परमेश्वर ने हमें अपने आपको पाने दिया
जब राजा दाऊद अपने पुत्र सुलैमान को अपना राज-पाट सौंपने के लिए तैयार था, तब उसने उसे यह सलाह दी: “अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा [“वह अपने-आपको तुझे पाने देगा,” NW]; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा।”—१ इतिहास २८:९.
हमने अपने मामले में इसे सच पाया। हमने परमेश्वर को ढूँढा, और हमने उसे निश्चय ही पाया—लेकिन कई ग़लत रास्तों पर भटकने के बाद ही। हमें लगता है कि यहोवा ने भाँप लिया कि उसकी तथा उसकी सेवा की ओर हमारे विचारों की प्रवृत्ति कितनी शक्तिशाली रूप से केंद्रित थी, और उसने अपने आपको हमें पाने दिया। निम्नलिखित वृत्तांत दिखाता है कि यह सब कैसे हुआ।
हम चार भाई थे जो फ्लॉरिडा, अमरीका में पले-बढ़े थे। हमारे पिताजी एक बावरची के तौर पर परिवार को संभालने के लिए लंबी पालियों में काम करते थे, माँ गृहिणी थीं, और हम चार लड़कों ने घास काटने, अख़बार बाँटने का काम ढूँढ लिया—ऐसा कोई भी काम जो परिवार की आमदनी को बढ़ाता। माँ एक कैथोलिक थीं, और पिताजी एक बैप्टिस्ट। हम सभी परमेश्वर और बाइबल पर विश्वास करते थे, लेकिन उसके बारे में हमने कुछ भी नहीं किया, और हम विरले ही गिरजे में गए। यह ७० के दशक के आरंभ में था, जब शांती, बॆल-बॉटम जींस, लंबे-लंबे बाल, और रॉक संगीत धूम मचा रहे थे। इन सभी का हमारी ज़िन्दगी पर असर पड़ा।
यह १९८२ के बाद ही था कि हम दोनों, स्कॉट और स्टीव—उम्र क्रमशः २४ और १७ साल—ने बाइबल में एक गंभीर दिलचस्पी ली और संसार के बिगड़ते हालातों पर बढ़ती हुई चिन्ता विकसित की। स्कॉट के पास अपना ही निर्माण व्यवसाय था। वह अच्छा चल रहा था, सो हम एकसाथ एक अपार्टमॆंट में चले गए। हम उसी पुराने बार-रूम में समय बिताने से और उस जीवन-शैली से तंग आ चुके थे और जानते थे कि कहीं-न-कहीं तो हरियाली होगी। हमें आध्यात्मिक बातों की भूख लगने लगी। अपनी बाइबल के नियमित पठन ने हमें अधिक ज्ञान की और परमेश्वर के वचन में अंतर्दृष्टि पाने की लालसा करने में मदद दी।
हमने इतवार के दिन अलग-अलग गिरजों में जाना शुरू किया। लेक वर्थ, फ्लॉरिडा में हमारे घर के क़रीब जिन गिरजों में हम गए, वहाँ इतवार के भाषण के २५ मिनट पैसे देने के बारे में होते। सेवक कहता: “मुठ्ठी खोलकर दो, जेब के अंदर तक हाथ डालो,” जब वह वक्ता के स्टैंड पर झुकता। वे लोग अकसर एक ही सभा में पैसे की थाली तीन बार घुमाते, जिसकी वजह से अनेक लोगों की जेब खाली हो जाती। हम अनेक गिरजों में गए, लेकिन हमने वहाँ भी पैसे की थालियों को और ज़्यादा घूमते तथा सामाजिक समूहनों को पाया।
यहोवा के साक्षियों के बारे में चिताए गए
निश्चय ही हम उन बातों में शिक्षित हो गए जिन्हें हमने मूल बाइबल शिक्षाएँ समझा, और हमने उन्हें स्वीकार किया क्योंकि शिक्षक पेशेवर धर्मविज्ञानी थे। एक कक्षा अमरीका में पंथों के बारे में थी, और सूचि में सबसे ऊपर यहोवा के साक्षी थे। हमें चिताया गया कि वे यीशु में विश्वास नहीं करते थे, उनके पास अपनी ही बाइबल थी, वे स्वर्ग में नहीं जानेवाले थे, और वे विश्वास करते थे कि कोई नरक नहीं है। बेशक, इन सब के कारण हम इस नतीजे पर पहुँचे कि साक्षी ग़लत थे।
अब तक हम में शक्तिशाली उत्साह था, किन्तु यथार्थ ज्ञान के अनुसार नहीं। (रोमियों १०:२) हम उस बात को जानते थे जो यीशु ने मत्ती २८:१९, २० में कही थी—हमें सुसमाचार का प्रचार करना चाहिए और शिष्य बनाने चाहिए। उस समय हम बाइबल टाउन नामक २,०००-सदस्यों वाले गिरजे में जाते थे, जहाँ हम १७ से ३० की उम्र के क़रीब १०० सदस्यों के एक युवा समूह का भाग थे। स्कॉट ने उनसे कुछ प्रकार का प्रचार करवाने का प्रयास किया—लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ।
सो हमने स्वयं अपना प्रचार अभियान छेड़ा। स्कॉट को पुरानी वस्तुओं के स्थानीय बाज़ार में एक ठेला लगाने और ट्रैक्ट तथा बाइबल वितरित करने का ख़याल आया। सो हमने वही किया। हम एक स्थानीय “क्रिस्चियन” पुस्तकभंडार में गए और बड़ी मात्रा में ट्रैक्ट तथा बाइबल ले आए, पुरानी वस्तुओं के बाज़ार में गए, पायों पर एक लकड़ी का तख्ता रखा, उस पर अपने ट्रैक्ट और बाइबल रखे, और “वचन पर चलनेवाले” बनने की कोशिश की, “और केवल सुननेवाले ही नहीं।”—याकूब १:२२.
जैसे-जैसे हर सप्ताह बीता, तथा-कथित पुरानी वस्तुओं के बाज़ार की सेवकाई बढ़ गयी, और हमने अंग्रेज़ी और साथ ही स्पैनिश साहित्य वितरित किए। साथ ही, हमारे पास बाइबल, ३० विभिन्न प्रकार के ट्रैक्ट, और हैट पिन्स भी थे, जिसमें लिखा था “परमेश्वर आपसे प्यार करता है।” थोड़े दिनों बाद, स्कॉट ने टी-शर्ट पर छोटे बाइबल संदेश छापने के लिए एक अनुरेखण यंत्र ख़रीदा—कहावत जैसे: “क्या आपने आज अपनी बाइबल पढ़ी है?,” “जानते हो मैं क्यों मुस्करा रहा हूँ? मेरे दिल में यीशु है,” और ऐसे ही अनेक संदेश। एक में लिखा था “प्रकाशितवाक्य” और साथ में चार घुड़-सवारों का एक चित्र था।
हमने सोचा कि इन शर्ट्स को सब जगह पहनने के द्वारा हम एक मौन साक्ष्य दे रहे थे। हर शनिवार और रविवार, सुबह ८ से दोपहर १ बजे तक पुरानी वस्तुओं के बाज़ार की सेवकाई दिखाई देती थी। अगर आप गाड़ी खड़ी करने के किसी स्थान से गुज़र रहे होते और कारों पर ट्रैक्ट देखते, तो ऐसा इसलिए था क्योंकि हम वहाँ गए थे। सारे साहित्य दान के तौर पर थे, हालाँकि उसके बदले बहुत थोड़ा पैसा वापस आया। एक साल हमने साल-भर का ख़र्च जोड़ा, और वह $१०,००० से ऊपर था।
हम एक यहोवा के साक्षी से मिलते हैं
