अर्थपूर्ण पारिवारिक बाइबल अध्ययन चलाना
माता-पिताओं द्वारा किए गए सब से महत्त्वपूर्ण कार्यों में एक उनके बच्चों को सत्य सिखाना है। यह यहोवा की ओर से आयी एक ज़िम्मेदारी है। (व्यवस्था ६:६, ७) एक अधर्मी संसार में धर्मी चाल चलने के लिए बच्चों को निर्देशन और मार्गदर्शन की ज़रूरत है। उन्हें यहोवा और सच्चाई से प्रेम रखने के लिए सीखने की और उससे लगे रहने के लिए निश्चित रहने की आवश्यकता है। अगस्त १, १९८८ के वॉचटावर के पृष्ठ ११ में बताया गया: “किसी भी अन्य ज़िम्मेदारी या समस्याओं के बावजूद जो आप सामना करते हैं, अपने बच्चों के साथ समय बिताने के लिए प्राथमिकता देनी चाहिए। साथ में बिताया गया समय आपको उन के मन में उन आध्यात्मिक मान्यताओं को बैठाने का अवसर देगा जो आपके बच्चों के दिलों को सुरक्षित रखेंगी और उन्हें सही मार्ग पर रख देगा।”
२ अगर परिवारों को परमेश्वर के वचन में दिए गए मार्गदर्शन का पालन करना है, पारिवारिक अध्ययन के लिए नियमित रूप से अलग समय रखने की आवश्यकता है। परिवार के प्रधानों को परिवार की आध्यात्मिकता सँभालने के लिए प्राथमिकता देनी चाहिए। अगर अब परिवार की आध्यात्मिक ज़रूरतों की ओर उचित ध्यान नहीं दिया गया, यह बहुत संभव है कि भविष्य में, माता-पिताओं को गम्भीर समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
अध्ययन विषय और तरीक़ा
३ किस पर अध्ययन किया जाना चाहिए? परिवार को किस बात की ज़रुरत है, यह परिवार का प्रधान ही अच्छी तरह जान सकता है। वे दूसरों से पूछ सकता है कि वे क्या लाभदायक समझते हैं और फिर उनके सुझावों पर विचार कर सकता है। नम्यता पारिवारिक अध्ययन को व्यावहारिक और उत्तेजक बना सकती है। कई परिवार द वॉचटावर के साप्ताहिक पाठ की तैयारी करने का निर्णय लेते हैं। किन्तु, कभी-कभी जवानों द्वारा स्कूल में सामना की गयी समस्याओं पर विचार करनेवाले विशेष विषयों की चर्चा करना ज़रूरी होगा। डेटिंग, पाठ्येतर कार्यों, क्रीड़ा और अनैतिक प्रवृत्तियों के सम्बन्ध में प्रकाशित जानकारी पर उत्तेजनात्मक और प्रोत्साहनदायक रीति से विचार किया जा सकता है। यह महत्त्वपूर्ण है कि परिवार का प्रधान लगातार यह जाँच करें कि परिवार को किस जानकारी की ज़रूरत है और उसे उनके दिलों तक पहुँचाने का उत्तम तरीका क्या है।—द वॉचटावर, फरवरी १५, १९७१, पृष्ठ १०५-६ देखें।
४ एक अध्ययन कैसे संचालित किया जाना चाहिए? एक शिथिल तथा श्रद्धालु, वातावरण उत्पन्न करें। एक यांत्रिक और अत्याधिक औपचारिक क्रियाविधि से दूर रहें। अतिरिक्त प्रश्न पूछें, और चिन्तन को उत्तेजित करने के लिए उदाहरणों का उपयोग करें और सभों को सम्बध्द करें। विषय का मूल्य बढ़ाने के लिए मान चित्र और चार्ट का चाक्षुष सहायक-सामग्री के रुप में उपयोग किया जा सकता है। बच्चों के उम्र और उनकी योग्यताओं के अनुसार, उन्हें इन्डेक्स या इन्साइट पुस्तकों से जानकारी पाने का कार्य दिया जा सकता है। जैसे ही छोटे बच्चे प्रतिक्रिया देने के योग्य बनते हैं, उन्हें चर्चा में शामिल करें। उनसे सरल प्रश्न पूछे जा सकते हैं जिनके उत्तर केवल कुछ ही शब्दों में हो। बच्चों को डाँटने के लिए अध्ययन कालावधि का उपयोग न करें। इसके बजाय उनकी प्रशंसा करें, उनके प्रयत्नों के लिए कदर दिखाएं और उनके साथ आध्यात्मिक दृष्टिकोंण बाँटने में उत्साही रहें।
५ आप यह कैसे निश्चित कर सकते हैं कि आप दिल तक पहुँच रहे हैं? उनके अपने शब्दों में जवाब देने के लिए सभों को प्रोत्साहित करें। दिल की मनोवृत्ति जानने के लिए कुशलतापूर्वक दृष्टिकोण प्रश्न पूछें। आप ऐसे पूछ सकते हैं, “इस विषय के बारे में स्कूल के बच्चे क्या महसूस करते हैं? क्या तुम्हें इस मुद्दे पर कभी कोई सन्देह उत्पन्न होता है?” ध्यान दें कि आप दृष्टिकोण प्रश्नों का बच्चे जो उत्तर देंगे उसकी ओर अधिक प्रतिक्रिया न दिखाएं, नहीं तो आपके बच्चे स्वेच्छापूर्वक ईमानदारी से उनके विचार व्यक्त करना नहीं चाहेंगे। बोलने के लिए उन्हें वक्त दें। उनका यह जानना कि आप उन में और उनकी समस्याओं में रुचि रखते हैं, आपके शिक्षण प्रयत्नों को बहुत आसान बनाएगा।—द वॉचटावर, नवम्बर १, १९८६, पृष्ठ २३-५ तक देखें।
६ याद रखें कि आपके पारिवारिक अध्ययन का मुख्य उद्देश्य यहोवा के विचारों को मन में बैठाना है और केवल मण्डली की सभा में एक उत्तर देना नहीं है। (इफि. ३:१७-१९) इसका अर्थ है दिल में जानकारी प्रवेश कराने के लिए कार्य करना। उन्हें परमेश्वर की इच्छा क्यों करनी चाहिए और क्यों जीवन बिताने का यही सब से उत्तम मार्ग है, इन प्रश्नों के उत्तर अपने परिवार को दें।
७ नियमित पारिवारिक अध्ययन अपने परिवार की आध्यात्मिकता बढ़ाने के लिए ज़रुरी है। वह बच्चों को जीवन की समस्याओं से निपटने के लिए प्रशिक्षण और योग्यता देती है। आपके बच्चों की सहायता के लिए आप माता-पिता ही सब से अच्छी स्थिति में हैं। इस परिमेश्वर-प्रदत्त ज़िम्मेदारी का भार लो। यहोवा अवश्य आपको आशीष देगा अगर आप एक अर्थपूर्ण पारिवारिक बाइबल अध्ययन संचालित करने में स्थिरता बनाए रखने के लिए हर सम्भव प्रयास करेंगे।