हाथ की चक्की
बाइबल के ज़माने में कई तरह की चक्कियाँ होती थीं जिनमें से एक थी, हाथ की चक्की। इसे आम तौर पर दो औरतें चलाती थीं। (लूक 17:35) वे आमने-सामने बैठती थीं और चक्की के ऊपरी पाट पर लगे हत्थे को दोनों एक-एक हाथ से पकड़कर घुमाती थीं। एक औरत अपने दूसरे हाथ से पाट में बने छेद में थोड़ा-थोड़ा करके अनाज डालती रहती थी। चक्की के नीचे एक तश्तरी रखी जाती थी या एक कपड़ा बिछाया जाता था जिस पर पिसा हुआ अनाज गिरता था। दूसरी औरत इस पिसे हुए अनाज को इकट्ठा करती जाती थी। औरतें हर दिन सुबह-सुबह उठकर अनाज पीसती थीं और उसी से दिन में रोटी बनाती थीं।
आयतें: