मृत सागर के तट पर नमक
आज दुनिया के दूसरे सागरों के मुकाबले मृत सागर (लवण सागर) का पानी नौ गुना ज़्यादा खारा है। (उत 14:3) मृत सागर का पानी जब भाप बनकर उड़ जाता था तो काफी तादाद में नमक रह जाता था। इसराएली यही नमक खाते थे। यह नमक ज़्यादा अच्छा नहीं माना जाता था क्योंकि इसमें दूसरे खनिज मिले होते थे। इसराएली, फीनीके के लोगों से भी नमक खरीदते होंगे जिनके बारे में कहा जाता है कि उन्हें भूमध्य सागर से नमक मिलता था। बाइबल बताती है कि नमक खाने का स्वाद बढ़ाता है। (अय 6:6) यीशु रोज़मर्रा के कामों में इस्तेमाल होनेवाली चीज़ों की मिसाल देने में कुशल था, इसलिए उसने कुछ ज़रूरी सीख देने के लिए नमक की मिसाल दी। जैसे, पहाड़ी उपदेश में उसने चेलों से कहा, “तुम पृथ्वी के नमक हो।” ऐसा कहकर वह उन्हें समझा रहा था कि वे दूसरों की मदद कर सकते हैं ताकि परमेश्वर के साथ उनका रिश्ता खराब न हो और उनकी ज़िंदगी नैतिक तौर पर बरबाद न हो।
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