पिछले साल की खास घटनाएँ
“आप मेरे सबसे अच्छे पड़ोसी हैं”
7 और 8 मई, 2016 को 25 कोलंबिया हाइट्स, ब्रुकलिन, न्यू यॉर्क में विश्व मुख्यालय के रिसेप्शन में काफी चहल-पहल रही। आम तौर पर शनिवार और रविवार को मुख्यालय बंद रहता था और प्रदर्शनियाँ देखने का इंतज़ाम नहीं किया जाता था। मगर बेथेल के आस-पास रहनेवालों को न्यौता दिया गया था कि वे उन दोनों दिनों में बेथेल आ सकते हैं और बाइबल के इतिहास की एक प्रदर्शनी देख सकते हैं।
उस इलाके में न्यौता बाँटते वक्त लोगों को अच्छी गवाही दी गयी। साथ ही, न्यौता बाँटनेवाले भाई-बहनों के लिए यह एक बढ़िया अनुभव रहा। खासकर लंबे समय से उस इलाके में रहनेवालों ने बेथेल की तारीफ में जो बातें कहीं, वह सुनकर उन्हें बहुत अच्छा लगा।
एक आदमी ने कहा, “मैं 1960 के बाद के सालों से [बेथेल के आस-पास के] कई घरों में रह चुका हूँ। आप लोग मेरे सबसे अच्छे पड़ोसी रहे हैं। हमें आपकी कमी ज़रूर महसूस होगी। काश! आप यहाँ से दूसरी जगह नहीं जाते।”
एक औरत ने कहा, “अगर आप लोग नहीं होते तो आज यह इलाका इतना अच्छा नहीं होता। हम आपके बहुत एहसानमंद हैं कि इतने साल आप यहाँ रहे।”
उस इलाके में न्यौता बाँटनेवाले कई पायनियरों को यह देखकर खुशी हुई कि आस-पास के लोगों ने उनके साथ अच्छा व्यवहार किया और उनसे प्यार से बात की। वहाँ के निवासियों के एक संघ के एक सदस्य ने हमारे संगठन की बहुत तारीफ की और कहा कि उसे अफसोस है कि जिस दिन प्रदर्शनी देखने का इंतज़ाम किया गया है उस दिन वह शहर में नहीं होगा।
इस तरह न्यौता देने का बहुत बढ़िया नतीजा निकला। उन दो दिनों में 48 लोग, जो साक्षी नहीं हैं, बाइबल की प्रदर्शनी देखने आए। बेथेल के कई सदस्य रिसेप्शन में उनका स्वागत करने और उनसे बात करने के लिए मौजूद थे।
सैली ने, जो करीब 30 साल की है, प्रदर्शनी देखने में करीब आधा घंटा बिताया। जब वह आयी तो वे पायनियर रिसेप्शन में मौजूद थे जिन्होंने उसे न्यौता दिया था। सैली ने कहा कि उसे पता नहीं था कि बाइबलों की प्रदर्शनी यहाँ लगी है। पायनियरों ने उसे बताया कि उसके जैसी पढ़ी-लिखी जवान लड़की से मिलकर वे बहुत खुश हैं जिसे बाइबल में इतनी दिलचस्पी है। सैली ने कहा, “बाइबल एक खास किताब है। सिर्फ इसी को पढ़कर हम जान सकते हैं कि परमेश्वर हमसे क्या कहना चाहता है। यह एक ऐसी किताब है जो आज भी हमारी ज़िंदगी पर गहरा असर कर सकती है।”
सैली ने बताया कि वह बाइबल का बहुत सम्मान करती है, इसीलिए उसने लातीनी और ग्रीक भाषा सीखी। उसने यह भी बताया कि उसे अनुवाद के काम में बहुत दिलचस्पी है। वह मानती है कि जब अनुवाद किया जाता है तो यह ज़रूरी है कि कोई अपने विचार उसमें न मिलाए। जब पायनियरों ने सैली को बताया कि हमारी jw.org वेबसाइट पर बाइबल पर आधारित जानकारी 800 से ज़्यादा भाषाओं में उपलब्ध है तो वह दंग रह गयी और खुश हुई। जब बहनों ने उसे बताया कि अनुवादकों ने यहोवा के नाम के साथ क्या किया है तो वह चौंक गयी और उसने पूछा, “यहोवा का नाम बाइबल से क्यों हटा दिया गया?” सैली ने जाते-जाते कहा, “मैं हमेशा से इसी इलाके में रही हूँ और आप मेरे सबसे अच्छे पड़ोसी हैं।”
बेथेल का एक भाई जॉन प्रदर्शनी के बादवाले सोमवार को जब बेथेल के पास ट्रॉली लगाकर गवाही दे रहा था तो एक पादरी उसके पास आया। उसने जॉन से कहा कि उसे प्रदर्शनी बहुत अच्छी लगी और उसे यह देखकर खुशी होती है कि हम सिर्फ वही मानते हैं जो बाइबल में लिखा है। थोड़ी देर बात करने के बाद उसने अचानक कहा, “मैं साक्षियों से बहुत गुस्सा हूँ!” जॉन उलझन में पड़ गया और उसने वजह पूछी। पादरी ने कहा, “क्योंकि आप लोग यहाँ से जा रहे हैं! मत जाइए, यहीं रहिए! आप चाहे तो और भी बड़ी-बड़ी इमारतें खरीदिए, जो चाहे बनाइए मगर यहीं रहिए। आप लोगों की वजह से आज यह इलाका इतना अच्छा है। मुझे बहुत दुख है कि आप यह जगह छोड़कर जा रहे हैं!”
इस तरह जब न्यौता दिया गया और लोग बाइबल की प्रदर्शनी देखने आए, तो उस इलाके में अच्छी गवाही दी गयी और लोगों ने पहली बार समझा कि परमेश्वर का नाम कितनी अहमियत रखता है।