आइए हम सभी यहोवा और उसके पुत्र का आदर करें
अप्रैल 8 को स्मारक में हाज़िर होनेवाले सभी लोग पूरी तरह लाभ कैसे उठा सकते हैं
आज खास सम्मान किन लोगों को दिया जाता है? खासकर उन लोगों को, जो दुनिया की नज़रों में बहुत बड़ा काम करते हैं। मगर देखा जाए तो अकसर उनके कामों को बहुत जल्द भुला दिया जाता है। दूसरी तरफ, उन कामों के बारे में क्या, जिनकी वजह से पूरी मानवजाति को फायदा हुआ है? अप्रैल 8, 2001 को हम उनमें से एक सबसे महान काम पर खास ध्यान देंगे। ऐसा हम प्रभु के संध्या भोज के दौरान करेंगे जो सूर्यास्त के बाद मनाया जाएगा।
2 लेकिन, असल में सबसे ज़्यादा सम्मान पाने का हकदार कौन है? बाइबल हमें इसका जवाब देती है: “[यहोवा], तू ही महिमा, और आदर, और सामर्थ के योग्य है; क्योंकि तू ही ने सब वस्तुएं सृजीं।” (प्रका. 4:11) सृष्टिकर्ता होने के नाते सिर्फ यहोवा के पास ही पूरे विश्वमंडल पर शासन करने का अधिकार है। और इसलिए सम्मान पाने का उसका हक युगानुयुग रहेगा।—1 तीमु. 1:17.
3 यहोवा के बेटे, यीशु मसीह ने भी ऐसे कई महान काम किए हैं जिनसे इंसानों को हमेशा-हमेशा के लिए आशीषें मिलती रहेंगी। उसने हू-ब-हू अपने पिता का अनुकरण किया। (यूह. 5:19) वह परमेश्वर के प्रति पूरी तरह आज्ञाकारी रहा और वफादारी से उसकी सेवा की, जिसकी वजह से वह “सामर्थ, और धन, और ज्ञान, और शक्ति, और आदर, और महिमा, और धन्यवाद के योग्य है।” (प्रका. 5:12) इसलिए उसके पिता ने उसका आदर किया और उसे राजा की हैसियत से सिंहासन पर बिठाया। (भज. 2:6-8) और अप्रैल 8, 2001 को प्रभु के संध्या भोज में हमें पिता और पुत्र, दोनों का ही सम्मान करने का मौका मिलेगा।
4 हालाँकि यहोवा और उसका बेटा आदर पाने के हकदार हैं, मगर अफसोस कि मानव इतिहास में बहुत ही कम लोगों ने उनका आदर किया है। पुराने ज़माने में परमेश्वर के सेवकों ने यानी इस्राएलियों ने भी, कभी-कभी सिर्फ नाम मात्र के लिए उसकी सेवा की। ऐसा करके उन्होंने बहुत ही बेशर्मी से परमेश्वर का अपमान किया। (मला. 1:6) दरअसल, सही मायने में इज़्ज़त देने का मतलब है, सभी आज्ञाओं को मानना। और यह आज्ञाकारिता यहोवा और उसके बेटे के लिए प्यार, साथ ही उन कामों की कदरदानी की वजह से होनी चाहिए जो उन्होंने हमारे लिए किए हैं। इस तरह सम्मान और इज़्ज़त देने का मतलब है, अपने दिल में परमेश्वर के लिए भय और श्रद्धा रखना, साथ ही अपने सभी काम यहोवा और यीशु की इच्छा के मुताबिक करना। और मसीही कलीसिया ये बातें सिखाने और ऐसा करने में दूसरों की मदद करने के लिए पूरी-पूरी कोशिश करती है।
5 आदर दिखाने के लिए एक खास अवसर: यहोवा के लोगों के लिए हर साल स्मारक समारोह एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण अवसर होता है। हरेक इंसान जो यहोवा की सेवा और उसका आदर करना चाहता है, उसे इस अवसर पर ज़रूर हाज़िर होना चाहिए। (लूका 22:19) स्मारक में 60 लाख सक्रिय साक्षियों के अलावा, दिलचस्पी दिखानेवाले लोग भी आएँगे, इसलिए हमारा अंदाज़ा है कि इस साल स्मारक में कुल उपस्थिति 140 लाख से भी ज़्यादा होगी। तो यह स्वर्ग में रहनेवाले अपने पिता को आदर दिखाने का क्या ही बढ़िया अवसर होगा! समारोह में खासकर यीशु के बारे में ही बताया जाएगा, मगर वहाँ यीशु के बढ़िया कामों के लिए सम्मान और इज़्ज़त देने के द्वारा दरअसल हम परमेश्वर की ही महिमा करेंगे, जिसने उसे भेजा था।—यूह. 5:23.
