जीएँ मसीहियों की तरह
परमेश्वर की भक्ति शरीर की कसरत से ज़्यादा फायदेमंद
क्या कसरत करने से हमें फायदा होता है? हाँ, लेकिन सिर्फ कुछ हद तक। वहीं अगर हम उन कामों में लगे रहें जिनसे परमेश्वर के साथ हमारा रिश्ता मज़बूत होता है, तो हमें कहीं ज़्यादा फायदा होगा। (1ती 4:8) इस वजह से मसीहियों को खेल-कूद के मामले में सही नज़रिया रखना चाहिए।
असली खिलाड़ी किसे कहते हैं? बोर्डवाला कार्टून देखिए। फिर इन सवालों के जवाब दीजिए:
1. खेल-कूद से हम कौन-सी काबिलीयतें बढ़ा सकते हैं?
2. कौन-सी तीन बातों से हम तय कर सकते हैं कि हमें फलाँ खेल में भाग लेना चाहिए या नहीं?
3. भजन 11:5 में दिए सिद्धांत से हम कैसे फैसला कर सकते हैं कि हमें किस तरह का खेल देखना या खेलना चाहिए?
4. खेलते समय हमारी सोच कैसी होनी चाहिए, इस बारे में हम फिलिप्पियों 2:3 और नीतिवचन 16:18 से क्या सीख सकते हैं?
5. फिलिप्पियों 1:10 से हमें कैसे पता चलता है कि हमें कोई खेल देखने या खेलने में बहुत ज़्यादा वक्त नहीं बिताना चाहिए?