6-12 मई
2 कुरिंथियों 4-6
गीत 128 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (3 मि. या कम)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“हम हार नहीं मानते”: (10 मि.)
2कुर 4:16—यहोवा “दिन-ब-दिन” हममें नया जोश भरता है (प्र04 8/15 पेज 25 पै 16-17)
2कुर 4:17—आज की तकलीफें बस “पल-भर” की हैं (इंसाइट-1 पेज 724-725)
2कुर 4:18—हमें परमेश्वर के राज में मिलनेवाली आशीषों पर ध्यान लगाना चाहिए
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (8 मि.)
2कुर 4:7—वह “खज़ाना” क्या है जो “मिट्टी के बरतनों में” रखा गया है? (प्र12 2/1 पेज 28-29, अँग्रेज़ी)
2कुर 6:13—हम कैसे “अपने दिलों को बड़ा” कर सकते हैं? (प्र09 11/15 पेज 21 पै 7)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा के बारे में क्या सीखा?
इन अध्यायों में आपको और क्या-क्या रत्न मिले?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या कम) 2कुर 4:1-15 (जी-जान गुण 12)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पढ़ने और सिखाने में जी-जान लगाएँ: (10 मि.) चर्चा। सही-सही पढ़िए वीडियो दिखाइए। फिर जी-जान ब्रोशर से गुण 5 पर चर्चा कीजिए।
भाषण: (5 मि. या कम) प्र04 7/1 पेज 30-31—विषय: क्या एक बपतिस्मा पाए हुए मसीही को बपतिस्मा-रहित प्रचारक से शादी करने के इरादे से मिलना-जुलना चाहिए? (जी-जान गुण 7)
जीएँ मसीहियों की तरह
मुझसे जितना बन पड़ता है, उतना मैं करता हूँ: (8 मि.) वीडियो दिखाइए। फिर ये सवाल पूछिए: जब भाई फॉस्टर जवान और तंदुरुस्त थे, तो उन्होंने कैसे जी-जान से यहोवा की सेवा की? उनके हालात कैसे बदल गए? आज भी वे कैसे जी-जान से सेवा कर रहे हैं? उनसे आपने क्या-क्या सीखा?
मंडली की ज़रूरतें: (7 मि.)
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) राज किताब अध्या 6 पै 16-24 और बक्स “परमेश्वर का राज आपके लिए कितना असली है?”
सीखी बातों पर एक नज़र और अगले हफ्ते की एक झलक (3 मि.)
गीत 21 और प्रार्थना