चर्च पाप-स्वीकार करते हैं
“पोप चर्च की जाँच-पड़ताल करता है।” “धर्माधिकरण और यहूदी-द्वेष —चर्च अपना मेया कुल्पाa मानने की तैयारी कर रहा है।” “यहूदी जनसंहार के लिए मेया कुल्पा।” “मेथडिस्ट पश्चिमी अमरीकियों से क्षमा माँगता है।”
क्या आपने कभी इस तरह समाचार की सुर्खियों में पढ़ा है? ऐसा लगता है कि चर्च उन कार्यों के लिए जो शताब्दियों से उन्होंने किए हैं अधिकाधिक पैमाने पर अपना दोष स्वीकार कर रहे हैं और क्षमा माँग रहे हैं। मीडिया पोप द्वारा नए-नए मेया कुल्पा मानने को लगातार सुर्खियों में ला रहा है।
जब पोप माफी माँगता है
सन् १९८० से १९९६ के मध्य, जॉन पॉल II ने कम-से-कम ९४ बार ‘अतीत में चर्च द्वारा की गईं बड़ी गलतियों को स्वीकारा या उनके लिए माफी माँगी,’ ऐसा वैटिकन समालोचक, लूईजी आकाटॉली अपनी किताब क्वानदो ईल पापा किएदे परदोनो (जब पोप माफी माँगता है) में कहता है। आकाटॉली के अनुसार, “कैथोलिक चर्च में मात्र पोप ही उचित रूप से मेया कुल्पा मान सकता है।” और कैथोलिक इतिहास के सबसे विवादास्पद मामलों जैसे धर्म-युद्ध, युद्ध, तानाशाहियों का समर्थन, चर्चों में विभाजन, यहूदी-द्वेष, धर्माधिकरण, माफिया और जातिवाद का ज़िक्र करते हुए उसने ऐसा किया है। सन् १९९४ में कार्डिनलों को भेजे एक पत्रक में (जिसे कुछ लोग पोप का सबसे महत्त्वपूर्ण दस्तावेज़ समझते हैं), जॉन पॉल II ने “सहस्राब्दी के सारे पापों की स्वीकृति” की।
कई धर्माधिकारियों ने पोप के उदाहरण का अनुकरण किया है। दिसंबर १९९४ में इतालवी अखबार ईल जोर्नाल ने रिपोर्ट दी: “कई अमरीकी बिशपों ने टेलीविज़न पर सार्वजनिक रूप से माफी माँगी।” किस कारण? बालगामी पादरियों की करतूतों को कम महत्त्व देने के कारण, जिसकी वज़ह से कई बच्चे तबाह हो गए। जनवरी १९९५ में ला रेपूबब्लीका अखबार ने “समकालीन कैथोलिकवाद के इतिहास के अद्वितीय कार्य पर” रिपोर्ट दी—यहूदी जनसंहार के मामले में पोप पायस XII की चुप्पी पर ध्यान खींचा गया था। जनवरी १९९५ में उसी अखबार ने रिपोर्ट दी कि रोमन कैथोलिक की “अनेक गलतियों” के लिए जिन्होंने नात्सियों के अपराधों का समर्थन किया था जर्मन के बिशपों ने क्षमा माँगी। और अब विभिन्न प्रोटेस्टेंट चर्च भी खुद की आलोचना कर रहे हैं।
क्यों?
जब हमसे गलती होती है तो माफी माँगने के लिए बाइबल हमें प्रोत्साहित करती है और जब चर्च खुद की आलोचना करते हैं तब कई लोग उनकी प्रशंसा करते हैं। (याकूब ५:१६) लेकिन चर्च ऐसा क्यों कर रहे हैं? उनके प्रति हमारे दृष्टिकोण पर इसका कैसा प्रभाव पड़ना चाहिए?
[फुटनोट]
a इस लातीनी शब्द का अर्थ है “मेरी अपनी गलती,” जो कैथोलिक प्रार्थना (कॉनफीटयोर या “मेरी पाप-स्वीकृति”) का हिस्सा है, जिसमें वफादार चर्च सदस्य इस अभिव्यक्ति को दोहराते हैं।