आपके नाखून—क्या आप उनकी देखरेख करती हैं?
स्वीडन में सजग होइ! संवाददाता द्वारा
यदि कोई आपसे पूछे, “क्या मैं आपके नाखून देख सकती हूँ?” तो आप क्या करेंगी? क्या आप खुशी-खुशी अपने सजे-सँवरे नाखून दिखाएँगी या क्या आप तुरंत अपने हाथों को अपनी पीठ के पीछे छिपा लेंगी? आपके पास अपने नाखून छिपाने का शायद उचित कारण हो। हो सकता है कि आपके नाखून अच्छे नहीं दिखते या आप नाखून चबाती हों। हमारे नाखूनों की अद्भुत संरचना के बारे में ज़्यादा जानकारी लेने से हमें उनकी ज़्यादा कदर करने में मदद मिलेगी और यह हमें उनकी अच्छी देखरेख करने के लिए भी उकसा सकता है।
आपके नाखून मुख्यतः कठोर मृत कोशिकाओं से बने होते हैं जिनमें रेशेदार प्रोटीन कॆराटिन होता है। अलग-अलग उँगली और व्यक्ति के नाखून अलग-अलग दर से बढ़ते हैं। नाखून प्रति माह करीब तीन मिलीमीटर की औसत दर से बढ़ते हैं। यदि नाखूनों को काटा न जाए तो वे बहुत लंबे हो सकते हैं। द गिनिस बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉड्र्स १९९८ के अनुसार एक भारतीय पुरुष ने अपने बाँयें हाथ के पाँच नाखूनों को कुल मिलाकर ५७४ सॆंटीमीटर की लंबाई तक बढ़ने दिया। उसके अँगूठे का नाखून १३२ सॆंटीमीटर लंबा था।
जटिल रचना
पहली नज़र में आप शायद सोचें कि नाखून बस एक टुकड़ा, नेल प्लेट है। इसलिए आप शायद यह जानकर दंग रह जाएँ कि नाखूनों के कई प्रमुख भाग दृश्य होते हैं और कुछ भाग नहीं। आइए नाखूनों की रचना को पास से देखें।
१. नेल प्लेट। यह कठोर रचना है जिसे हम सामान्य रूप से नाखून कहते हैं। नेल प्लेट में दो परतें होती हैं, ऊपरी और निचली। इन दो हिस्सों में कोशिकाएँ अलग-अलग तरह से व्यवस्थित होती हैं और अलग-अलग गति से बढ़ती हैं। ऊपरी सतह समतल होती है, परंतु निचली सतह पर समांतर धारियाँ होती हैं जो नेल बॆड की लकीरों से मिलती-जुलती होती हैं। ये धारियाँ हर व्यक्ति में अलग-अलग होती हैं और इन्हें पहचान-चिन्ह के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
२. लुन्यूल। यह नेल प्लेट की जड़ में अर्धचंद्र आकार का सफेद-सा हिस्सा होता है। सभी उँगलियों पर दृश्य लुन्यूल नहीं होता। नेल प्लेट की जड़ में जीवित ऊतक का एक छोटा-सा हिस्सा होता है जिसे मैट्रिक्स कहते हैं और वहीं से नाखून बढ़ता है। यह नाखून इकाई का सबसे ज़रूरी हिस्सा है। लुन्यूल नेल मैट्रिक्स की जड़ में होता है इसलिए यह सजीव नाखून का दृश्य भाग है। बाकी की नेल प्लेट मृत कोशिकाओं से बनी होती है।
३. नेल फोल्ड्स, प्रॉक्सिमल और लैटरल। यह नेल प्लेट के आस-पास की त्वचा है। इस त्वचा को नेल फोल्ड कहा जाता है क्योंकि यह नेल प्लेट पर ही खत्म नहीं हो जाती बल्कि अंदर की ओर मुड़ जाती है और उभरती नेल प्लेट को ढाँक देती है। यह त्वचा नाखून के आस-पास के हिस्सों को बचाती और सहारा देती है।
४. ऎपोनिकीअम। यह त्वचा की छोटी-सी झिल्ली होती है जो प्रतीत होता है कि नेल प्लेट की जड़ में खत्म हो जाती है। कभी-कभी, इसे क्यूटिकल कहते हैं।
५. क्यूटिकल। असली क्यूटिकल ऎपोनिकीअम के नीचे होता है। यह उतरी हुई त्वचा की छोटी-सी रंगहीन परत होती है और नेल प्लेट के भीतरी हिस्से की सतह से जुड़ी होती है।
६. फ्री ऎज। नेल प्लेट का वह हिस्सा जो उँगली के सिरे से आगे बढ़ता है।
७. हाइपोनिकीअम। यह नाखून के फ्री ऎज के नीचे होता है। यह ऊतक पानी-भरी सील बनाता है जो नेल बॆड को संक्रमण से बचाती है।
उनकी उपयोगिता
हमारे नाखून बहुत काम आते हैं, जैसे कि खुजलाने के। वे संतरा छीलने, गाँठ खोलने या छोटी चीज़ों को सँभालने के लिए भी उपयोगी हैं। इसके अलावा, नाखून संवेदनशील और नाज़ुक उँगली के सिरों को सहारा देते और बचाते हैं।
सौंदर्य में नाखूनों का जो महत्त्व है उसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। हमारे नाखून बनाव-श्रृंगार की अच्छी—या बुरी—आदतों की झलक दे सकते हैं। वे रोज़मर्रा के कामों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और अच्छी तरह रखे जाएँ तो वे हमारे हाथों की सुंदरता भी बढ़ाते हैं। उनके बिना हमें अपने दैनिक जीवन में परेशानी होगी और हमारे हाथ अधूरे-से लगेंगे।
सही देखरेख उन्हें मज़बूत बनाती है
हमारे नाखून हमारे अद्भुत शरीर का भाग हैं इसलिए उनकी उचित देखरेख की जानी चाहिए। यदि आपको नाखूनों का गंभीर विकार है, तो आपको अपने डॉक्टर के पास जाना चाहिए। असल में देखा जाए तो आपकी उँगलियों के सिरे पर किसी शारीरिक समस्या के संकेत हो सकते हैं। जी हाँ, दावा किया जाता है कि आपके नाखूनों को देखकर कुछ शारीरिक बीमारियों का पता लगाया जा सकता है।
क्या ज़्यादा कैल्शियम या विटामिन लेने से नाखून मज़बूत हो जाते हैं? इस प्रश्न का उत्तर देते समय स्टॉकहोम, स्वीडन के कारोलिंस्का संस्थान में नाखूनों के विषय के अनुसंधायक, प्रोफॆसर बो फॉर्सलिंड ने सजग होइए! को बताया: “इस विचार का समर्थन करने के लिए कोई प्रमाण नहीं। सामान्य नाखूनों में कैल्शियम अंश का विश्लेषण करने से पता चलता है कि नाखूनों में इस तत्त्व की मात्रा बहुत कम होती है।”
लेकिन पानी आपके नाखूनों को मज़बूत और लचीला रखने में अवश्य ही मदद करता है। जैसे पहले बताया गया है, नाखूनों में कॆराटिन होता है। लचीला रहने के लिए इन कॆराटिन रेशों को पानी की ज़रूरत होती है। प्रोफॆसर फॉर्सलिंड एक उदाहरण देता है: “जब आप नाखून काटते हैं तो उसका टुकड़ा लचीला होता है, लेकिन वही टुकड़ा रात भर सूखने के बाद बहुत कड़ा हो जाता है।” नमी आपके नाखूनों को लचीला और मज़बूत रखेगी। लेकिन यह नमी कहाँ से आती है? नेल प्लेट ठोस दिखती है परंतु इसमें सोखने की क्षमता होती है। नेल बॆड से निकलकर नमी ऊपर की ओर बढ़ती है और नेल प्लेट से होते हुए उसकी सतह पर पहुँचती है, जहाँ से वह उड़ जाती है। नाखूनों को सूखने से बचाने के लिए और अपने नाखूनों को मज़बूत रखने के लिए क्या किया जा सकता है? प्रोफॆसर फॉर्सलिंड कहता है: “हर दिन तेल लगाना लाभकारी होगा।”
उनके विकास और सौंदर्य की देखरेख करना