एक बार जब हम बॉनिटा स्प्रिंग्स के एक समुद्र तट पर तैर रहे थे, तब एक वृद्ध पुरुष हमारे पास आया और कहा कि उसने हमारे ट्रक पर बंपर-स्टीकर्स् और हमारी टी-शर्ट को देखा। उसने बाइबल के बारे में बात करना और शास्त्र से तर्क करना शुरू किया। उसने यह पूछते हुए प्रेरितों २:३१ का मुद्दा बताया: “अगर एक अग्निमय नरक होता और अगर उसमें केवल बुरे लोग जाते, तो फिर बाइबल ऐसा क्यों कहती कि यीशु वहाँ था?” उसने चर्चा जारी रखी, और अन्य अनेक शास्त्रवचनों पर चर्चा की। अंततः स्कॉट ने कहा: “ज़रूर आप एक यहोवा के साक्षी होंगे।” उसने जवाब दिया: “जी हाँ, मैं एक यहोवा का साक्षी हूँ।” फिर स्कॉट बोला: “आप लोग यीशु में विश्वास नहीं करते।” अगले २० मिनट तक उस साक्षी ने यीशु के बारे में बात की, लेकिन किसी तरह इसने हम पर कोई छाप नहीं छोड़ी।
हमने साप्ताहांतों में अपनी पुरानी वस्तुओं के बाज़ार की सेवकाई जारी रखी। हम इसे पिछले तीन साल से कर रहे थे—हमेशा यह विश्वास करते हुए कि हमारे पास सच्चाई है और हम सही कार्य कर रहे थे। हम अब भी गिरजों में भेंट कर रहे थे, हर इतवार को एक अलग गिरजे में, और कभी भी हम किसी गिरजे से संतुष्ट नहीं थे जिनमें हमने भेंट की। बहुत थोड़े गिरजे बाक़ी थे, सो एक रात हमने “यहोवा के साक्षियों के गिरजे” में जाने का फ़ैसला किया, जैसा हम उसे पुकारते थे। हम उन्हें यीशु के बारे में सिखानेवाले थे। हमने फ़ोन बुक में उनका पता पाया और एक इतवार शाम को वहाँ गए। यह जानने पर कि अन्य सभी गिरजों की तरह इतवार शाम को उनकी सभा नहीं होती, हमने निष्कर्ष निकाला कि सचमुच वे यीशु में विश्वास नहीं करते थे। हमने सभा के समय बतानेवाले पट्ट पर सोमवार रात के पुस्तक अध्ययन को देखा। सो हम अपनी बाइबल लेकर और अपनी टी-शर्ट पहनकर लौटे। हमें याद है कि हमने यह निर्णय करने के लिए चंद मिनट लिए कि कौन-सी टी-शर्ट पहनें—कोन-सी टी-शर्ट एक अच्छा साक्ष्य देती। हम वहाँ कुछ जल्दी पहुँचे और कुछ भाई हमारे पास आए। वे स्नेहिल और मैत्रीपूर्ण थे। फ़ौरन हमने प्रकाशितवाक्य के बारे में एक गंभीर चर्चा शुरू की। उन्होंने हमें सभा में उपस्थित होने के लिए कहा। उन्होंने हमें उपासना में संयुक्त (अंग्रेज़ी) पुस्तक दी, सो हम बैठ गए। एक भाई ने अध्ययन को प्रार्थना के द्वारा आरंभ किया।
हमने कान लगाकर सुना। अंत में उसने कहा: “यीशु के नाम से माँगते हैं। आमीन।” हमने बड़े आश्चर्य से एक दूसरे को देखा। “क्या हमने उसे ठीक से सुना? उसने यीशु के नाम से प्रार्थना की!” उस समय ऐसा था मानो हमारी आँखें खुल गयी हों और मोटे छिलके गिर गए हों। अगर हमारा दिल सही था, तो यह सुनने का समय था। भाई ने सभी लोगों को उपासना में संयुक्त पुस्तक का अध्याय २१ खोलने के लिए कहा, जो यीशु के, और संसार का भाग न होने के बारे में था। और कोई इससे बेहतर अध्ययन नहीं था जहाँ हम उपस्थित हो सकते थे। वह यीशु के जीवन और सेवकाई, अन्तिम दिनों, और तटस्थता के बारे में था। हमने छोटे बच्चों को उन अनेकों मुद्दों पर टिप्पणी देते सुना जिनके बारे में हम भी नहीं जानते थे। फिर से, सभा के समापन में भाई ने यीशु के नाम से प्रार्थना की!
हम आध्यात्मिक रूप से पोषित किए जाते हैं
हमने सभागृह में सच्चाई के लिए प्यासे प्रवेश किया था, और सच्चाई वहीं थी, बिलकुल पास में। हम यह जानकर लौटे कि हम आध्यात्मिक रूप से पोषित किए गए हैं, और हमने फिर कभी किसी गिरजे में क़दम नहीं रखा। अगली रात, जब हम धुलाई घर में कपड़े धो रहे थे, हमने सोडा मशीन के बगल में प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! (अंग्रेज़ी) का बड़ा ढेर देखा—क़रीब १५०। हम पहले उन्हें कभी नहीं पढ़ते, लेकिन अब हम उन्हें अपने साथ ले गए क्योंकि हमें अनेक विषयों में दिलचस्पी थी।
एक लेख का विषय था, “क्या आप त्रिएक में विश्वास करते हैं?” दूसरा, “क्या सचमुच कोई नरक है?” एक सजग होइए! में मूर्तियों पर एक लेख था। उस रात स्टीव ने त्रिएक पर एक लेख पढ़ा, बहुत खोज-बीन की, सारे शास्त्रवचन देखे, और जो उसने सीखा था उसकी वजह से उसने रात को १२:३० बजे स्कॉट को उठाया। अगले दिन, अर्थात बुधवार को काम के बाद स्टीव ने नरक पर लेख पढ़ा। इसमें यूहन्ना ११:११ पर तर्क किया गया, जहाँ यीशु ने कहा कि लाजर सोया हुआ है। जब स्टीव ने स्कॉट को देखा, तो उसने कहा: “मेरी बाइबल नहीं सिखाती कि अग्निमय नरक है।” मूर्तियों और विभिन्न प्रकार के क्रूसों पर सजग होइए! पढ़ने के बाद, हमने अपने सामान को एक कूड़े के ट्रक में फेंक दिया और देखते रहे जब उन्हें ले जाया जा रहा था। हमने एक दूसरे की ओर देखा, सर हिलाया, और मुस्कराए। हम जानते थे कि हमने कुछ बहुत ही ख़ास चीज़ पायी है—सच्चाई।
एक दिन बाद दो बक्से आए। उनमें ५,००० ट्रैक्ट थे जिनमें लिखा था कि अगर आपने प्रायश्चित नहीं किया तो आप नरक में जाएँगे। अब हम जानते थे कि इनमें से अनेक ट्रैक्ट बाइबल शिक्षा के अनुसार सही नहीं थे। थोड़ी-सी उलझन में, हम फिर एक बार सोमवार रात को पुस्तक अध्ययन में उपस्थित हुए और अपने अनेक ट्रैक्ट साथ लाए। हमने पूछा, “क्या यह वाला ठीक है?” एक रात हमने उन सब की जाँच की। जल्द ही ज़मीन पर ट्रैक्ट का अंबार लग गया था; उनमें से एक भी बाइबल शिक्षा की सहमति में साबित नहीं हुआ। हमने उन सबसे अपना पीछा छुड़ाया। हम जानते थे कि हमारे नव-प्राप्त विश्वास का अर्थ हमारा अपना जीवन और जिन्हें हम प्रचार करते हैं उनका जीवन था। हम बाइबल का अध्ययन बिना किसी रुकावट के करना चाहते थे।
