27 जुलाई–2 अगस्त
निर्गमन 12
गीत 20 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“फसह से मसीही क्या सीख सकते हैं?”: (10 मि.)
निर्ग 12:5-7—फसह के मेम्ने की अहमियत (प्र07 1/1 पेज 22 पै 4)
निर्ग 12:12, 13—दरवाज़े की बाज़ुओं पर छिड़के गए खून की अहमियत (इंसाइट-2 पेज 583 पै 6)
निर्ग 12:24-27—फसह से मिलनेवाली सीख (प्र13 12/15 पेज 20 पै 13-14)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
निर्ग 12:12—यहोवा ने किस तरह मिस्रियों पर कहर लाकर, खासकर दसवाँ कहर लाकर, उनके झूठे देवताओं को सज़ा दी? (इंसाइट-2 पेज 582 पै 2)
निर्ग 12:14-16—बिन-खमीर की रोटियों के त्योहार और दूसरी पवित्र सभाओं की क्या खासियत थी और इनसे इसराएलियों को कैसे फायदा होता था? (इंसाइट-1 पेज 504 पै 1)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या कम) निर्ग 12:1-20 (जी-जान गुण 5)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (3 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। बातचीत में आनेवाली एक आम रुकावट पार कीजिए। (जी-जान गुण 2)
वापसी भेंट: (4 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। फिर जिस विषय पर आपने बात की, उससे जुड़ी कोई पत्रिका दीजिए जो हाल ही में आयी है। (जी-जान गुण 6)
बाइबल अध्ययन: (5 मि. या कम) सिखाती है पेज 16 पै 21-22 (जी-जान गुण 19)
जीएँ मसीहियों की तरह
“यहोवा अपने लोगों की हिफाज़त करता है”: (15 मि.) चर्चा। वॉरविक के संग्रहालयों के दर्शन: “यहोवा के नाम से पहचाने जानेवाले लोग” वीडियो दिखाइए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि.) 10 सवाल ब्रोशर, सवाल 4
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि. या कम)
गीत 28 और प्रार्थना