आप अपने आध्यात्मिक लक्ष्यों को कैसे हासिल कर सकते हैं?
1. बहुत-से जवान मसीहियों ने अपने जीवन में कौन-कौन-से आध्यात्मिक लक्ष्य रखे हैं?
एक जवान मसीही होने के नाते, आपने बेशक अपने जीवन में कुछ लक्ष्य रखे होंगे। क्योंकि आप यहोवा से प्यार करते हैं और यीशु की इस बात को मानना चाहते हैं, जो उसने सभी मसीहियों से कही: ‘पहिले परमेश्वर के राज्य की खोज करो।’ (मत्ती 6:33) हो सकता है आपने अपनी सेवा को बढ़ाने का लक्ष्य रखा हो, जैसे पायनियर बनकर या ऐसी जगह जाकर सेवा करना, जहाँ राज्य प्रचारकों की ज़्यादा ज़रूरत है। कुछ जवानों ने तो सोच रखा है कि वे स्वयंसेवक बनकर राज्य घर निर्माण काम में हिस्सा लेंगे, बेथेल में सेवा करेंगे, या फिर वे मिशनरी बनेंगे। ये सब क्या ही काबिले-तारीफ और सच्ची खुशी देनेवाले लक्ष्य हैं!
2. अपने आध्यात्मिक लक्ष्यों तक पहुँचने में कौन-सी बात आपकी मदद कर सकती है?
2 अपने अध्यात्मिक लक्ष्यों तक पहुँचने में एक बात जो आपकी मदद कर सकती है, वह है, उन लक्ष्यों को लिख लेना। जुलाई 15, 2004 की प्रहरीदुर्ग पत्रिका कहती है: “मन की अभिलाषा को जब [आप] शब्दों में बयान करते हैं, तो वह [आपके] लिए और भी साफ हो जाती है। [इसलिए आप चाहे तो] अपने लक्ष्यों और इन्हें हासिल करने के तरीकों को कागज़ पर लिख सकते हैं।” इसके अलावा, छोटे-छोटे लक्ष्य बनाकर उन्हें हासिल करने की कोशिश कीजिए। इससे आप जाँच पाएँगे कि आपने कहाँ तक तरक्की की है, साथ ही आपका पूरा ध्यान बड़े लक्ष्य को पाने पर बना रहेगा।
3. कुछ छोटे-छोटे लक्ष्य क्या हैं, जो आपको बपतिस्मे के काबिल बनने में मदद दे सकते हैं?
3 छोटे-छोटे लक्ष्य: अगर आपने अभी तक बपतिस्मा नहीं लिया है, तो क्यों न आप ऐसा करने का लक्ष्य रखें। इसे हासिल करने के लिए क्या ज़रूरी है? हो सकता है कि आपको बाइबल की बुनियादी शिक्षाओं की बेहतर समझ लेने की ज़रूरत है। अगर ऐसा है, तो आप बाइबल सिखाती है किताब का अच्छी तरह से अध्ययन करने और इसमें दी सभी आयतों को खोलकर पढ़ने का लक्ष्य बनाइए। (1 तीमु. 4:15) इसके अलावा, उत्पत्ति से लेकर प्रकाशितवाक्य तक पूरी बाइबल पढ़ने का भी लक्ष्य रखिए, जैसे बेथेल में सेवा करनेवालों और गिलियड के विद्यार्थियों से माँग की जाती है। और जब आप एक बार पूरी बाइबल पढ़ लें तो आगे भी इसे रोज़ पढ़ने का एक कार्यक्रम बनाए रखिए। (भज. 1:2, 3) ज़रा सोचिए, इन लक्ष्यों की मदद से आप आध्यात्मिक रूप से कितना बढ़ पाएँगे! यही नहीं, जब भी आप बाइबल पढ़ने और अध्ययन करने बैठते हैं, तो इसकी शुरूआत और आखिर में दिल से प्रार्थना कीजिए, और हमेशा सीखी हुईं बातों पर अमल करने की कोशिश कीजिए।—याकू. 1:25.
4. बेथेल या मिशनरी सेवा जैसे बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक मसीही कौन-से छोटे लक्ष्य बना सकता है?
4 अगर आपका बपतिस्मा हो चुका है, तो आप आगे और कौन-से लक्ष्य हासिल कर सकते हैं? क्या आपको गवाही देने का अपना हुनर बढ़ाने की ज़रूरत है? मिसाल के लिए, क्या आप प्रचार में बाइबल का कुशलता से इस्तेमाल करने का लक्ष्य बना सकते है? (2 तीमु. 2:15) आप अपनी सेवा को कैसे बढ़ा सकते हैं? अपनी उम्र और अपने हालात के हिसाब से छोटे-छोटे लक्ष्य बनाइए। और ये लक्ष्य ऐसे होने चाहिए जो आपको अपने बड़े लक्ष्य तक पहुँचने में मदद दें।
5. एक भाई छोटे-छोटे लक्ष्यों की मदद से किस तरह बेथेल सेवा का अपना लक्ष्य हासिल कर पाया?
5 कामयाबी की एक कहानी: उन्नीस साल के टोनी ने जब यहोवा के साक्षियों के शाखा दफ्तर का दौरा किया, तब उसके अंदर बेथेल में सेवा करने का अरमान जागा। लेकिन उस समय तक उसने परमेश्वर को अपना समर्पण नहीं किया था और आवारा की ज़िंदगी बिता रहा था। बेथेल का दौरा करने के बाद, टोनी ने यहोवा के स्तरों के मुताबिक जीने का फैसला किया, साथ ही उसने बपतिस्मा पाने के काबिल बनने का लक्ष्य भी बनाया। बपतिस्मे के बाद, उसने सहयोगी पायनियर सेवा और फिर (रेग्युलर) पायनियर सेवा करने का लक्ष्य रखा। उसने कैलेंडर पर निशान लगाकर तय किया कि वह किस तारीख को यह सेवा शुरू करेगा। पायनियर सेवा करने के कुछ वक्त बाद, उसे बेथेल में सेवा करने के लिए बुलाया गया। ज़रा सोचिए, यह बुलावा पाकर उसे कितनी खुश हुई होगी!
6. अपने आध्यात्मिक लक्ष्यों को पाने में, कौन-सी बात आपकी मदद कर सकती है?
6 राज्य के कामों को पहली जगह देकर आप भी अपने आध्यात्मिक लक्ष्यों को पा सकते हैं। यहोवा को प्रार्थना में “अपने कामों” के बारे में बताइए और उन्हें पूरा करने में कड़ी मेहनत कीजिए।—नीति. 16:3; 21:5.