17-23 मार्च
नीतिवचन 5
गीत 122 और प्रार्थना | सभा की एक झलक (1 मि.)
1. नाजायज़ यौन-संबंधों से कोसों दूर रहिए
(10 मि.)
नाजायज़ यौन-संबंध रखने के लिए मन ललचा सकता है (नीत 5:3; प्र00 7/15 पेज 29 पै 1)
नाजायज़ यौन-संबंध के बहुत बुरे अंजाम होते हैं (नीत 5:4, 5; प्र00 7/15 पेज 29 पै 2)
नाजायज़ यौन-संबंधों से कोसों दूर रहिए (नीत 5:8; प्र00 7/15 पेज 29 पै 5)
एक नौजवान बहन एक लड़के को अपना नंबर देने से मना कर रही है
2. ढूँढ़ें अनमोल रत्न
(10 मि.)
नीत 5:9—नाजायज़ यौन-संबंध रखने से हम कैसे अपना “मान-सम्मान खो” सकते हैं? (प्र00 7/15 पेज 29 पै 7)
इस हफ्ते पढ़ने के लिए जो अध्याय है, उसमें आपको क्या-क्या रत्न मिले?
3. पढ़ने के लिए आयतें
(4 मि.) नीत 5:1-23 (जी-जान गुण 5)
4. बातचीत शुरू करना
(3 मि.) सरेआम गवाही देना। ऐसे व्यक्ति को स्मारक के लिए बुलाइए जो ईसाई नहीं है। उसे jw.org से दिखाइए कि उसके इलाके में स्मारक कहाँ होगा। (प्यार पाठ 6 मुद्दा 4)
5. वापसी भेंट करना
(4 मि.) घर-घर का प्रचार। पिछली बार आपने घर-मालिक को स्मारक का निमंत्रण-पत्र दिया था और वह उस बारे में और जानना चाहता था। (प्यार पाठ 9 मुद्दा 5)
6. बाइबल अध्ययन चलाना
(5 मि.) खुशी पाठ 16: अब तक हमने सीखा, आप क्या कहेंगे? और लक्ष्य। जब विद्यार्थी पूछता है कि क्या यीशु शादीशुदा था, तो उसे दिखाइए कि वह कैसे खोजबीन करके इसका जवाब ढूँढ़ सकता है। (प्यार पाठ 11 मुद्दा 4)
गीत 121
7. डेटिंग करते समय कैसे पवित्र बने रहें?
(15 मि.) चर्चा।
जब एक लड़का-लड़की एक-दूसरे को पसंद करते हैं और एक-दूसरे को जानने के लिए साथ समय बिताते हैं, तो उसे डेटिंग कहते हैं। लोगों का मानना है कि वे दूसरों के साथ मिलकर या अकेले में, दूसरों को बताकर या बिना बताए, आमने-सामने मिलकर, फोन पर बात करके या मैसेज भेजकर डेटिंग कर सकते हैं। हम डेटिंग सिर्फ मज़े के लिए नहीं करते बल्कि इसे एक बड़ा कदम समझते हैं, जिससे दो लोग तय कर पाते हैं कि वे एक-दूसरे से शादी करेंगे या नहीं। उनकी उम्र चाहे जो भी हो, डेटिंग के दौरान वे ऐसी कौन-सी बातें ध्यान में रख सकते हैं, जिससे वे कुछ गलत ना कर बैठें?—नीत 22:3.
शादीशुदा ज़िंदगी के लिए तैयारी—भाग 1: क्या मैं डेटिंग के लिए तैयार हूँ?—एक झलक वीडियो दिखाइए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:
अगर एक व्यक्ति शादी के लिए तैयार नहीं है, तो उसे डेटिंग क्यों नहीं करनी चाहिए? (नीत 13:12; लूक 14:28-30)
माता-पिता ने जिस तरह अपनी बेटी की मदद की, उसमें आपको क्या बात अच्छी लगी?
नीतिवचन 28:26 पढ़िए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:
जो डेटिंग कर रहे हैं, वे कौन-से कदम उठा सकते हैं ताकि ऐसे हालात ना आएँ जिनमें वे कुछ गलत कर बैठें?
इस बारे में पहले से हदें तय करना क्यों समझदारी होगी कि दोनों किस तरह एक-दूसरे के लिए प्यार ज़ाहिर करेंगे, जैसे हाथ पकड़कर या चूमकर?
इफिसियों 5:3, 4 पढ़िए। फिर हाज़िर लोगों से पूछिए:
फोन पर या ऑनलाइन बात करते वक्त दोनों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
8. मंडली का बाइबल अध्ययन
(30 मि.) गवाही दो अध्या. 24 पै 1-6