत-सी कोशिशें की जा रही हैं, लेकिन अब तक हमें कामयाबी नहीं मिली है। हमारे भाइयों ने अपने विश्वास से समझौता नहीं किया है। मुश्किल हालात में भी वे यहोवा के वफादार बन रहे हैं। हम इन वफादार भाइयों को अपनी प्रार्थनाओं में याद करना नहीं भूलते।—रोमि. 1:8, 9.
बेशक, आपमें से ज़्यादातर भाई-बहनों को अपने विश्वास की खातिर सलाखों के पीछे नहीं डाला गया है। लेकिन आपमें से कई ढलती उम्र, खराब सेहत, अविश्वासी साथी या रिश्तेदारों की तरफ से विरोध और ज़िंदगी में आनेवाली दूसरी कई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, जिनके बारे में शायद सिर्फ आप ही जानते हैं। इसके बावजूद आप वफादारी से यहोवा की सेवा कर रहे हैं! (याकू. 1:12) इसके लिए हम आपकी तारीफ करते हैं। आपका इस तरह मुश्किलों में धीरज धरना हमें यहोवा का धन्यवाद करने की एक और वजह देता है।
जी हाँ, आपके विश्वास के काम, प्यार से की गयी कड़ी मेहनत और मुश्किलों के दौरान धीरज धरना हमें इस बात की वजह देता है कि हम ‘यहोवा का धन्यवाद करें, क्योंकि वह भला है।’ (भज. 106:1) हम आप सभी से बहुत प्यार करते हैं और यहोवा से प्रार्थना करते हैं कि वह आपको हिम्मत दे, आपको सँभाले रखे और आपको आशीषें दे, ताकि आप हमेशा-हमेशा उसकी सेवा करते रहें।
आपके भाई,
यहोवा के साक्षियों का शासी निकाय