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  • परमेश्‍वर का राज शुरू हो चुका है!
  • प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (अध्ययन)—2022
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प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (अध्ययन)—2022
w22 जुलाई पेज 2-7

अध्ययन लेख 28

परमेश्‍वर का राज शुरू हो चुका है!

“दुनिया का राज अब हमारे मालिक और उसके मसीह का हो गया है।”​—प्रका. 11:15.

गीत 22 स्वर्ग में राज शुरू हुआ​—अब धरती पर आए, है दुआ!

एक झलकa

1. आज कौन-सी भविष्यवाणी पूरी हो रही है और यह किस बात का सबूत है?

आज दुनिया में देखें, तो परिवार बिखरते जा रहे हैं। लोग बात-बात पर गुस्सा हो जाते हैं और मार-पीट पर उतर आते हैं। हर किसी को बस खुद की पड़ी है। अधिकारी बेईमान होते जा रहे हैं और लोगों का उन पर से भरोसा उठता जा रहा है। यह सब देखकर शायद हमें लगे कि अब कोई उम्मीद नहीं बची, हालात कभी नहीं सुधरेंगे। लेकिन सच तो यह है कि इन्हीं हालात को देखकर हमें उम्मीद मिलती है कि बहुत जल्द सबकुछ ठीक हो जाएगा। बाइबल में भविष्यवाणी की गयी थी कि जब लोग ऐसे होंगे, तो इसका मतलब होगा कि हम इस दुनिया के “आखिरी दिनों में” जी रहे हैं। (2 तीमु. 3:1-5) इसमें कोई शक नहीं कि आज यह भविष्यवाणी पूरी हो रही है। यह इस बात का सबूत है कि यीशु मसीह ने स्वर्ग में राज करना शुरू कर दिया है। बाइबल में परमेश्‍वर के राज से जुड़ी और भी बहुत-सी भविष्यवाणियाँ की गयी हैं। आइए इनमें से कुछ पर ध्यान दें जो आखिरी दिनों में यानी हमारे समय में पूरी हुई हैं। इससे हमारा विश्‍वास और भी बढ़ेगा।

एक बड़ी तसवीर में दानियेल और प्रकाशितवाक्य में बतायी अलग-अलग भविष्यवाणियों का नज़ारा दिख रहा है। यह तसवीर कई छोटे-छोटे टुकड़ों से बनी है। एक व्यक्‍ति उसका आखिरी टुकड़ा सही जगह पर लगा रहा है। इस टुकड़े में वह पत्थर नज़र आ रहा है जो मूरत के पैरों से टकरा चुका है। 1. पहाड़ पर से एक पत्थर तेज़ी से नीचे आता है और धातु की बनी एक विशाल मूरत के पैरों से टकराता है। 2. एक ऊँचा पेड़। 3. सरपट दौड़ रहे चार घोड़े और उनके सवार। 4. एक वेश्‍या सुर्ख लाल रंग के एक जंगली जानवर पर बैठी हुई है।

प्रकाशितवाक्य और दानियेल की किताब में लिखी भविष्यवाणियाँ एक बड़ी तसवीर के छोटे-छोटे हिस्सों की तरह हैं। इन्हें जोड़कर हम पूरी तसवीर देख पाएँगे, यानी हम समझ पाएँगे कि बहुत-सी भविष्यवाणियाँ पूरी हो चुकी हैं और बहुत जल्द अंत आनेवाला है, ठीक जैसे यहोवा ने वादा किया था (पैराग्राफ 2)

2. इस लेख में हम किस बारे में चर्चा करेंगे और क्यों? (बाहर दी तसवीर देखें।)

2 इस लेख में सबसे पहले हम एक भविष्यवाणी पर ध्यान देंगे जिससे पता चलता है कि परमेश्‍वर का राज कब शुरू हुआ। इसके बाद हम कुछ भविष्यवाणियों से जानेंगे कि हम कैसे कह सकते हैं कि यीशु ने राज करना शुरू कर दिया है। आखिर में हम कुछ भविष्यवाणियों पर चर्चा करेंगे जिनसे हम समझ पाएँगे कि परमेश्‍वर का राज अपने दुश्‍मनों को कैसे मिटाएगा। ये सभी भविष्यवाणियाँ एक बड़ी तसवीर के छोटे-छोटे हिस्सों की तरह हैं। इन्हें जोड़कर हम पूरी तसवीर देख पाएँगे, यानी हम समझ पाएँगे कि बहुत-सी भविष्यवाणियाँ पूरी हो चुकी हैं और बहुत जल्द अंत आनेवाला है, ठीक जैसे यहोवा ने वादा किया था।

परमेश्‍वर का राज कब शुरू हुआ?

3. दानियेल 7:13, 14 में लिखी भविष्यवाणी से हमें किस बात का यकीन हो जाता है?