हम अलास्का चले गए। वहाँ अपनी पहली सभा में हमने एक प्राचीन से पूछा कि क्या वह हमारे साथ रोज़ अध्ययन करेगा। मुझे लगता है कि सभी उपस्थित लोगों ने हमें सुन लिया। हमने अच्छी प्रगति की, सर्वदा जीवित रहना पुस्तक समाप्त की, और एक दो-दिवसीय सम्मेलन में बपतिस्मा लेना चाहते थे।a लेकिन हमें कुछ देर रुकना पड़ा। हमारा लक्ष्य था पायनियर कार्य करना। अचानक ही हमारे पिताजी बीमार हो गए, और हमें मदद करने के लिए फ्लॉरिडा लौटना पड़ा।
हम आध्यात्मिक प्रौढ़ता की ओर उन्नति करते हैं
फ्लॉरिडा में हमने अच्छी प्रगति की, उपासना में संयुक्त पुस्तक समाप्त की, और फिर १९८७ में बपतिस्मा प्राप्त किया। हमें इसे शुरू किए ११ महीने हो चुके थे। फ़ौरन हमने छः महीने के लिए सहयोगी पायनियर कार्य किया और फिर नियमित पायनियर बन गए। केवल डेढ़ साल बाद हम दोनों को सहायक सेवक नियुक्त किया गया। अपने बपतिस्मे के दो साल बाद, हमने अपने आपको ब्रुकलिन बेथेल में सेवा करते हुए पाया, जहाँ स्कॉट अब भी सेवा कर रहा है और दो सालों से चीनी भाषा सीख रहा है। स्टीव अब मॉस्को, रूस में एक नियमित पायनियर के तौर पर सेवा कर रहा है। हमने दोनों, सच्चाई को और उसकी खोज को बिलकुल वैसा पाया जैसे नीतिवचन २:१-५ इसका वर्णन करता है: “हे मेरे पुत्र, यदि तू मेरे वचन ग्रहण करे, और मेरी आज्ञाओं को अपने हृदय में रख छोड़े, और बुद्धि की बात ध्यान से सुने, और समझ की बात मन लगाकर सोचे; और प्रवीणता और समझ के लिये अति यत्न से पुकारे, और उसको चान्दी की नाईं ढूंढ़े, और गुप्त धन के समान उसकी खोज में लगा रहे; तो तू यहोवा के भय को समझेगा, और परमेश्वर का ज्ञान तुझे प्राप्त होगा।”
स्टीव मॉस्को कैसे पहुँचा
न्यू यॉर्क में रहते हुए, जहाँ एक अतिरिक्त भाषा जानना प्रचार कार्य को और अधिक दिलचस्प बना देता—और यह सोचकर कि शायद यहोवा जल्द ही रूस में दरवाज़ा खोल देता—मैंने रूसी सीखने का फ़ैसला किया। उस वक़्त, ब्रुकलिन बेथेल में सेवा करते समय मैंने रूसी पुस्तक अध्ययन में उपस्थित होना शुरू किया। वहाँ केवल एक रूसी पुस्तक अध्ययन समूह था जो शुक्रवार के दिन मिलता था। जैसे-जैसे समय गुज़रा, मैं रूसी समूह में और अधिक शामिल होने लगा। मैं उनके साथ प्रचार गतिविधि में शरीक़ हुआ, जो रूसी लोगों के स्नेह के कारण बहुत ही आनन्दप्रद था। मैंने अपना तबादला रूसी पुस्तक अध्ययन समूह में करने के लिए सेवा विभाग को लिखा। मुझे ख़ुशी हुई जब वे लोग राज़ी हो गए।
