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यहोवा के पास लौट आइए
rj भाग 1 पेज 4-5

भाग एक

“मैं खोयी हुई भेड़ को ढूँढ़ूँगा”

एक चरवाहा एक खोयी हुई भेड़ को ढूँढ़ने के लिए बड़ी मुश्‍किल से पहाड़ चढ़ता है

भेड़ बहुत घबरायी हुई है। दूसरी भेड़ों के साथ घास चरते-चरते उसे पता ही नहीं चला कि वह कब झुंड से अलग हो गयी। अब ना तो उसे दूसरी भेड़ें नज़र आ रही हैं और ना ही चरवाहा। धीरे-धीरे अंधेरा भी हो रहा है। वह ऐसी घाटी में आ पहुँची है, जहाँ जंगली जानवर घूमते हैं। वह एकदम बेबस और लाचार है। तब अचानक उसे एक जानी-पहचानी आवाज़ सुनायी देती है। यह तो उसके चरवाहे की आवाज़ है! चरवाहा दौड़कर उसके पास आता है और झट-से उसे अपनी गोद में उठा लेता है। फिर बहुत प्यार से उसे अपने कपड़े में लपेटकर घर ले जाता है।

यहोवा ने कई बार ऐसे ही चरवाहे से अपनी तुलना की है। अपने वचन, बाइबल में वह हमें यकीन दिलाता है, “मैं खुद अपनी भेड़ों को ढूँढ़कर लाऊँगा और उनकी देखभाल करूँगा।”​—यहेजकेल 34:11, 12.

‘मेरी भेड़ें जिनकी मैं देखभाल करता हूँ’

यहोवा की भेड़ें कौन हैं? जो लोग उससे प्यार करते हैं और उसकी उपासना करते हैं, उन्हें वे अपनी भेड़ें समझता है। बाइबल में लिखा है, “आओ हम उसकी उपासना करें, उसे दंडवत करें, अपने बनानेवाले यहोवा के सामने घुटने टेकें। क्योंकि वह हमारा परमेश्‍वर है और हम उसके लोग हैं जिनकी वह चरवाही करता है, हम उसकी भेड़ें हैं जिनकी वह देखभाल करता है।” (भजन 95:6, 7) जिस तरह भेड़ें अपने चरवाहे के पीछे-पीछे जाती हैं, उसी तरह यहोवा के उपासक भी उसकी आज्ञा मानने के लिए तैयार रहते हैं। लेकिन क्या उनसे कभी कोई गलती नहीं होती? ऐसा नहीं है। कभी-कभी वे उन भेड़ों की तरह हो जाते हैं जो “तितर-बितर” हो जाती हैं, ‘खो’ जाती हैं या फिर ‘भटक’ जाती हैं। (यहेजकेल 34:12; मत्ती 15:24; 1 पतरस 2:25) फिर भी यहोवा यह उम्मीद कभी नहीं छोड़ता कि वे एक-न-एक-दिन ज़रूर उसके पास लौट आएँगे।

क्या आपको अब भी लगता है कि यहोवा आपका चरवाहा है? वह कैसे ज़ाहिर कर रहा है कि वह आज भी हमारा चरवाहा है? आइए तीन बातों पर ध्यान दें:

वह अपनी भेड़ों को खिलाता है। यहोवा कहता है, ‘मैं हरे-भरे चरागाहों में उन्हें चराऊँगा। वहाँ वे हरियाली में बैठा करेंगी और बढ़िया-से-बढ़िया चरागाहों में चरा करेंगी।’ (यहेजकेल 34:14) यहोवा हमें जो खाना देता है वह ऐसे प्रकाशन है जिनसे उसके साथ हमारा रिश्‍ता मज़बूत होता है। और देखा गया है कि वह हमेशा सही वक्‍त पर और अलग-अलग तरह के बढ़िया प्रकाशन देता आया है। क्या आपको ऐसा कोई लेख, भाषण या वीडियो याद है, जिससे आपको लगा हो कि यहोवा ने आपकी प्रार्थना का जवाब दिया है? क्या इससे आपका यकीन नहीं बढ़ा कि यहोवा आपकी सचमुच परवाह करता है?