3 दानियेल 7:13, 14 में लिखी भविष्यवाणी से हमें यकीन हो जाता है कि यीशु मसीह परमेश्‍वर के राज का राजा है और उससे अच्छा राजा और कोई नहीं हो सकता। इससे हमें यह भी पता चलता है कि उसका राज हमेशा तक बना रहेगा और सब राष्ट्रों के लोग खुशी से उसकी ‘सेवा करेंगे।’ पर उसका राज कब शुरू हुआ? दानियेल की किताब में लिखी एक और भविष्यवाणी से पता चलता है कि सात काल का एक लंबा समय खत्म होने के बाद यीशु राज करना शुरू करता। आइए जानें कि ये सात काल कब खत्म हुए।

4. दानियेल 4:10-17 से कैसे पता चलता है कि यीशु मसीह कब राजा बनता? (फुटनोट भी देखें।)

4 दानियेल 4:10-17 पढ़िए। इस भविष्यवाणी में बताए गए “सात काल” का मतलब 2,520 साल हैं। “सात काल” ईसा पूर्व 607 में शुरू हुए जब बैबिलोन के लोगों ने यरूशलेम पर हमला किया और वहाँ के राजा को राजगद्दी से हटा दिया। फिर अगले 2,520 साल तक परमेश्‍वर की तरफ से हुकूमत करनेवाला कोई राजा नहीं था। “सात काल” सन्‌ 1914 में खत्म हुए जब यहोवा ने यीशु को अपने राज का राजा बनाया जिसके पास राज करने का “कानूनी हक है।”b​—यहे. 21:25-27.

5. “सात काल” की भविष्यवाणी से हमें किस बात का यकीन हो जाता है?

5 इस भविष्यवाणी को समझने से हमें कैसे फायदा होता है?  हमें इस बात का यकीन हो जाता है कि यहोवा अपने वादे वक्‍त पर पूरे करता है। “सात काल” की भविष्यवाणी सही वक्‍त पर पूरी हुई और परमेश्‍वर का राज तय वक्‍त पर शुरू हुआ। इसलिए हम यकीन रख सकते हैं कि बाकी भविष्यवाणियाँ भी सही समय पर पूरी होंगी और यहोवा का दिन वक्‍त पर आएगा, “इसमें देर नहीं होगी!”​—हब. 2:3.

हम कैसे कह सकते हैं कि यीशु ने राज करना शुरू कर दिया है?

6. (क) इस बात की क्या निशानी है कि यीशु मसीह ने स्वर्ग में राज करना शुरू कर दिया है? (ख) प्रकाशितवाक्य 6:2-8 में लिखी भविष्यवाणी से भी कैसे साबित हो जाता है कि यीशु ने राज करना शुरू कर दिया है?

6 स्वर्ग जाने से पहले यीशु ने अपने चेलों को बताया था कि जब वह राज करना शुरू करेगा, तब धरती पर क्या-क्या होगा। उसने कहा था कि युद्ध, अकाल और भूकंप होंगे। उसने यह भी कहा था कि “एक-के-बाद-एक” महामारियाँ फैलेंगी। और हम सभी ने देखा कि कोविड-19 महामारी किस तरह फैली। बाइबल में बताया गया है कि ये बातें मसीह की मौजूदगी की “निशानी” हैं। (मत्ती 24:3, 7; लूका 21:7, 10, 11) अपने चेलों को ये बातें बताने के करीब 60 साल बाद, एक बार फिर यीशु ने प्रेषित यूहन्‍ना को बताया कि जब उसका राज शुरू होगा तो ये घटनाएँ होंगी। (प्रकाशितवाक्य 6:2-8 पढ़िए।) और जब से 1914 में यीशु राजा बना है, हम साफ देख सकते हैं कि ये सब बातें पूरी हो रही हैं।

7. जब से यीशु राजा बना है, तब से धरती पर मुसीबत क्यों टूट पड़ी है?

7 जब से यीशु राजा बना है, तब से धरती पर हालात इतने खराब क्यों हो गए हैं? प्रकाशितवाक्य 6:2 से हमें इस बारे में कुछ पता चलता है। वहाँ बताया गया है कि यीशु ने राजा बनने के बाद सबसे पहले शैतान और उसके दुष्ट स्वर्गदूतों से लड़ाई लड़ी। प्रकाशितवाक्य अध्याय 12 में लिखा है कि शैतान वह लड़ाई हार गया और उसे और दुष्ट स्वर्गदूतों को धरती पर फेंक दिया गया। तब से शैतान इंसानों पर अपना गुस्सा उतार रहा है। इसी वजह से बाइबल में लिखा है कि ‘धरती पर बड़ी मुसीबत टूट पड़ी है।’​—प्रका. 12:7-12.

एक पति-पत्नी टीवी पर दंगों की खबरें सुन रहे हैं। पास रखी मेज़ पर बाइबल और उस पर आधारित कुछ प्रकाशन रखे हुए हैं।

बुरी खबरें सुनकर हमें अच्छा तो नहीं लगता, पर जब हम देखते हैं कि बाइबल की भविष्यवाणियाँ पूरी हो रही हैं, तो हमारा यकीन बढ़ जाता है कि स्वर्ग में परमेश्‍वर का राज शुरू हो चुका है (पैराग्राफ 8)

8. जब हम देखते हैं कि राज के बारे में की गयी भविष्यवाणियाँ पूरी हो रही हैं, तो हमें कैसा लगता है?