एक दिन बेथेल प्रातःकालीन उपासना में, वॉच टावर बाइबल एण्ड ट्रैक्ट सोसाइटी के अध्यक्ष, मिल्टन जी. हॆंशेल ने परिवार को बताया कि एक ख़ास रिपोर्ट दी जाएगी। तब उन्होंने घोषणा की कि रूस में यहोवा के साक्षी कानूनी तौर पर मान्य किए गए थे और अब हमारे भाई उपासना की स्वतंत्रता का आनन्द लेंगे। मुझे नहीं लगता कि बेथेल में उस सुबह उपस्थित कोई भी व्यक्ति उस ख़ुशी को भूल सकता है जो हमें इतनी अच्छी ख़बर सुनकर मिली थी। उस समय मैंने सोचा कि उस विशाल नए क्षेत्र का एक भाग हो पाना एक महान विशेषाधिकार होगा।
मैंने व्लॉड्य नामक एक रूसी भाई से पत्र-व्यवहार करना शुरू किया जो क्रैस्नडोर, रूस में रहता है। उसने मुझे रूस में भेंट करने के लिए आमंत्रित किया। सो जून १९९२ को मैंने अपना सामान बाँधा और मॉस्को के लिए निकल पड़ा। वहाँ पहुँचने पर भाई व्लॉड्य को हवाई-अड्डे पर इंतज़ार करते हुए देखकर मुझे बहुत ख़ुशी हुई। मैं भाई स्टीफन ल्विन्स्की के साथ रहा—जो ४५ साल से सच्चाई में है। मॉस्को में वह पहला साक्षी था जिससे मैं मिला, और उसने सच्चाई के लिए अपनी स्थिति के कारण क़ैदखाने में कई साल गुज़ारे थे। भाइयों की मेज़बानी सचमुच अच्छी थी।
सो मैं अब मॉस्को में था, और भाषा को अच्छी तरह नहीं जानता था। उस समय, केवल चार कलीसियाएँ थीं, और सारे भाई एक दूसरे को जानते थे। तब से किसी तरह मैं अपना विज़ा बढ़ाने में सफल हुआ हूँ। मैं अपना ख़र्च पूरा करने के लिए समय-समय पर काम कर पाता हूँ। मुझे सबसे बड़ी मुश्किल थी, वार्तालाप करने और सभाओं में आध्यात्मिक रूप से पोषित होने के लिए रूसी अच्छी तरह सीखना। आहिस्ता-आहिस्ता ऐसा संभव हुआ, और बेशक, मैं अब भी इस पर काम कर रहा हूँ।
मुझे कई अधिवेशनों में उपस्थित होने और आश्चर्यजनक वृद्धि और बड़ी संख्या में लोगों को बपतिस्मा लेते हुए देखने का विशेषाधिकार मिला है। यहाँ पर हमारे भाइयों के वास्तविक उत्साह को देखना एक बहुत ही विश्वास-वर्धक अनुभव रहा है। मैं उसे किसी भी चीज़ के बदले में नहीं दूँगा। जब मैं आया था, तब वे अनेक भाई-बहन जिनसे मैं मिला था जो अध्ययन कर ही रहे थे, या जिन्होंने हाल ही में बपतिस्मा प्राप्त किया था, वे अब पूर्ण-समय पायनियर, या सहायक सेवक, या रूस, सेंट पिटर्सबर्ग के क़रीब सॉल्नेचनोया में बेथेल सदस्यों के रूप में सेवा कर रहे हैं।
