परमेश्वर की सेवा स्कूल में सीखी बातों पर चर्चा
31 अगस्त, 2015 से शुरू होनेवाले हफ्ते में परमेश्वर की सेवा स्कूल में नीचे दिए सवालों पर चर्चा होगी। हर मुद्दे पर कब चर्चा की जानी है, उसकी तारीख दी गयी है, ताकि हर हफ्ते स्कूल की तैयारी करते वक्त उस पर खोजबीन की जा सके।
सुलैमान की प्रार्थना में यहोवा परमेश्वर पर विश्वास मज़बूत करनेवाली कौन-सी सच्चाइयों का ज़िक्र किया गया है और उन पर मनन करने से हमें कैसे फायदा होता है? (1 राजा 8:22-24, 28) [6 जुला., प्रहरीदुर्ग 05 7/1 पेज 30 पैरा. 3]
जिस तरह दाविद “मन की खराई” से चलता रहा, उससे हम क्या सीख सकते हैं? (1 राजा 9:4) [13 जुला., प्रहरीदुर्ग 12 11/15 पेज 7 पैरा. 18, 19]
बाइबल में दिए उस ब्यौरे से हम क्या ज़रूरी सबक सीख सकते हैं, जिसमें यहोवा ने एलिय्याह को सारपत में रहनेवाली विधवा के पास भेजा? (1 राजा 17:8-14) [27 जुला., प्रहरीदुर्ग 14 2/15 पेज 14]
पहला राजा 17:10-16 में दिए ब्यौरे पर मनन करने से यहोवा पर पूरा भरोसा रखने का हमारा इरादा कैसे मज़बूत होता है? [27 जुला., प्रहरीदुर्ग 14 2/15 पेज 13-15]
निराशा की भावनाओं से जूझने में एलिय्याह ने जो मिसाल रखी, उससे हम क्या सीख सकते हैं? (1 राजा 19:4) [3 अग., प्रहरीदुर्ग 14 3/15 पेज 15 पैरा. 15-18]
जब यहोवा ने देखा कि एलिय्याह निराश हो गया है, तो उसने क्या किया और हम यहोवा की मिसाल पर कैसे चल सकते हैं? (1 राजा 19:7, 8) [3 अग., प्रहरीदुर्ग 14 6/15 पेज 27 पैरा. 15, 16]
राजा अहाब ने क्या गलत नज़रिया रखा और आज मसीही वही गलती करने से कैसे बच सकते हैं? (1 राजा 21:20) [10 अग., परमेश्वर का प्यार पेज 188, 189, बक्स]
एलीशा ने एलिय्याह से जो बिनती की, उससे हम क्या सीख सकते हैं और यह बात हमारी उस वक्त कैसे मदद कर सकती है, जब हमें परमेश्वर की सेवा में कोई नयी ज़िम्मेदारी मिलती है? (2 राजा 2:9, 10) [17 अग., प्रहरीदुर्ग 03 11/1 पेज 31 पैरा. 5, 6]
नौजवान 2 राजा 5:1-3 में बतायी इसराएली लड़की के विश्वास और हिम्मत की मिसाल पर कैसे चल सकते हैं? [24 अग., प्रहरीदुर्ग 12 2/15 पेज 12, 13 पैरा. 11]
अंत के इस समय में यहोवा के सेवकों को अपने अंदर येहू के जैसे कौन-से गुण बढ़ाने चाहिए? (2 राजा 10:16) [31 अग., प्रहरीदुर्ग 11 11/15 पेज 5 पैरा. 5]