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क्या आपको याद है?

क्या आपने प्रहरीदुर्ग के हाल के अंकों का रस ग्रहण किया है? ख़ैर, देखिए कि क्या आप नीचे दिए गए सवालों के जवाब दे सकते हैं:

▫ आध्यात्मिक चरवाहों को कुछेक जाति-बहिष्कृत व्यक्‍तियों से संपर्क करने में पहल करने का क्या आधार है, यह देखने के लिए कि क्या उन्हें पश्‍चाताप करने तक प्रेरित किया जा सकता है या नहीं?

जब इस्राएल की जाति निर्वासन में थी और अभी तक पश्‍चातापहीन थी, यहोवा ने एक चरवाहे के समान, उनके पास अपने भविष्यद्वक्‍ताओं को भेजकर उनको ढूँढ़ निकालने में पहल की। मसीही चरवाहे ऐसे किसी भी पश्‍चातापी व्यक्‍ति की मदद करने में दिलचस्पी लेते हैं जो खोयी हुई भेड़ों के समान है। (लूका १५:४-७ से तुलना करें.)—२/१, पृष्ठ १७-१९.

▫ यीशु के खोए हुए बेटे के दृष्टान्त से यह किस तरह दर्शाया गया है कि हमारी भावनाएँ और कार्य कैसे होने चाहिए जब मसीही मण्डली में किसी को बहाल किया जाता है? (लूका १५:२२-३२)

हमारा लक्ष्य उस पिता का अनुकरण करना होना चाहिए, जिस ने अपने खोए हुए बेटे की वापसी पर खुशी प्रकट की। इसलिए, हमें बहाल किए गए भाई से अबाध रूप से बात करनी चाहिए और अब से सच्चाई में प्रगति करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।—२/१, पृष्ठ २१.

▫ सपन्याह २:३ की भविष्यद्वाणी ऐसा क्यों कहती है कि “सम्भव है कि तुम यहोवा के क्रोध के दिन में शरण पाओ”?

जीवन पाने के लिए उद्धार विश्‍वसनीयता और सहिष्णुता पर आधारित है। (मत्ती २४:१३) इसलिए, सिर्फ़ वही लोग जो परमेश्‍वर के धार्मिक मानकों के अनुकूल बनते हैं और जो शुद्ध भाषा बोलते रहते हैं, यहोवा के क्रोध के दिन बचाए जाएँगे। (सपन्याह २:१, २)—५/१, पृष्ठ २१.

▫ मसीही औरतों को गहनों और मेक-अप्‌ के सम्बन्ध में किस बात का ध्यान रखना चाहिए?

बाइबल ऐसे प्रसाधन सामग्री का इस्तेमाल निषेध नहीं करती। (निर्गमन ३२:२, ३; एस्तेर २:७, १२, १५) लेकिन शालीनता बनी रहनी चाहिए। कोई स्त्री आसानी से सांसारिक शैलियों की नक़ल करने लग सकती है, और जैसे ईज़ेबेल ने किया, वैसे बहुत ज़्यादा लिप्‌स्टिक्‌, रूज़, या आइ शैडो इस्तेमाल कर सकती है। (२ राजा ९:३०) सावधानी बरतनी चाहिए ताकि प्रसाधन-सामग्री ज़्यादा सुस्पष्ट रूप से लगायी न जाए और इस्तेमाल किए गए गहनें ज़्यादा भड़कीले न हों।—२/१, पृष्ठ ३०-१.

▫ माता-पिताओं ने अपने बच्चों के साथ इस्तेमाल करने में यीशु के सिखाने के कौनसे तरीक़ों को प्रभावकारी पाया है?

मसीही सच्चाइयाँ अपने नन्हे बच्चों के दिलों को आकर्षक बनाने के लिए माता-पिता दृष्टान्तों को इस्तेमाल करके भली-भाँति करते हैं, और यह पहचानने के लिए कि अपने ज़्यादा बड़े बच्चे सचमुच क्या सोच रहे हैं, वे अच्छी तरह से सुविचारित सवालों को इस्तेमाल कर सकते हैं। (मत्ती १७:२४-२७ से तुलना करें.)—५/१, पृष्ठ ३०.

▫ मत्ती ५:८ में जिन ‘शुद्ध हृदयवालों’ के बारे में बताया गया है, वे किस तरह “परमेश्‍वर को देखेंगे?”

वे ‘परमेश्‍वर को देखते’ हैं जब वे उन्हें सत्यनिष्ठा बनाए रखनेवालों के पक्ष में कार्य करते हुए ग़ौर करते हैं। (निर्गमन ३३:२०; अय्यूब १९:२६; ४२:५ से तुलना करें.) बहरहाल, मत्ती ५:८ में “देखेंगे,” इस प्रकार अनुवाद किए गए यूनानी शब्द का मतलब यह भी है, “मन से देखना, महसूस करना, जानना।” चूँकि यीशु ने परमेश्‍वर के व्यक्‍तित्व को परिपूर्ण रीति से प्रतिबिंबित किया, उस व्यक्‍तित्व को पूरा-पूरा जानने से ‘शुद्ध हृदयवाले’ ‘परमेश्‍वर को देख’ सके। (यूहन्‍ना १४:७-९)—३/१, पृष्ठ ११.

▫ कुछ लोगों को स्मारक समारोह के प्रतीकों को ग़लत रूप से क्यों लिया है?

कुछेक अपरिपक्व लोगों शायद अभी तक परमेश्‍वर के उद्देश्‍यों की एक सन्तुलित समझ प्राप्त नहीं हुई होगी। वे शायद यह स्वीकार नहीं करेंगे कि अभिषेक “न तो चाहनेवाले की, न दौड़नेवाले की परन्तु दया करनेवाले परमेश्‍वर की बात” पर निर्भर करता है। (रोमियों ९:१६) यह तै करना किसी व्यक्‍ति पर निर्भर नहीं कि क्या वह नयी वाचा में लिया जाकर मसीह के साथ सह-वारिस बनना चाहता या चाहती है, या नहीं। यहोवा की चयन महत्त्व रखता है और उनकी आत्मा उस चयन का साक्ष्य देता है। (रोमियों ८:१६; १ कुरिन्थियों १२:१८)—३/१, पृष्ठ २९.

▫ सपन्याह ३:९ में जिस “शुद्ध भाषा” के बारे में बताया गया है, वह क्या है?

यह परमेश्‍वर और उन के उद्देश्‍यों की सच्चाई की सही समझ है।—३/१, पृष्ठ २२-३.

▫ अपराध का शिकार बनने से बचे रहने के लिए कौनसी व्यावहारिक एहतियात बरती जा सकती है?

जब भी संभव हो, रात के वक़्त ख़तरनाक़ इलाकों में होने से बचे रहें। अपने गहनों को छिपाएँ, और कैमेरा जैसी चीज़ों को शॉपिंग्‌ बैग में ले जाएँ। फ़ुटपाथ के किनारे पर चलने के बारे में सतर्क रहें, ख़ास तौर से अगर आप ब्रीफ़केस या बैग ले जा रहे हों। (नीतिवचन ३:२१-२३ देखें।)—२/१, पृष्ठ ५-६.

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