पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए
प्रहरीदुर्ग अक्टूबर से दिसंबर
“बच्चों को एक ज़िम्मेदार इंसान बनाना वाकई एक चुनौती है। आपको क्या लगता है, ऐसा करने में माता-पिता सफलता कैसे पा सकते हैं? [जवाब के लिए रुकिए।] क्या मैं आपको परमेश्वर के वचन से कुछ बुद्धिमानी-भरी सलाह दिखा सकता हूँ? [अगर घर-मालिक दिलचस्पी दिखाता है तो इफिसियों 6:4 पढ़िए।] यह लेख इस आयत पर और दूसरे सिद्धातों पर गौर करता है, जिनसे माता-पिताओं को काफी मदद मिल सकती है।” पेज 30 पर शुरू होनेवाला लेख दिखाइए।
सजग होइए! अक्टूबर से दिसंबर
“क्या आपको भी लगता है कि ज़िंदगी में तनाव दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है? [जवाब के लिए रुकिए।] शास्त्र में एक बात दी गयी है, जिसे पढ़कर कई लोगों को लगता है कि इतने तनाव का एक कारण यह हो सकता है। क्या मैं आपको वह बात पढ़कर सुना सकता हूँ? [अगर घर-मालिक राज़ी होता है, तो 2 तीमुथियुस 3:1 पढ़िए।] इस पत्रिका का एक लेख तनाव के विषय पर है और इसमें बताया गया है कि तनाव का हम पर क्या असर होता है। इसमें कुछ सुझाव भी दिए गए हैं कि हम अपना तनाव कम कैसे कर सकते हैं।”