विश्व दर्शन
सड़क दुर्घटनाएँ बढ़ रही हैं
हर साल, ५,००,००० से ज़्यादा लोग दुनिया के महामार्गों पर जान गँवाते हैं और दुनिया भर में सड़क दुर्घटनाएँ बढ़ रही हैं, फ्लीट मेनटॆनॆन्स एण्ड सेफ्टी रिपोर्ट यह जानकारी देती है। आपके साथ गंभीर सड़क दुर्घटना होने की कितनी संभावना है? इस रिपोर्ट के अनुसार, “जिन देशों में बहुत मोटर-गाड़ियाँ हैं वहाँ महामार्ग पर हुई टक्करों में हर साल २० में से कम-से-कम १ व्यक्ति मरता या घायल होता है और २ में से १ व्यक्ति सड़क दुर्घटना के कारण अपने जीवनकाल में कम-से-कम एक बार अस्पताल में भरती होता है।”
खरीदारी करने की लत
“जर्मनी में बहुत लोगों को खरीदारी करने की लत पड़ गयी है,” अखबार ग्राफशाफ्टर नाखरिखतन रिपोर्ट करता है। व्यवसाय मनोविज्ञानी आल्फ्रेट गेबेर्ट के अनुसार, जिन लोगों को खरीदारी करने की लत पड़ गयी है उन्हें बड़ी खुशी का एहसास होता है लेकिन सामान की कीमत चुकाने के बाद यह जल्द ही खत्म हो जाता है। यहाँ तक कि उन्हें शारीरिक रूप से भी कष्ट होने लगता है, गेबेर्ट कहता है। “उन्हें कँपकँपी होती है, उनका पसीना छूटता है और उनके पेट में ऐंठन होती है।” इस कारण, जिनकी आमदनी बहुत है और जो पैसेवाले समझे जाते हैं उन्हें इस लत का जोखिम गरीब लोगों से ज़्यादा रहता है। कहा जाता है कि यह लत ‘अकेलेपन, आत्म-सम्मान की कमी, तनाव और कार्यस्थल में समस्याओं’ के कारण पड़ सकती है। इस लत को छोड़ने के लिए, गेबेर्ट सलाह देता है कि कोई शौक पैदा करें। लोगों से मेलजोल बहुत महत्त्वपूर्ण है। “दूसरों से मदद न लें तो इस लत का पता तभी चलता है जब सिर पर कर्ज़ चढ़ जाता है और हाथ में एक पैसा नहीं रहता,” गेबेर्ट कहता है।
अस्वच्छ स्थान
चाहे यह सुनने में एकदम अजीब लगे फिर भी यह सच है कि आपके घर में टॉयलॆट-सीट आपकी रसोई में सब्ज़ी काटने के फट्टे से ज़्यादा साफ हो सकती है। ३० हफ्तों तक १५ घरों में बैक्टीरिया की जाँच करने के बाद यूनिवर्सिटी ऑफ अरीज़ोना के शोधकर्ता इसी निष्कर्ष पर पहुँचे। उनकी टीम ने हर घर के अंदर १४ स्थानों से सैम्पल लिये, जैसे नल का हैंडल, सिंक की सतह, सब्ज़ी काटने का फट्टा, झाड़न और टॉयलॆट-सीट। उन्होंने क्या पाया? “शोधकर्ताओं ने पाया कि टॉयलॆट-सीट की तुलना में झाड़न को निचोड़कर निकाले गये पानी में दस लाख गुना ज़्यादा बैक्टीरिया थे,” न्यू साइंटिस्ट पत्रिका कहती है। “सब्ज़ी काटने के फट्टे में भी तीन गुना ज़्यादा बैक्टीरिया थे।” अध्ययन की एक प्रवक्ता, पैट रसन ने कहा कि “टॉयलॆट-सीट बहुत सूखी रहती है जिससे कि उस पर बैक्टीरिया नहीं पनप पाते, क्योंकि उन्हें नमी पसंद होती है,” पत्रिका रिपोर्ट करती है। साफ-सफाई बढ़ाने के लिए, रसन सलाह देती है कि हर हफ्ते झाड़न को धोना चाहिए। “एक बाल्टी पानी में एक प्याला ब्लीच मिलाकर उसमें झाड़न को १० मिनट के लिए भिगा दीजिए और उसके बाद धो डालिए,” उसका कहना है।
पथरी का जोखिम कम करना
