यहोवा की आस लगाए रहिए
1. आनेवाले अधिवेशन का विषय क्या है, और यह हमारे वक्त के हिसाब से क्यों सही है?
नबी यशायाह ने लिखा था: “यहोवा न्यायी परमेश्वर है; क्या ही धन्य हैं वे सब जो उसकी आस लगाए रहते हैं।” (यशा. 30:18ख, NHT) बाइबल में दर्ज़ बहुत-सी घटनाएँ दिखाती हैं कि गुज़रे वक्त में यहोवा ने न्याय करने के लिए, किस तरह अपने दुश्मनों को सज़ा दी और अपने वफादार सेवकों को छुटकारा दिलाया। उन घटनाओं से आज यहोवा के उपासक क्या सीख सकते हैं? ‘यहोवा के बड़े और भयानक दिन’ का सामना करने के लिए, हम अभी से खुद को कैसे तैयार कर सकते हैं? (योए. 2:31, 32) इन सवालों पर गहराई से सोचने और खुद की परख करने के लिए आनेवाला ज़िला अधिवेशन हमें उकसाएगा, जिसका विषय है: “छुटकारा निकट है!” यह अधिवेशन यहोवा की आस लगाए रहने में हमारी मदद करेगा।
2. हम अपने ज़िला अधिवेशन के लिए कदर कैसे दिखा सकते हैं?
2 क्या आपने अधिवेशन के तीनों दिन हाज़िर रहने और फायदा पाने के लिए अभी से इंतज़ाम कर लिया है? जैसे, क्या आपने नौकरी से छुट्टी के लिए गुज़ारिश की है? यह मत सोच बैठिए कि बगैर किसी कोशिश के आपको यूँ ही छुट्टी मिल जाएगी। इसके बजाय, पहले इस बारे में प्रार्थना कीजिए। फिर जाकर अपने अधिकारी से गुज़ारिश कीजिए। (नहे. 2:4, 5) उसी तरह, हमें सफर का, ठहरने का और दूसरी ज़रूरी बातों का इंतज़ाम करने में टाल-मटोल नहीं करना चाहिए। इसके बजाय, पहले से हर चीज़ का ठीक-ठीक बंदोबस्त करना यह दिखाएगा कि यहोवा हमें जो आध्यात्मिक भोजन देनेवाला है, उसकी हम दिल से कदर करते हैं। प्राचीनों को चाहिए कि वे उन लोगों का खयाल रखें जिन्हें अधिवेशन के सिलसिले में मदद की ज़रूरत है, खासकर बुज़ुर्ग भाई-बहनों का।—गल. 6:10.
3. अधिवेशन के शहर में, यहोवा के लोगों को कौन-से गुण दिखाने की ज़रूरत है?
3 अच्छे चालचलन से परमेश्वर की महिमा होती है: जब हम अधिवेशन के लिए बड़ी तादाद में इकट्ठा होते हैं, तो हमारे बढ़िया चालचलन से बाहरवालों को अच्छी गवाही मिलती है। बढ़िया चालचलन बनाए रखने के लिए हमें क्या करना होगा? होटल, रेस्तराँ या दुकानों, वगैरह में दूसरों के साथ व्यवहार करते वक्त हमें धीरज, नम्रता, संयम और कोमलता जैसे मसीही गुण दिखाने चाहिए ताकि वे हमारे बारे में अच्छा महसूस करें। (गल. 5:22, 23; फिलि. 4:5) हम सभी को चाहिए कि हम वैसा प्यार दिखाएँ जो ‘अनरीति नहीं चलता, अपनी भलाई नहीं चाहता, झुंझलाता नहीं और बुरा नहीं मानता।’ यहाँ तक कि जब हमें कोई दिक्कत या परेशानी होती है, तब भी हमें “सब कुछ परमेश्वर की महिमा के लिये” करना चाहिए।—1 कुरि. 10:31; 13:5.
4. माँ-बाप अपने बच्चों की मदद कैसे कर सकते हैं ताकि उनके अच्छे बर्ताव से यहोवा की महिमा हो?
4 एक होटल के मैनेजर को हमारे बच्चों का बर्ताव और पहनावा इतना अच्छा लगा कि अधिवेशन के बाद, उसने कहा कि “यहोवा के साक्षियों का उसके होटल में हमेशा स्वागत है।” यह तारीफ सुनकर क्या हमारा दिल गद्गद नहीं हो उठता? यह दिखाता है कि आप माता-पिता अपने बच्चों को बढ़िया ट्रेनिंग देते हैं और उन पर अच्छी निगरानी रखते हैं। सभी माता-पिताओं को चाहिए कि वे बच्चों पर हमेशा नज़र रखें। (नीति. 29:15) उन्हें होटल के कमरे में अकेला छोड़ना, बुद्धिमानी नहीं होगी। ऐसा हो कि बच्चों के अच्छे बर्ताव से यहोवा की महिमा हो और उसका मन आनंदित हो!—नीति. 27:11.
