वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • mwb18 जून पेज 2
  • मसीह के नक्शे-कदम पर नज़दीकी से चलिए

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • मसीह के नक्शे-कदम पर नज़दीकी से चलिए
  • हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2018
  • मिलते-जुलते लेख
  • ज़ुल्म सहने पर भी खुश रहिए
    हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2022
  • धीरज धरने में यीशु की मिसाल पर गौर कीजिए
    मेरा चेला बन जा और मेरे पीछे हो ले
  • दुःख-तकलीफों में धीरज धरने से हमें फायदा हो सकता है
    प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2007
  • आप ज़ुल्मों का सामना कर सकते हैं!
    खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!—ईश्‍वर से जानें
और देखिए
हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2018
mwb18 जून पेज 2

जीएँ मसीहियों की तरह

मसीह के नक्शे-कदम पर नज़दीकी से चलिए

यीशु ने हमारे लिए एक आदर्श रखा कि हम किस तरह मुश्‍किलों का सामना कर सकते हैं या ज़ुल्म सह सकते हैं। (1पत 2:21-23) यीशु की बेइज़्ज़ती की गयी, लेकिन उसने कभी पलटकर जवाब नहीं दिया। जब वह तकलीफ झेल रहा था, तब भी उसने किसी को बुरा-भला नहीं कहा। (मर 15:29-32) वह यह सब इसलिए कर पाया, क्योंकि वह यहोवा की मरज़ी पूरी करना चाहता था। (यूह 6:38) इसके अलावा उसने अपना पूरा ध्यान उस “खुशी” पर लगाया, “जो उसके सामने थी।”​—इब्र 12:2.

हम जो विश्‍वास करते हैं, उस वजह से अगर हमारे साथ बुरा व्यवहार किया जाता है, तो हम क्या करेंगे? हम मसीही “बुराई का बदला बुराई से” नहीं देंगे। (रोम 12:14, 17) तकलीफें आने पर अगर हम यीशु की तरह धीरज धरें, तो हम इस बात से खुशी पा सकते हैं कि यहोवा हमसे खुश है।​—मत 5:10-12; 1पत 4:12-14.

यहोवा का नाम सबसे ज़्यादा मायने रखता है नाम का वीडियो देखिए। फिर इन सवालों के जवाब दीजिए:

  • काल-कोठरी में सज़ा काटते वक्‍त बहन पोएट्‌ज़िंगर ने समय का अच्छा इस्तेमाल कैसे किया?

  • भाई और बहन पोएट्‌ज़िंगर ने अलग-अलग यातना शिविरों में कौन-कौन-सी तकलीफें सहीं?

  • वे कैसे धीरज धर पाएँ?

नात्ज़ी यातना शिविर में स्त्रियाँ काम कर रही हैं; भाई और बहन पोएट्‌ज़िंगर

मुश्‍किलों के दौरान मसीह के नक्शे-कदम पर नज़दीकी से चलिए

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें