क्या आप अपने समय में फेरबदल कर सकते हैं?
1. हमें अपने प्रचार के समय में क्यों फेरबदल करना चाहिए?
हम सच्चे मसीहियों को ‘मनुष्यों की मछुवाई’ करने का काम सौंपा गया है। (मत्ती 4:19, NHT) जिस तरह मछुवारे को पता होता है कि किस वक्त जाल डालने से ज़्यादा मछलियाँ हाथ लगेंगी, उसी तरह हमें भी सही वक्त देखकर मनुष्यों की मछुवाई का काम करना चाहिए। जी हाँ, अगर हम ऐसे वक्त पर प्रचार करने जाएँ जब लोग घर में हों तो हम अपने इस काम में ज़्यादा कामयाबी पाएँगे। कई देशों में गर्मियों के महीनों में दिन लंबा होता है। ऐसे में देर दोपहर और शाम के वक्त ज़्यादातर लोग घर पर मिलते हैं। अकसर इस वक्त लोग फुरसत में होते हैं और वे शायद हमारी बात सुनना पसंद करें। इन लोगों तक पहुँचने के लिए, क्या आप अपने प्रचार के समय में फेरबदल कर सकते हैं?—1 कुरि. 9:23.
2. किन तरीकों से हम ज़्यादा लोगों को सुसमाचार सुना सकते हैं?
2 शाम के वक्त प्रचार करना: शाम के प्रचार के लिए अगर हम पहले से अच्छी तैयारी करें तो ज़्यादा लोगों को सुसमाचार सुना सकेंगे। (नीति. 21:5) स्कूल जानेवाले बच्चे स्कूल के बाद और नौकरी-पेशा भाई-बहन काम से छूटने के बाद प्रचार में जाने का कार्यक्रम बना सकते हैं। पुस्तक अध्ययन समूह चाहें तो हर हफ्ते अध्ययन से पहले एक घंटे के लिए प्रचार में जाने का इंतज़ाम कर सकते हैं।
3. आप देर दोपहर या शाम के वक्त अपने इलाके में किन-किन तरीकों से प्रचार कर सकते हैं?
3 देर दोपहर और शाम के वक्त घर-घर प्रचार करने से हम ऐसे लोगों से मिल पाएँगे जो अकसर घर पर नहीं मिलते। बहुत-से इलाकों में शाम के वक्त सड़क पर आने-जानेवालों को गवाही देना या दूसरे तरीकों से सरेआम गवाही देना मुमकिन होता है। कई भाई-बहनों को वापसी भेंट करने और बाइबल अध्ययन शुरू करने के लिए शाम का वक्त सबसे बढ़िया लगता है।
4. शाम को प्रचार करते वक्त समझ से काम लेना और दूसरों के लिए लिहाज़ दिखाना क्यों ज़रूरी है?
4 समझ से काम लीजिए: शाम के प्रचार में समझ-बूझ से काम लेना बहुत ज़रूरी है। अच्छा यही होगा कि आप अंधेरा होने के बाद ज़्यादा देर तक प्रचार न करें। और ऐसे वक्त पर लोगों के दरवाज़े न खटखटाएँ जब वे शायद सोने की तैयारी कर रहे हों। (फिलि. 4:5) जब आप दरवाज़े पर दस्तक देते हैं तो ऐसी जगह खड़े रहिए जहाँ घर-मालिक आपको अंदर से देख सके। अपनी पहचान साफ-साफ बताइए। बिना देर किए अपने आने का मकसद भी बताइए। अगर एक परिवार खाना खा रहा हो और आप वहाँ पहुँच जाते हैं तो उनसे कहिए कि आप फिर कभी आकर उनसे मिलेंगे। हमेशा दूसरों के लिए लिहाज़ दिखाइए।—मत्ती 7:12.
5. शाम को प्रचार करते वक्त हम खतरों से कैसे बच सकते हैं?
5 शाम को प्रचार करते वक्त हमें सावधानी भी बरतनी चाहिए। अगर आप दिन ढलने के बाद भी प्रचार जारी रखते हैं तो अच्छा होगा कि इलाके में आते-जाते वक्त एक जोड़ीदार या कई भाई-बहन आपके साथ हों। ऐसी सड़कों पर रहिए जहाँ काफी उजाला हो और लोगों की आवाजाही हो। सिर्फ ऐसी जगहों पर गवाही दीजिए जहाँ आपको डर न लगे। उन इलाकों से दूर रहिए जहाँ अँधेरा होने के बाद जाना ठीक नहीं।—नीति. 22:3.
6. देर दोपहर और शाम के वक्त प्रचार करने का एक और फायदा क्या है?
6 देर दोपहर और शाम के वक्त प्रचार करने से हमें पायनियरों और सहयोगी पायनियरों के साथ काम करने का मौका मिलता है। (रोमि. 1:12) तो क्यों न आप भी अपने प्रचार के समय में फेरबदल करें और शाम के वक्त प्रचार के लिए निकलें?