क्योंकि नाखून मैट्रिक्स से बढ़ता है, नाखून के इस हिस्से की उचित देखरेख करना ज़रूरी है। नियमित रूप से क्रीम या तेल लगाकर मालिश करने के द्वारा मैट्रिक्स को स्वस्थ रखने से नेल प्लेट को लाभ हो सकता है। इसके साथ-साथ, नाखूनों के फ्री ऎज के नीचे एक बूँद तेल डालना भी सहायक हो सकता है, क्योंकि यह नाखूनों को सूखने से बचाता है।
आप अपने नाखूनों को जिस ढंग से काटती या घिसती हैं वह भी उन्हें मज़बूत या कमज़ोर बना सकता है। यह सलाह दी जाती है कि आप अपने नाखूनों को किनारे से बीच की ओर घिसें। ध्यान रखिए कि किनारों को घिस देना नाखून को कमज़ोर कर देगा। इससे नाखून नुकीला हो जाता है, जो सबसे कमज़ोर आकार है, क्योंकि उसे किनारों से कोई सहारा नहीं मिलता। मज़बूत छोटे नाखूनों के लिए, यह सिफारिश की जाती है कि आप करीब १.५ मिलीमीटर तक अपने नाखूनों को किनारों से सीधा बढ़ने दें और फिर उँगली के सिरे के आकार में नाखूनों को गोल आकार दें।
कुछ स्त्रियाँ अपने नाखूनों को थोड़ा लंबा रखना चाहती हैं। लेकिन यहाँ एक चेतावनी है। बहुत लंबे नाखून अनावश्यक ध्यान आकर्षित कर सकते हैं साथ ही सामान्य काम करने में अड़चन डालते हैं। सो अपने नाखूनों की लंबाई के बारे में संतुलित दृष्टिकोण रखिए। यदि आप ऐसा करती हैं तो आपके नाखून आपकी एक खूबी बन जाएँगे और दूसरों पर अच्छा प्रभाव डालेंगे।
विशेषज्ञ कहते हैं कि तेज़ औज़ार से कभी अपने नाखून मत खुरेदिए। इससे नाखून के फ्री ऎज के नीचेवाले ऊतक, हाइपोनिकीअम को हानि पहुँच सकती है। यह ऊतक एक कड़ी सील बनाकर नीचे से नाखून की सुरक्षा करता है। यदि इस हिस्से को नुकसान पहुँचे तो नाखून नेल बॆड से उखड़ सकता है और संक्रमित हो सकता है। नाखूनों के नीचे सफाई करने के लिए बहुत-ही मुलायम ब्रश इस्तेमाल कीजिए।
मज़बूत और स्वस्थ नाखून कुछ हद तक आनुवंशिक तत्त्वों का परिणाम हैं। इसी कारण कुछ लोगों की नेल प्लेट मज़बूत और लचीली होती है, जबकि दूसरों के नाखून सूखे या कड़े होते हैं। आपके नाखून जैसे भी हों, आप संतुलित और नियमित देखरेख से उनकी सुंदरता बढ़ा सकती हैं। जी हाँ, नाखून इकाई की रचना, क्रिया और उचित देखरेख की समझ आपको कौशल देती है। ऐसी जानकारी को बुद्धिमानी से इस्तेमाल करने से अच्छे परिणाम मिलेंगे।
नाखून सचमुच मानव शरीर का अद्भुत अंग हैं। उनकी रचना और क्रिया उनके रचयिता की बुद्धि की गवाही देती है। प्राचीन काल के राजा दाऊद ने अपने सृष्टिकर्ता के प्रति अपनी श्रद्धा को नम्रतापूर्वक व्यक्त किया, जो भजन १३९:१४ में लेखबद्ध है: “मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, इसलिये कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूं। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भांति जानता हूं।”
[पेज 23 पर रेखाचित्र]
(भाग को असल रूप में देखने के लिए प्रकाशन देखिए)
१. नेल प्लेट;
२. लुन्यूल;
३. नेल फोल्ड्स, प्रॉक्सिमल और लैटरल;
४. ऎपोनिकीअम;
५. क्यूटिकल;
६. फ्री ऎज;
७. हाइपोनिकीअम;
८. मैट्रिक्स
९. नेल बॆड