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सजग होइए!–2008
g 7/08 पेज 1-3

पेज दो

जुलाई - सितंबर 2008

क्या हम अंतिम दिनों में जी रहे हैं? 3-9

बाइबल में “अन्तिम दिनों” के जिस दौर का ज़िक्र किया गया है, उसका क्या मतलब है? इस दौर का हममें से हरेक पर क्या असर पड़ता है? क्या हम एक बेहतर कल की उम्मीद कर सकते हैं?

क्या मेरे लिए मर जाना ही अच्छा है? 25

हर साल लाखों नौजवान खुद की जान लेने की कोशिश करते हैं। और हज़ारों इसमें कामयाब भी होते हैं। जानिए कि एक नौजवान कैसे अपने दर्द और निराशा पर काबू पा सकता है।

3 अंतिम दिन—इसका क्या मतलब है?

4 अंतिम दिन—कब शुरू होंगे और कब खत्म?

8 अंतिम दिन—इसके बाद क्या होगा?

10 नदी-नहरों का जाल—केरल

14 बाइबल का दृष्टिकोण परमेश्‍वर आपसे क्या उम्मीद करता है?

16 दान-धर्म—क्या यह सारी समस्याओं का हल है?

19 किशोर बच्चों के हैरान-परेशान माँ-बाप

20 किशोर बच्चों की परवरिश करने में —समझ की अहमियत

21 किशोर बच्चों की परवरिश करने में —बुद्धि की अहमियत

29 युवा लोग पूछते हैं जब मेरा भाई या बहन खुदकुशी कर लेता/ती है, तो मैं क्या करूँ?

32 किशोर उम्र में होनेवाली निराशा पर काबू पाना

[पेज 3 पर चित्र का श्रेय]

© Jacob Silberberg/Panos Pictures

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