21-27 सितंबर
निर्गमन 27-28
गीत 25 और प्रार्थना
सभा की एक झलक (1 मि.)
पाएँ बाइबल का खज़ाना
“याजकों की पोशाक से मिलनेवाली सीख”: (10 मि.)
निर्ग 28:30—हमें यहोवा की मरज़ी जानने की कोशिश करनी चाहिए (इंसाइट-2 पेज 1143)
निर्ग 28:36—हमें शुद्ध रहना चाहिए (इंसाइट-1 पेज 849 पै 3)
निर्ग 28:42, 43—हमारे व्यवहार, कपड़ों और हमारी बोली से गरिमा झलकनी चाहिए (प्र08 8/15 पेज 15 पै 17, 18)
ढूँढ़ें अनमोल रत्न: (10 मि.)
निर्ग 28:15-21— इसराएल के महायाजक के सीनेबंद पर जो रत्न होते थे, वे शायद कहाँ से थे? (प्र12 8/1 पेज 26 पै 1-3, अँग्रेज़ी)
निर्ग 28:38—‘पवित्र चीज़ें’ क्या थीं? (इंसाइट-1 पेज 1130 पै 2)
इस हफ्ते के अध्यायों से आपने यहोवा, प्रचार सेवा और दूसरे मामलों के बारे में क्या सीखा?
पढ़ने के लिए आयतें: (4 मि. या कम) निर्ग 27:1-21 (जी-जान गुण 5)
बढ़ाएँ प्रचार में हुनर
पहली मुलाकात: (3 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव अपनाकर बात शुरू कीजिए। फिर jw.org संपर्क कार्ड दीजिए। (जी-जान गुण 1)
वापसी भेंट: (4 मि. या कम) “गवाही कैसे दें” में दिया सुझाव आज़माइए। फिर प्रकाशनों के पिटारे में से कोई प्रकाशन दीजिए। (जी-जान गुण 2)
बाइबल अध्ययन: (5 मि. या कम) प्यार के लायक पेज 111 पै 20-21 (जी-जान गुण 13)
जीएँ मसीहियों की तरह
“प्रचार में अपना हुनर बढ़ाइए—कैमरे या इंटरकॉम के ज़रिए गवाही दीजिए”: (15 मि.) चर्चा। पहला वीडियो दिखाइए और चर्चा कीजिए। फिर दूसरा वीडियो दिखाइए और चर्चा कीजिए।
मंडली का बाइबल अध्ययन: (30 मि. या कम) परिवार खुश रह सकता है भाग 2
समाप्ति के चंद शब्द (3 मि. या कम)
गीत 131 और प्रार्थना