6 इस खास अवसर पर पूरा सहयोग देने के लिए हम अपनी तरफ से क्या कर सकते हैं? हम दिलचस्पी दिखानेवाले लोगों को इससे पूरा-पूरा फायदा उठाने में मदद दे सकते हैं। सो, इसमें हाज़िर होने के लिए उनसे आग्रह कीजिए और अगर ज़रूरत पड़े तो समारोह में आने के लिए उनकी मदद भी कीजिए। दिए जानेवाले भाषण का उन्हें मकसद समझाइए। वहाँ दूसरों से उनकी मुलाकात करवाइए। वे जो कुछ देखेंगे और सुनेंगे उससे उन्हें हमारे साथ मिलकर यहोवा का आदर करने की प्रेरणा मिलेगी।
7 इस कार्यक्रम का दूसरों पर जो असर होता है, उसे किसी भी तरह कम मत समझिए। एक यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी पर इसका जो असर हुआ, उस बारे में वह कहता है: “मैं अपने चर्च के कम्युनियन में कई बार हाज़िर हुआ हूँ मगर यह समारोह उससे काफी अलग था। यह बिलकुल उसके अनुसार था जैसा बाइबल में कहा है, और मुझे तो लगता है कि सच्चाई आप लोगों के पास ही है।” उसने सभाओं में लगातार जाना शुरू कर दिया और जल्द ही बपतिस्मा ले लिया।
8 प्रगति करने में नए लोगों की मदद कीजिए: जो नए लोग स्मारक में हाज़िर होंगे, उनसे जल्द ही दोबारा मिलने की पूरी कोशिश कीजिए ताकि उन्होंने जो प्रोत्साहक बातें देखी और सीखी थीं, वे फिर से उनकी याद ताज़ा कर सकें। उन्हें दूसरी सभाओं के बारे में भी बताइए जिनसे वे बाइबल के बारे में अपना ज्ञान और भी बढ़ा सकते हैं। ज्ञान किताब के सत्रहवें अध्याय, “परमेश्वर के लोगों के बीच सुरक्षा पाइए” पर उनके साथ थोड़ी चर्चा करने से, उन्हें पता चलेगा कि कलीसिया और भी कितने अलग-अलग आध्यात्मिक प्रबंध करती है, जिनका वे फायदा उठा सकते हैं। उन्हें आवर होल असोसिएशन ऑफ ब्रदर्स विडियो दिखाने का प्रबंध कीजिए ताकि वे यहोवा के लोगों के बीच की एकता, खुशी और जोश खुद अपनी आँखों से देख सकें!
9 यह ज़रूरी है कि दिलचस्पी दिखानेवाले यह समझें कि वे खुद कैसे यहोवा को आदर और इज़्ज़त दे सकते हैं। उन्हें बताइए कि दिल से की गई प्रार्थनाओं से यहोवा प्रसन्न होता है और यह एक ऐसा ज़रिया है जिससे हम कभी-भी आध्यात्मिक ताज़गी पा सकते हैं। (1 यूह. 5:14) माँग ब्रोशर के पाठ 8 से 12 के ज़रिए उन्हें ऐसे आचरण के बारे में बताइए जिनसे यहोवा का आदर होता है। यहोवा के गवाह ब्रोशर के पेज 30-1 में लिखी बातों पर उनके साथ चर्चा करने के ज़रिए उनका हौसला बढ़ाइए कि वे प्रचार का काम करने से भी यहोवा का आदर कर सकते हैं।
10 जब हम यीशु के बलिदान के लिए कदरदानी दिखाते हैं और उसके चेलों के तौर पर सेवा करने को एक बड़ा सम्मान समझते हैं, तो इससे भी पिता का आदर होता है और दूसरों को आशीष मिलती है। ठीक जैसे यीशु ने कहा था: “यदि कोई मेरी सेवा करे, तो पिता उसका आदर करेगा।”—यूह. 12:26.