शोधकर्ताओं ने १९८६ से १९९४ के बीच अमरीका में ८०,००० से अधिक नर्सों के आहार पर नज़र रखी। उन्होंने पाया कि पथरी से बचने के लिए कुछ तरल पदार्थ दूसरे तरल पदार्थों की तुलना में अधिक सहायक हो सकते हैं, साइंस न्यूज़ रिपोर्ट करती है। १७ पेय पदार्थों का अध्ययन किया गया, उनमें से चाय ने पथरी का जोखिम ८ प्रतिशत कम किया, जबकि रॆग्युलर या डीकैफिनेटॆड कॉफी ने यह जोखिम करीब ९ प्रतिशत घटाया। वाइन का संतुलित सेवन करने से पथरी का जोखिम २० प्रतिशत या उससे ज़्यादा घट गया। “हैरानी की बात है कि हर दिन २३६ मिलीलीटर चकोतरे का रस पीने से पथरी का जोखिम ४४ प्रतिशत बढ़ गया,” इस अध्ययन ने दिखाया। “किसी दूसरे पेय का इतना बुरा असर नहीं हुआ।” डॉ. गैरी करहैन बॉस्टन में वृक्क-विज्ञानी और जानपदिक-रोग-विज्ञानी है। उसने कहा: “पेय पदार्थों के सेवन में थोड़ा बदलाव करने से फर्क पड़ सकता है,” लेकिन केवल तभी जब साथ-साथ दूसरा इलाज भी किया जा रहा हो।
ग्लेशियरों के पिघलने से नयी जानकारी मिल रही है
एल्पाइन ग्लेशियर बढ़ती गरमी के कारण सिकुड़ रहे हैं और नित नयी जानकारी मिल रही है। १९९१ में, ऑस्ट्रो-इटैलियन सीमा पर, पुरानी बरफ के पिघलने से एक अति-प्राचीन शिकारी के परिरक्षित अवशेष मिले हैं। अगस्त १९९८ के दौरान, उत्तरी इटली में अधिकारियों ने पर्वत के अमुक क्षेत्रों में आने-जाने पर प्रतिबंध लगा दिया ताकि वहाँ मिली दूसरी चीज़ें निकाली जा सकें—सैनिकों के शव और भरे हुए हथगोले और तोप के गोले। ये सभी चीज़ें पहले विश्व युद्ध के समय की हैं जब इस क्षेत्र में इटैलियन और ऑस्ट्रियन सेनाओं के बीच घमासान युद्ध चल रहा था। सफाई अभियान के दौरान, “सभी निवासियों को और खासकर पर्यटकों और पर्वतारोहियों को अति सावधान रहने के लिए चिताया गया” और उनसे कहा गया कि रास्ते के बारे में अधिकारियों से पूछताछ कर लें, इटैलियन अखबार कोरियर डॆला सॆरा ने कहा, क्योंकि “विस्फोट का खतरा तो रहता ही है।” इनमें से अधिकतर चीज़ें बहुत खतरनाक हैं और आज भी इन्हें ढूँढ़नेवाले या तो जान से हाथ धो बैठते हैं या बुरी तरह घायल हो जाते हैं।
धूम्रपान की मूर्खता पर अधिक जानकारी
नॆदरलैंड्स में हाल का एक अध्ययन कहता है कि “धूम्रपान करने से डिमॆंशिया और एलज़ाइमर्स जैसे मानसिक रोग होने का जोखिम दोगुना से ज़्यादा बढ़ जाता है,” इंटरनैशनल हॆरल्ड ट्रिब्यून रिपोर्ट करता है। ५५ साल से ज़्यादा उम्र के ६,८७० लोगों के अध्ययन ने दिखाया कि जिन्होंने कभी धूम्रपान नहीं किया उनकी तुलना में धूम्रपान करनेवालों को एलज़ाइमर्स होने की २.३ गुना ज़्यादा संभावना है। जिन्होंने धूम्रपान छोड़ दिया है उन्हें यह रोग होने की संभावना कभी धूम्रपान न करनेवालों की तुलना में बस थोड़ी ज़्यादा है। एलज़ाइमर्स रोग में मस्तिष्क की कोशिकाएँ धीरे-धीरे नष्ट हो जाती हैं और यह “डिमॆंशिया का सबसे सामान्य रूप” है।
गूढ़लिपि को समझने की कोशिश
“उसे नोबल पुरस्कार मिल सकता है जो सिंधु जाति की लिपि का अर्थ निकाल सके” इंडिया टुडे पत्रिका कहती है। “इटली की एट्रुस्कन लिपि के अलावा यह कांस्य युग की आखिरी लिपि है जिसे अब तक नहीं समझा जा सका है।” इसका एक कारण यह है कि अब तक कोई द्विभाषी चीज़ नहीं मिली है जो अर्थ समझने में मदद दे सके। मिस्री चित्रलिपि का अर्थ तब समझा जा सका जब नेपोलियन के आदमियों को रोसॆटा शिला मिली जिस पर चित्रलिपि, सामान्य मिस्री और यूनानी में लिखा था। सूमर की कीलाक्षर लिपि तब पढ़ी जा सकी जब हॆन्री रॉलिन्सन को बेहिस्तून शिलालेख मिला, जिसमें उस लिपि को समझने के लिए ज़रूरी सुराग थे। अब तक, सिंधु जाति के लेखन के बारे में ज़्यादा कुछ नहीं पता चला है सिर्फ इतना कि वे दायीं ओर से बायीं ओर लिखते थे—जो उनकी लकीरों से पता चलता है—और यह कि लेखन में शायद अक्षरों का इस्तेमाल होता था। इस लिपि में करीब ४१९ चिन्ह हैं और उनमें से अधिकतर उकेरे हुए हैं।