उस कलीसिया में जिसमें मैं उपस्थित होता हूँ, हर इतवार ५३० लोगों की भीड़ उमड़ती है, और हर महीने हम औसतन १२ नए बपतिस्मा-रहित प्रकाशक कलीसिया में जोड़ते हैं। अंतिम गिनती थी ३८० प्रकाशक, ३ प्राचीन, और ७ सहायक सेवक। हमारी कलीसिया ४८६ से अधिक गृह बाइबल अध्ययन रिपोर्ट कर रही है। फरवरी १९९५ में मुझे एक सेवा भाषण देने के लिए हमारे २९ पुस्तक अध्ययनों में भेंट करने का विशेषाधिकार मिला। मैंने एक सप्ताह में चार समूहों में भेंट की। हम हर अधिवेशन से पहले बपतिस्मा के उम्मीदवारों के साथ सवाल चर्चा करने में बहुत व्यस्त हैं। मई १९९५ में हमारा एक ख़ास सम्मेलन दिन हुआ जिसमें हमारी कलीसिया से ३० जनों ने बपतिस्मा लिया। कुल मिलाकर ६०७ लोगों ने बपतिस्मा-प्राप्त किया था और क़रीब १०,००० लोग मौजूद थे। गर्मियों के ज़िला अधिवेशन में, ८७७ बपतिस्मा प्राप्त करनेवालों में से २४ लोग हमारी कलीसिया से थे! हमारी कलीसिया में १३ पायनियर हैं और ३ ख़ास पायनियर। कुल मिलाकर वे कुछ ११० बाइबल अध्ययन रिपोर्ट कर रहे हैं! इस वक़्त हमारी कलीसिया में १३२ बपतिस्मा-रहित प्रकाशक हैं।
वर्ष १९९५ के हमारे स्मारक में हमारे यहाँ १,०१२ उपस्थिति थी! संस्था ने हाल ही में हमारी कलीसिया में एक पोलिश भाई, माटेश को भेजा। उसने सेवकाई-कार्य प्रशिक्षण स्कूल से स्नातकता प्राप्त की है और वह हमारे बड़े काम आएगा। अब हमारे यहाँ तीन प्राचीन हैं। सो एक अतिरिक्त कलीसिया बनायी जाएगी, और हमारा क्षेत्र—जनसंख्या में क़रीब दस लाख—आधा-आधा बाँटा जाएगा। दोनों में से हर कलीसिया में लगभग २०० प्रकाशक होंगे। एक कलीसिया में दो प्राचीन होंगे, और दूसरे में एक प्राचीन। हमारा और एक सम्मेलन नज़दीक आ रहा है, सो हम ४४ लोगों के साथ सवालों पर चर्चा कर रहे हैं, तब वे बपतिस्मे के लिए तैयार हो जाएँगे। अविश्वसनीय लगता है! वाक़ई एक आध्यात्मिक परादीस! यह आश्चर्यजनक है! सचमुच यहोवा का हाथ कार्य कर रहा है। ऐसा लगता है कि उसका रथ इस वक़्त रूस से बहुत ही तेज़ गति से गुज़र रहा है। अक्तूबर १९९५ के अनुसार, मॉस्को में कुछ ४० कलीसियाएँ हैं। अगर पर्याप्त प्राचीन होते तो वे आसानी से दुगनी हो जातीं।
पुरानी वस्तुओं के बाज़ार की सेवकाई के दिन बीत गए हैं। स्कॉट ब्रुकलिन बेथेल में है, स्टीव मॉस्को की एक कलीसिया में एक प्राचीन के रूप में सेवा कर रहा है—हम दोनों परमेश्वर के आभारी हैं कि उसने हमें अपने आपको पाने दिया। हम प्रार्थना करते हैं कि लाखों लोग अब भी उसे ढूँढेंगे और परमेश्वर उन्हें पाने के लिए अपने-आपको उपलब्ध कराएगा।—स्कॉट और स्टीव डॆविस द्वारा बताया गया।
[फुटनोट]
a वॉचटावर बाइबल एण्ड ट्रैक्ट सोसाइटी द्वारा प्रकाशित।
[पेज 18 पर तसवीर]
स्कॉट
[पेज 19 पर तसवीर]
स्टीव
[पेज 21 पर तसवीरें]
मॉस्को की एक कलीसिया में हर इतवार को ५३० से अधिक उपस्थिति होती है