पाएँ बाइबल का खज़ाना
उम्मीदें पूरी न होने पर भी खुश रहिए
दाविद की दिली-तमन्ना थी कि वह यहोवा के लिए एक आलीशान मंदिर बनाए (1इत 17:1, 2; प्र06 8/1 पेज 12 पै 1)
यहोवा ने दाविद से कहा कि उसके लिए मंदिर बनानेवाला वह नहीं होगा (1इत 17:4)
दाविद उस काम में जी-जान से लगा रहा, जो यहोवा ने उसे सौंपा था (1इत 17:7; 18:14)
अगर ढलती उम्र, खराब सेहत या किसी और वजह से हम किसी ज़िम्मेदारी के लिए काबिल नहीं हो पाते, तो हमें निराश नहीं होना चाहिए। इसके बजाय, हम जो कर सकते हैं उसमें जी-जान से लगे रहना चाहिए।—प्रेष 18:5; प्र21.08 पेज 22-23 पै 11.