5. हम अपने पहनावे और बनाव-श्रृंगार से यहोवा का आदर कैसे कर सकते हैं?
5 शालीन कपड़े और बनाव-श्रृंगार: अधिवेशन से बाहरवालों पर अच्छी छाप पड़े, इसके लिए हम सभी अपना भाग अदा कर सकते हैं। कैसे? हमें ऐसे कपड़े नहीं पहनने चाहिए और ऐसे स्टाइल नहीं अपनाने चाहिए जो नया फैशन है, या जो बेहूदा, बेढंगे या भड़कीले हैं। यह बात हमें हर वक्त ध्यान में रखनी चाहिए, फिर चाहे हम अधिवेशन के लिए जा रहे हों या वापस लौट रहे हों, अधिवेशन की तैयारी में हाथ बँटा रहे हों, या फिर कार्यक्रम में हाज़िर हों। यहोवा के सेवक होने के नाते हमारी सबसे पहली चिंता यह है कि यहोवा के नाम पर कोई कलंक न लगे, ना कि हम अपनी पसंद या आराम की फिक्र करें। हर परिवार के मुखिया पर इस बात का ध्यान रखने की ज़िम्मेदारी है कि सभी सदस्यों का पहनावा हमेशा शालीन हो और इससे ज़ाहिर हो कि वे संयम से काम लेनेवाले हैं।—1 तीमु. 2:9.
6. फुरसत के वक्त भी हमारा पहनावा उतना ही शालीन क्यों होना चाहिए जितना अधिवेशन के दौरान होता है?
6 शालीन पहनावे की बात तब भी अहमियत रखती है जब हम फुरसत के वक्त होटल में होते हैं, दुकान में खरीदारी करते और रेस्तराँ में खाना खाते हैं। अगर हम अधिवेशन के बाद कहीं बाहर खाना खाने जा रहे हैं, तो अच्छा होगा कि हमारा पहनावा वही हो जो अधिवेशन में था। क्योंकि बैज कार्ड पहने रहने से हम मौका बनाकर गवाही दे पाएँगे।—2 कुरि. 6:3, 4.
7. अधिवेशन में खुशी का समाँ और कायदा बनाए रखने के लिए हम सभी क्या कर सकते हैं? (बक्स “ज़िला अधिवेशन के लिए याद रखनेवाली बातें” देखिए।)
7 यशायाह ने भविष्यवाणी की थी: “यहोवा तुम पर अनुग्रह करने के लिए ठहरा रहता है, और ऊंचा उठेगा कि तुम पर दया करे।” (यशा. 30:18क, NHT, फुटनोट) यहोवा ने हम पर जो दया और अनुग्रह दिखायी है, उसके लिए हमें इतना एहसानमंद होना चाहिए कि हम अधिवेशन में अपने व्यवहार और पहनावे से उसका आदर करें। हमारी यही दुआ है कि “छुटकारा निकट है!” ज़िला अधिवेशन से हमारे परमेश्वर की स्तुति हो और हमें उसकी आस लगाए रहने में मदद मिले!
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ज़िला अधिवेशन के लिए याद रखनेवाली बातें
◼ कार्यक्रम का समय: तीनों दिन, कार्यक्रम सुबह 9:30 बजे शुरू होगा। हॉल के दरवाज़े सवेरे 8 बजे खोले जाएँगे। सेशन शुरू होने से कुछ मिनट पहले, चेयरमैन स्टेज पर आकर बैठेगा और राज्य संगीत बजना शुरू होगा। तब हमें भी अपनी-अपनी सीट पर बैठ जाना चाहिए ताकि शुरूआत से ही कार्यक्रम की गरिमा बनी रहे। कार्यक्रम, शुक्रवार को शाम 5:15 पर, शनिवार को 5:05 पर और रविवार को 4:10 पर खत्म होगा।
◼ गाड़ियाँ खड़ी करना: अधिवेशनों में, हमें जहाँ गाड़ियाँ खड़ी करने की इजाज़त दी जाएगी, वहाँ पहले आओ पहले पाओ के आधार पर गाड़ियाँ खड़ी करने की जगह दी जाएगी। गाड़ियों में आनेवालों को अधिवेशन का बैज कार्ड पहनना चाहिए ताकि उन्हें पहचानना और जगह देना आसान हो। ज़्यादातर अधिवेशनों में गाड़ियाँ खड़ी करने की जगह कम होती है, इसलिए जहाँ तक हो सके कुछ लोगों को मिलकर एक ही गाड़ी में सफर करना चाहिए, बजाय इसके कि हर गाड़ी में सिर्फ एक या दो जन सफर करें।
◼ सीटें रखना: आप सिर्फ अपने घर में रहनेवालों के लिए सीट रख सकते हैं।
◼ दोपहर का खाना: दोपहर के खाने के लिए अधिवेशन की जगह छोड़कर कहीं और जाने के बजाय, कृपया अपने साथ हलका-फुलका खाना लाइए। आप खाना एक छोटे-से बैग या डिब्बे में ला सकते हैं जो आपकी सीट के नीचे आसानी से आ सके। मगर बड़े-बड़े सामान को क्लोकरूम में रखना चाहिए, क्योंकि इन्हें आने-जाने के रास्ते में रखने से दूसरों को परेशानी होगी।
◼ दान: ज़िला अधिवेशन का इंतज़ाम करने में काफी खर्च होता है। ऐसे इंतज़ाम के लिए अपनी कदरदानी ज़ाहिर करने के लिए हम अपने राज्य घर में या अधिवेशन की जगह पर, दुनिया-भर में हो रहे काम के लिए अपनी इच्छा से दान कर सकते हैं। अगर आप अधिवेशन में चेक के रूप में दान देते हैं, तो चेक “Watch Tower” के नाम पर होना चाहिए।
◼ दुर्घटनाएँ या एमरजंसी: अगर अधिवेशन की जगह पर कोई दुर्घटना होती है या अचानक किसी की तबियत खराब हो जाती है, तो पास में मौजूद किसी मददगार भाई (अटेंडंट) को इत्तला कीजिए। वह भाई फौरन फर्स्ट एड विभाग को खबर देगा ताकि वहाँ मौजूद काबिल लोग जायज़ा ले सकें कि मामला कितना गंभीर है और फिर ज़रूरी मदद दे सकें।
◼ बधिरों के लिए: सिकंदराबाद के अँग्रेज़ी अधिवेशन में साइन लैंग्वेज में कार्यक्रम पेश करने का इंतज़ाम किया गया है।
◼ रिकॉर्डिंग: किसी भी तरह के रिकॉर्डर को अधिवेशन के इलेक्ट्रिकल या साउंड सिस्टम के साथ नहीं जोड़ना चाहिए। और उनका इस्तेमाल सिर्फ इस तरह करना चाहिए कि दूसरों को परेशानी न हो।
◼ तसवीरें लेना: अगर आप सेशन के वक्त तसवीरें खींचना चाहते हैं, तो फ्लैश का इस्तेमाल मत कीजिए।
◼ पेजर और सॆल फोन: इन्हें इस तरह सॆट करना चाहिए कि उनकी आवाज़ दूसरों को परेशान न करे।
◼ इत्र: कुछ अधिवेशन ऐसे हॉल में रखे जाते हैं जहाँ ए.सी. या एयर कूलर की वजह से सारे खिड़की-दरवाज़ों को बंद रखना पड़ता है। इसलिए आपसे गुज़ारिश है कि आप इत्र, परफ्यूम, कलोन, वगैरह कम इस्तेमाल करें ताकि ऐसे लोगों को तकलीफ न हो जिन्हें साँस की बीमारी है या कोई और परेशानी है।—1 कुरि. 10:24.
◼ फॉलो अप फॉर्म: अधिवेशन शहर में जब हम किसी को गवाही देते हैं और वह दिलचस्पी दिखाता है, तो उसका नाम-पता, प्लीज़ फॉलो अप (S-43) फॉर्म में भरना चाहिए। अधिवेशन में आते वक्त, प्रचारकों को अपने साथ एक-दो फॉलो अप फॉर्म लाने चाहिए। इसके अलावा, साहित्य विभाग में भी ये फॉर्म उपलब्ध होंगे। आप इस फॉर्म को सही-सही भरकर या तो साहित्य विभाग को दे सकते हैं या फिर अधिवेशन से लौटने पर अपनी कलीसिया के सचिव को दे सकते हैं।—फरवरी 2005 की हमारी राज्य सेवकाई का पेज 6 देखिए।
◼ रेस्तराँ: कई रेस्तराँ में, बिल के मुताबिक कर्मचारियों को 15 से 20 प्रतिशत टिप या बख्शिश देने का दस्तूर होता है।
◼ होटल: (1) ज़रूरत से ज़्यादा कमरों की बुकिंग मत कीजिए और एक कमरे में जितने लोगों को रहने की इजाज़त है उससे ज़्यादा लोगों को मत ठहराइए। (2) अगर आपको अपनी बुकिंग रद्द करनी है, तो फौरन होटलवालों को इत्तला कर दीजिए। (3) सामान ढोने के लिए होटल की ट्रॉली तभी लीजिए जब आपको उसका इस्तेमाल करना हो। (4) अगर कमरे में खाना पकाना मना है, तो मत पकाइए। (5) कमरे की साफ-सफाई करनेवाले कर्मचारियों को हर दिन टिप दीजिए। (6) मसीही होने के नाते हम होटल में रहते वक्त ऐसे इंतज़ामों का नाजायज़ फायदा नहीं उठाएँगे, जैसे मुफ्त नाश्ता, कॉफी और बरफ या ठंडा पानी। (7) होटल में काम करनेवालों के साथ पेश आते वक्त आत्मा के फल दिखाइए, खासकर तब जब कमरा लेते और छोड़ते वक्त काउंटर पर भीड़ होती है।