दूसरी भाषा बोलनेवालों की मदद करना
1. अपने प्रचार के इलाके में गवाही देते वक्त, हमारे पास कौन-सा बढ़िया मौका होता है?
हमारी सभाएँ जिस भाषा में होती हैं, हम खासकर अपने प्रचार के इलाके में उसी भाषा के बोलनेवालों को गवाही देने पर ध्यान देते हैं। अगर हम लोगों को बिना पक्षपात किए यहोवा जैसा प्यार दिखाना चाहते हैं, तो हमें दूसरी भाषा बोलनेवालों की ज़रूरत का भी ध्यान रखना चाहिए। और उन्हें राज संदेश सुनाने के तरीके ढूँढ़ने चाहिए। (भज. 83:18; प्रेषि. 10:34, 35) तो हम ऐसे लोगों की मदद कैसे कर सकते हैं?
2. हमें प्रचार में मदद के लिए कौन-सी पुस्तिका दी गयी है? हम इसका इस्तेमाल करने के लिए कैसे तैयार हो सकते हैं?
2 सब जातियों के लोगों के लिए सुसमाचार पुस्तिका इस्तेमाल कीजिए: यह पुस्तिका हमेशा अपने साथ रखिए और इसकी खासियतों से अच्छी तरह वाकिफ होइए, जिससे आप इसका इस्तेमाल करने के लिए तैयार रहें। आपके प्रचार के इलाके में जो दूसरी भाषाएँ बड़े पैमाने पर बोली जाती हैं, अगर उन भाषाओं में साहित्य मौजूद हैं, तो उनकी भी कुछ कॉपियाँ अपने साथ रखिए। इस पुस्तिका से संदेश पढ़वाने के बाद उन्हें उनकी भाषा में साहित्य दीजिए। फिर उनसे वापसी भेंट करने का पक्का इंतज़ाम कीजिए।
3. जब हम दिलचस्पी दिखानेवाले किसी ऐसे व्यक्ति से मिलते हैं जो दूसरी भाषा बोलता है, तब हमारी क्या ज़िम्मेदारी बनती है?
3 दोबारा मिलने का इंतज़ाम: यह तय कर लेने के बाद कि एक इंसान को परमेश्वर और उसके वचन बाइबल में दिलचस्पी है, हमें प्लीज़ फॉलो अप (S-43) फॉर्म भरकर तुरंत सचिव को दे देना चाहिए ताकि वह यह फॉर्म शाखा दफ्तर को भेज सके। इसके बाद शाखा दफ्तर ऐसे किसी प्रचारक को दिलचस्पी दिखानेवाले के पास भेजेगा जो उसकी भाषा बोलता हो। सचिव उस फॉर्म की एक कॉपी सेवा निगरान को भी देगा ताकि सेवा निगरान को यह जानकारी रहे कि दिलचस्पी दिखानेवाला कौन-सी भाषा बोलनेवाले समूह से है। लेकिन जब तक कोई दिलचस्पी दिखानेवाले से संपर्क नहीं कर लेता, तब तक वही प्रचारक जिसने S-43 फॉर्म जमा किया था, उसकी दिलचस्पी बढ़ा सकता है। कई मामलों में दिलचस्पी दिखानेवाले के साथ बाइबल अध्ययन भी शुरू किया जा सकता है।
4. अगर हमें किसी दूसरी भाषा बोलनेवाले को साहित्य देना है, तो इसके लिए क्या इंतज़ाम है?
4 दूसरी भाषा के लिए साहित्य: मंडली को दूसरी भाषाओं के बहुत ज़्यादा साहित्य नहीं रखने चाहिए। लेकिन अगर सेवा सचिव को लगता है कि किसी एक भाषा बोलनेवालों का समूह लगातार बढ़ रहा है तो वह उचित मात्रा में प्रचारकों के इस्तेमाल के लिए साहित्य रख सकता है। इसके अलावा, www.watchtower.org पर सैकड़ों भाषाओं में साहित्य उपलब्ध हैं और ज़रूरत पड़ने पर कंप्यूटर से इनके प्रिंट लिए जा सकते हैं।
5. दूसरी भाषा बोलनेवालों की दिलचस्पी बढ़ाने के लिए मंडली क्या भूमिका निभाती है?
