“ईश्वरीय जीवन का मार्ग” १९९८-१९९९ अधिवेशन अति निकट है!
केवल भारत, नेपाल व बंग्लादेश में ही, अक्तूबर से दिसंबर तक १९ अधिवेशन होंगे। संभवतः, इनमें से एक तीन-दिवसीय अधिवेशन आपके पास के किसी शहर में आयोजित होगा। अधिकांश जगहों पर, कार्यक्रम हर दिन—शुक्रवार से लेकर रविवार तक—सुबह ९.३० बजे संगीत के साथ शुरू होगा।
शुक्रवार सुबह के कार्यक्रम में दुनिया भर के विभिन्न देशों के राज्य प्रचार कार्य की प्रगति की रिपोर्ट दी जाएगी। और मूलविचार भाषण “मसीह की छुड़ौती—उद्धार के लिए परमेश्वर का मार्ग” अधिवेशन के विषय पर ज़ोर देगा।
दोपहर की परिचर्चा, “माता-पिताओ—अपने बच्चों को ईश्वरीय मार्ग समझाकर सिखाइए” में सुझाव दिए जाएँगे कि कैसे युवा लोगों को यहोवा से प्रेम करने व उसकी सेवा करने के लिए प्रेरित करें। दोपहर के कार्यक्रम की समाप्ति “क्या मृत्यु के बाद जीवन है?” भाषण से होगी।
शनिवार सुबह के कार्यक्रम की विशेषता होगी, यहोवा के साक्षियों का शिष्य बनाने का कार्य, जिसे तीन भागों में एक-के-बाद-एक पेश किया जाएगा, “जीवन के मार्ग पर पहुँचाने में लोगों की मदद करना,” “लोगों तक पहुँचने की चुनौती,” तथा “चेलों को वह सब सिखाना जिसकी मसीह ने आज्ञा दी।” सुबह के कार्यक्रम की समाप्ति में, नए चेलों को बपतिस्मा दिए जाने का इंतज़ाम होगा।
शनिवार दोपहर का कार्यक्रम “अनंत जीवन को ध्यान में रखकर सेवा करना,” भाषण से शुरू होगा। यह परमेश्वर की सेवा करने के अपने निजी कारणों पर प्रार्थनापूर्वक विचार करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। भाषण “परमेश्वर का मार्ग सिखानेवाले, ‘मनुष्य-रूपी दान’ की कदर करना” व “मनुष्यत्व—पुराना उतार डालो और नया धारण करो” में इफिसियों अध्याय ४ की आयत-दर-आयत चर्चा की जाएगी जिससे हमारा ज्ञान बढ़ेगा। इसके बाद, भाषण “अपने आपको संसार से निष्कलंक रखिए,” और तीन-भाग की परिचर्चा “युवाओ—परमेश्वर के मार्ग पर चलिए” में उत्तम शास्त्रीय सलाह दी जाएगी। दोपहर का कार्यक्रम भाषण “सृजनहार—उसका व्यक्तित्व व तौर-तरीके” से समाप्त होगा।
रविवार सुबह के कार्यक्रम की खासियत तीन-भाग की परिचर्चा होगी, जो यहेजकेल नामक बाइबल पुस्तक के अंतिम अध्यायों पर, साथ ही उनके भविष्यसूचक अनुप्रयोग पर चर्चा करेगी। सुबह के कार्यक्रम की समाप्ति पर कॉस्ट्यूम-सहित नाटक होगा जो तीन इब्री युवाओं की वफादारी पर आधारित है। दोपहर को अधिवेशन की खासियत है जन भाषण, जिसका शीर्षक है “अनंत जीवन का एकमात्र मार्ग।”
निश्चय ही जब आप वहाँ तीनों दिन हाज़िर होंगे तो आध्यात्मिक रूप से तरो-ताज़ा होंगे। हर सत्र में हाज़िर होने के लिए आपका सुस्वागत है। बेशक वे सभी सत्र मुफ्त होंगे। आपके घर के पास के सभा-स्थान जानने के लिए, यहोवा के साक्षियों के स्थानीय राज्यगृह से संपर्क कीजिए, या इस पत्रिका के प्रकाशकों को लिखिए।