वह अपनी भेड़ों की हिफाज़त करता है और उन्हें सँभालता है। यहोवा वादा करता है, ‘मैं भटकी हुई को वापस लाऊँगा, जो घायल है उसकी मरहम-पट्टी करूँगा और जो कमज़ोर है उसे मज़बूत करूँगा।’ (यहेजकेल 34:16) यहोवा उन लोगों को वापस ले आता है, जो मंडली से दूर चले गए हैं और जिन्हें शायद चिंताएँ, दोष जैसी भावनाएँ सता रही हों। वह ऐसे लोगों के घाव भरता है जिन्हें दूसरों से, शायद मंडली के भाई-बहनों से भी ठेस पहुँची हो। और वह उन लोगों को भी मज़बूत करता है या हौसला देता है जो चिंताओं के बोझ से दबे हुए हैं।

वह अपनी भेड़ों की ज़िम्मेदारी अपने ऊपर लेता है। यहोवा कहता है, ‘मैं उन्हें उन सभी जगहों से बचाकर ले आऊँगा जहाँ वे तितर-बितर हो गयी थीं। मैं खोयी हुई भेड़ को ढूँढ़ूँगा।’ (यहेजकेल 34:12, 16) यहोवा खोयी हुई भेड़ के वापस आने की उम्मीद कभी नहीं छोड़ता। वह ऐसा नहीं सोचता कि वह व्यक्‍ति कभी बदल नहीं सकता। उसकी भेड़ें हमेशा उसकी नज़र में रहती हैं। इसलिए जैसे ही कोई भेड़ खो जाती है, वह उसे ढूँढ़ता है और उसके मिलने पर खुशी मनाता है। (मत्ती 18:12-14) और वह ऐसा क्यों ना करे, आखिर वह उनसे बेहद प्यार जो करता है! वह अपने उपासकों के बारे में कहता है कि वे ‘मेरी भेड़ें हैं जिनकी मैं देखभाल करता हूँ।’ (यहेजकेल 34:31) आप भी उसकी भेड़ों में से एक हैं।

यहोवा खोयी हुई भेड़ के वापस आने की उम्मीद कभी नहीं छोड़ता। जब वह भेड़ मिल जाती है, तो उसे बहुत खुशी होती है

“हमारे पुराने दिन लौटा दे”

यहोवा आपको क्यों ढूँढ़ रहा है और अपने पास लौटने के लिए कह रहा है? क्योंकि वह चाहता है कि आप खुश रहें। वह वादा करता है कि उसकी भेड़ों पर “आशीषों की बौछार होगी।” (यहेजकेल 34:26) यह कोई झूठा वादा नहीं है। आपने खुद अपनी ज़िंदगी में पहले से इस वादे को सच होते देखा है।

ज़रा उन दिनों को याद कीजिए जब आप यहोवा को जानने लगे थे। जब आपने पहली बार इन सच्चाइयों के बारे में जाना कि यह धरती एक खूबसूरत फिरदौस बन जाएगी और मरने पर इंसान का क्या होता है, तो आपको कैसा लगा था? जब आप सम्मेलनों और अधिवेशनों में भाई-बहनों से मिलते थे, तो क्या आपको बेहद खुशी नहीं होती थी? और जब प्रचार में आपको कोई ऐसा व्यक्‍ति मिलता, जिसे खुशखबरी में दिलचस्पी है, तो क्या आपका दिल खुशी से झूम नहीं उठता था?

आपकी ये खुशियाँ लौट आ सकती हैं। पुराने ज़माने में परमेश्‍वर के सेवकों ने प्रार्थना की, “हे यहोवा, हमें अपने पास वापस ले आ और हम खुशी-खुशी तेरे पास लौट आएँगे। हमारे पुराने दिन लौटा दे।” (विलापगीत 5:21) यहोवा ने उनकी प्रार्थना सुनी और वे एक बार फिर खुशी से उसकी सेवा करने लगे। (नहेमायाह 8:17) यहोवा आपके लिए भी ऐसा करेगा।

पर शायद यहोवा के पास लौटने में आपको कुछ मुश्‍किलों का सामना करना पड़े। आइए ऐसी कुछ मुश्‍किलों पर ध्यान दें और जानें कि आप उन्हें कैसे पार कर सकते हैं।

“हमारे भाइयों की पूरी बिरादरी” वीडियो का कवर

यहोवा के लोगों के साथ मिलकर सेवा करने से आपको जो खुशी मिलती थी, उन यादों को ताज़ा करने के लिए हमारे भाइयों की पूरी बिरादरी नाम का वीडियो देखें।

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