आइए और सुनिए, मुफ्त जन भाषण “अनंत जीवन का एकमात्र मार्ग”
लगभग २० साल पहले, डॉ. ऑलविन सिल्वरस्टाइन ने अपनी पुस्तक मृत्यु पर विजय (अंग्रेज़ी) में लिखा था: “हम जीवन का मूल मंत्र जान लेंगे। हम समझ लेंगे . . . कैसे एक व्यक्ति बूढ़ा होता है।” उसने तो यह भी पूर्वघोषणा की: “फिर ‘बूढ़े’ लोग नहीं रहेंगे, क्योंकि वह ज्ञान जो मृत्यु पर विजय दिलाएगा वही अनंत यौवन भी लाएगा।”
हाल ही में, सितंबर २८, १९९७ के द न्यू यॉर्क टाइम्स मैगज़ीन में एक लेख ने अनेक स्वास्थ्य-सचेत लोगों के “जीवन वृद्धि” आशावाद के बारे में रिपोर्ट किया। ये लोग आज की टॆकनॉलजी की काबिलियत के बारे में उत्साही हैं। “मुझे सचमुच यह विश्वास है कि हमारी पीढ़ी सर्वदा जीवित रहनेवाली पहली पीढ़ी हो सकती है,” एक उत्साही ने कहा। बताया जाता है कि दूसरा उत्साही “बहुत ही विश्वस्त था . . . कि समय के रहते आनुवंशिक वृद्धि तकनीकें उपलब्ध हो जाएँगी और बुढ़ापे को रोकने, संभवतः उसे पलटने के द्वारा [इस पीढ़ी] को बचा लेंगी।” क्या आप ऐसे आशावाद से चकित हैं?
क्या आप मानते हैं कि मनुष्य अपनी टॆकनॉलजी के द्वारा मृत्यु पर विजय पा लेगा? या क्या सर्वदा जीवित रहने का कोई और मार्ग है? दुनिया भर में लाखों लोग विश्वस्त हैं कि अनंत जीवन सचमुच प्राप्त किया जा सकता है। रोमांचक भाषण “अनंत जीवन का एकमात्र मार्ग” सुनने का निमंत्रण स्वीकार करने के द्वारा सीखिए कि यह कैसे संभव है। यह भाषण यहोवा के साक्षियों के ज़िला अधिवेशन “ईश्वरीय जीवन का मार्ग” में दिया जाएगा। इसे आप अपने घर के निकट अधिवेशन में सुन सकते हैं, क्योंकि इस महीने से दुनिया भर में सैकड़ों अधिवेशनों में यह भाषण दिया जाएगा।
अपने निकटतम अधिवेशन स्थान के लिए स्थानीय रूप से यहोवा के साक्षियों से संपर्क कीजिए या इस पत्रिका के प्रकाशकों को लिखिए।