5 मंडली की भूमिका: दिलचस्पी दिखानेवालों को यह बढ़ावा देना अच्छा होगा कि वे अपनी ही भाषा की मंडली में हाज़िर हों, अगर वह ज़्यादा दूर नहीं। लेकिन अगर उनकी भाषा की मंडली दूर है, तब आप उन्हें अपनी सभा में आने का न्यौता दे सकते हैं। सभा में उनका गर्मजोशी से स्वागत कीजिए और उनमें दिलचस्पी लीजिए, इससे उन्हें सभा में लगातार आने का बढ़ावा मिलेगा। शुरू-शुरू में भाषा और संस्कृति एक रोड़ा बन सकती है, पर सच्चे मसीहियों के प्यार में कोई बात रुकावट नहीं होती। क्योंकि हम यहोवा के साक्षी अंतर्राष्ट्रीय भाईचारे के बंधन में बंधे हैं।—सप. 3:9; यूह. 13:35.
6. अपने इलाके की भाषा सीखना क्यों फायदेमंद होगा?
6 आप जिस शहर या गाँव में रहते हैं, क्या आपको वहाँ की भाषा बोलनी आती है? अगर नहीं, तो आप वह भाषा सीखने की सोच सकते हैं और इस तरह दूसरी भाषा बोलनेवालों को और अच्छी मदद दे सकते हैं। इतना ही नहीं, अपने इलाके की भाषा जानना तब बहुत मददगार होता है, जब हमें विरोधियों से बात करनी पड़ती है। अकसर लोग उन्हीं की बातों पर खास ध्यान देते हैं, जो उनकी भाषा में उनसे बात करते हैं।—प्रेषि. 22:1, 2.
7. दूसरी भाषा बोलनेवाला एक समूह कब शुरू किया जा सकता है? इसकी मान्यता का फैसला कैसे किया जाता है?
7 समूह बनाना: किसी खास भाषा बोलनेवालों का एक समूह बनाने के लिए इन चार बातों का होना ज़रूरी है। (1) उस भाषा के बोलनेवाले लोगों में सच्चाई के लिए काफी दिलचस्पी हो और बढ़ोतरी के आसार नज़र आ रहे हों। (2) प्रचारकों का एक छोटा-सा समूह हो, जो उस भाषा को जानता हो या सीख रहा हो। (3) एक काबिल प्राचीन या सहायक सेवक हो, जो समूह की अगुवाई करे और उस भाषा में कम-से-कम हफ्ते में एक सभा चलाए। (4) प्राचीनों का निकाय इस समूह को पूरा सहयोग देने के लिए तैयार हो। जब ये माँगे कुछ हद तक पूरी होती हैं, तब प्राचीनों के निकाय को चाहिए कि वह इस समूह के बारे में शाखा दफ्तर को लिखकर गुज़ारिश करे कि मंडली को इस समूह की देखरेख करने की मान्यता दी जाए। (संगठित किताब पेज 106-107 देखिए।) जो प्राचीन या सहायक सेवक इस समूह की अगुवाई करता है, उसे “समूह निगरान” या “समूह सेवक” कहा जाता है।
8. अपने इलाके में दूसरी भाषा बोलनेवाले समूह को मदद देना, क्यों एक खास सम्मान है?
8 अपने प्रचार के इलाके में दूसरी भाषा बोलनेवालों को मदद देना, दुनिया-भर में हो रहे हमारे प्रचार काम का एक हिस्सा है, जिसकी शुरूआत हमारे आदर्श यीशु मसीह ने की थी। आइए हम इसमें पूरे जोश के साथ अपना भाग अदा करें और देखें कि यहोवा कैसे सारे राष्ट्रों को हिलाकर उनमें से मनभावने लोगों को खींच रहा है।—हाग्गै 2:7.