शासी निकाय का खत
यहोवा की सेवा करनेवाले हमारे प्यारे भाइयो:
आप प्यारे भाइयों को यह खत लिखने में हमें बेहद खुशी हो रही है, जो वफादारी से यहोवा की सेवा कर रहे हैं और जिनकी गिनती अब 70 लाख से ज़्यादा हो गयी है। जब आप दुनिया के दूसरे कोने से आए किसी भाई-बहन से मिलते हैं, तो उसे देखते ही आपको लगता है कि आपका उसके साथ प्यार का एक अटूट रिश्ता है। (यूह. 13:34, 35) इसमें कोई शक नहीं कि जब आप हमारे साहित्य में अलग-अलग देशों के भाई-बहनों के विश्वास और वफादारी के बारे में पढ़ते हैं, तो आप महसूस कर पाते हैं कि उनके साथ आपका कितना अनोखा रिश्ता है।
दुनिया-भर से मिली रिपोर्ट दिखाती हैं कि आपमें से ज़्यादातर लोग नियमित तौर पर पारिवारिक उपासना कर रहे हैं। आपमें से कइयों के छोटे-छोटे बच्चे हैं और यह वाकई काबिले-तारीफ है कि अध्ययन को दिलचस्प बनाने और बच्चों का ध्यान बाँधे रखने के लिए आप नए-नए तरीके अपनाते हैं। (इफि. 6:4) पारिवारिक उपासना की वजह से पति-पत्नी साथ मिलकर अध्ययन कर पाते हैं जिससे उनका रिश्ता और मज़बूत होता है। (इफि. 5:28-33) वाकई, परमेश्वर के वचन का गहराई से अध्ययन करने के इस इंतज़ाम से सभी को फायदा हुआ है, फिर चाहे वे अकेले हों या परिवारवाले।—यहो. 1:8, 9.
हमें उन भाई-बहनों से पूरी हमदर्दी है जिन्होंने हाल में आयी प्राकृतिक विपत्तियों में अपना घर-बार, यहाँ तक कि अपनों को भी खोया है। हम इस मौके पर उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहते हैं, जिन्होंने मुश्किल की इस घड़ी में आगे आकर राहत पहुँचाने के काम में हिस्सा लिया। (प्रेषि. 11:28-30; गला. 6:9, 10) इतना ही नहीं, आपमें से कुछ भाई-बहन मंडली में दूसरों की माली हालत जानते हैं और ज़रूरत के वक्त उनकी मदद करते हैं। ऐसा करके आप पहली सदी की दोरकास की तरह ‘बहुत-से भले काम करते और दान’ देते हैं। (प्रेषि. 9:36) यकीन रखिए कि यहोवा यह सब देख रहा है और वह आपको इसका बदला ज़रूर देगा।—मत्ती 6:3, 4.
कुछ देशों में ‘कानून की आड़ में उत्पात मचानेवाले’ लोग आपके अधिकारों को अपने पैरों तले रौंद रहे हैं। (भज. 94:20-22) यीशु ने भविष्यवाणी की थी कि उसके चेलों को सताया जाएगा। यह बात आप जानते हैं, इसलिए आप हिम्मत दिखाते हुए धीरज धरते हैं और यहोवा को अपना दृढ़ गढ़ मानते हैं। (यूह. 15:19, 20) आप जब-जब उन लोगों के सामने ‘अपनी आशा की पैरवी करते हैं, जो आपसे आशा की वजह जानने की माँग करते हैं,’ तो यकीन मानिए कि उस दौरान आप प्यारे भाई-बहनों के लिए हम प्रार्थना करते रहते हैं।—1 पत. 3:13-15.
आप लाखों भाई-बहनों को हम शाबाशी देना चाहते हैं जो साल-दर-साल अपनी नैतिक शुद्धता बनाए रखते हैं, जबकि शैतान बड़ी चलाकी से चारों तरफ अनैतिकता फैला रहा है। आज दुनिया के नैतिक स्तर बहुत तेज़ी से गिरते जा रहे हैं, लेकिन आप “प्रभु में और उसकी महा-शक्ति में ताकत हासिल करते” जा रहे हैं। (इफि. 6:10) आपने “परमेश्वर के दिए सारे हथियार बाँध” लिए हैं, इसलिए आप “शैतान के दाँव-पेंचों” का डटकर मुकाबला कर पा रहे हैं। (इफि. 6:11, 12) आपकी अच्छी मिसाल की वजह से यहोवा अपने निंदा करनेवाले, शैतान को मुँहतोड़ जवाब दे पाता है!—नीति. 27:11.
हमें यह जानकर खुशी हुई कि सन् 2011 में हमारे प्रभु की मौत के स्मारक में 1,93,74,737 लोग हाज़िर हुए। इसकी एक वजह है कि पिछले अप्रैल में हमने सहयोगी पायनियर सेवा करने का जो बढ़ावा दिया था, उसमें आपने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। धरती के करोड़ों लोगों ने यहोवा के वफादार साक्षियों के मुँह से उसकी महिमा की गूँज सुनी! (रोमि. 10:18) चाहे आप उन 26,57,377 लोगों में से थे जिन्होंने उस महीने सहयोगी पायनियर सेवा की, या आपने दूसरे तरीकों से अपनी सेवा बढ़ाने की कोशिश की, आप सभी को खुशी-खुशी और जोश से इस काम में हिस्सा लेते देख हमारा सीना चौड़ा हो गया।—भज. 110:3; कुलु. 3:23.
पिछले साल 2,63,131 लोगों ने बपतिस्मा लेकर यहोवा के लिए अपना समर्पण ज़ाहिर किया। हम इस बात के लिए यहोवा का धन्यवाद करते हैं। हम आप सबको भी धन्यवाद देते हैं कि आप हमारे साथ मिलकर दूसरों को यह न्यौता दे रहे हैं: “‘आ!’ और सुननेवाला हर कोई कहे: ‘आ!’ और हर कोई जो प्यासा हो वह आए। जो कोई चाहे वह जीवन देनेवाला पानी मुफ्त में ले ले।” (प्रका. 22:17) खासकर 2011 के हमारे ज़िला अधिवेशनों में परमेश्वर के राज की खासियतों के बारे में जानकर हम दिल से कह पाते हैं, “परमेश्वर का राज आए!” यीशु ने भरोसा दिया है कि “मैं बहुत जल्द आ रहा हूँ,” इससे हम यूहन्ना की तरह यह कहने के लिए उभारे जाते हैं: “आमीन! प्रभु यीशु, आ।”—प्रका. 22:20.
इस रोमांचक घटना का इंतज़ार करते वक्त यकीन रखिए कि हम आपमें से हरेक से बेहद प्यार करते हैं, क्योंकि आप यहोवा के लिए “अपने कामों से और सच्चे दिल” से अपने प्यार का सबूत दे रहे हैं।—1 यूह. 3:18.
आपके भाई,
यहोवा के साक्षियों का शासी निकाय