8 इन भविष्यवाणियों को समझने से हमें कैसे फायदा होता है?  आज दुनिया के हालात और लोगों का रवैया देखकर यह साफ पता चलता है कि यीशु राजा बन चुका है। इसलिए जब हम देखते हैं कि लोग सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं और दूसरों से बुरा व्यवहार करते हैं, तो हमें हद-से-ज़्यादा परेशान नहीं हो जाना चाहिए। हमें याद रखना चाहिए कि इसका मतलब है कि बाइबल की भविष्यवाणियाँ पूरी हो रही हैं और स्वर्ग में परमेश्‍वर का राज शुरू हो चुका है! (भज. 37:1) जैसे-जैसे हर-मगिदोन पास आएगा, मुसीबतें बढ़ती ही जाएँगी। (मर. 13:8; 2 तीमु. 3:13) पर हम कितने खुश हैं कि यहोवा ने हमें यह समझने में मदद की है कि धरती के हालात क्यों इतने खराब होते जा रहे हैं।

परमेश्‍वर का राज अपने दुश्‍मनों को कैसे मिटाएगा?

9. (क) दानियेल 2:28, 31-35 में आखिरी विश्‍व शक्‍ति के बारे में क्या बताया गया है? (ख) यह कब से हुकूमत करने लगी?

9 दानियेल 2:28, 31-35 पढ़िए। आज हम इस भविष्यवाणी को पूरा होते हुए देख रहे हैं। नबूकदनेस्सर ने सपने में देखा कि “आखिरी दिनों में” यानी यीशु का राज शुरू होने के बाद क्या होगा। उसने एक मूरत देखी जिसके पैर “लोहे और मिट्टी” से बने हुए थे। यह आखिरी विश्‍व शक्‍ति होती और परमेश्‍वर के राज की दुश्‍मन होती। जब यीशु राज करना शुरू करता, तो धरती पर इसी विश्‍व शक्‍ति की हुकूमत चल रही होती। यह विश्‍व शक्‍ति कौन थी और यह कब से हुकूमत करने लगी? पहले विश्‍व युद्ध के दौरान ब्रिटेन और अमरीका के बीच गहरी दोस्ती हो गयी और वे मिलकर काम करने लगे। तब से ब्रिटेन-अमरीकी विश्‍व शक्‍ति ने हुकूमत करना शुरू कर दिया। पर यह विश्‍व शक्‍ति बाकी विश्‍व शक्‍तियों से किस तरह अलग है? आइए दो बातों पर ध्यान दें।

10. (क) ब्रिटेन-अमरीकी विश्‍व शक्‍ति को जिस तरह दर्शाया गया है, वह क्यों सही है? (ख) हमें किस बात से सावधान रहना चाहिए? (“मिट्टी से सावधान!” बक्स देखें।)

10 पहली बात: मूरत के अलग-अलग हिस्से अलग-अलग विश्‍व शक्‍तियों को दर्शाते हैं और हर हिस्सा किसी एक धातु से बना है, जैसे सोने या चाँदी से। लेकिन मूरत के पैर जो ब्रिटेन-अमरीकी विश्‍व शक्‍ति को दर्शाते हैं, मिट्टी और लोहे से मिलकर बने हैं। मिट्टी “इंसानों के वंशजों” यानी आम लोगों को दर्शाती है। (दानि. 2:43, फु.) आज हम साफ देख सकते हैं कि इन आम लोगों की वजह से इस विश्‍व शक्‍ति की लोहे जैसी ताकत कमज़ोर पड़ गयी है। चाहे चुनावों की बात करें या नागरिक अधिकारों के लिए लड़ने की, आंदोलन करने की या अपनी माँगे पूरी करवाने के लिए यूनियन बनाने की, इस सब में जनता का हाथ साफ देखा जा सकता है। और इस वजह से यह विश्‍व शक्‍ति जो कुछ करना चाहती है, वह नहीं कर पाती।

मिट्टी से सावधान!

दानियेल ने दर्शन में जो बड़ी मूरत देखी, उसके पैर लोहे और मिट्टी से मिलकर बने हैं। पैरों के बीच कुछ लोग नारे लगा रहे हैं और दंगे कर रहे हैं, कुछ पुलिसवाले ढाल उठाए हुए खड़े हैं, दुनिया के नेता एक-साथ खड़े हैं और संयुक्‍त राष्ट्र के सदस्य एक सम्मेलन में इकट्ठा हुए हैं।

दानियेल की भविष्यवाणी में मूरत के पैर लोहे और मिट्टी से मिलकर बने थे। मिट्टी आम लोगों को दर्शाती है। देखा जाए तो यह काफी हद तक आम लोगों पर ही निर्भर करता है कि नेता क्या फैसले लेंगे और कौन-सी नीतियाँ अपनाएँगे। (दानि. 2:41-43) कई बार जब लोगों को सरकार का कोई फैसला पसंद नहीं आता, तो वे उसके खिलाफ आवाज़ उठाते हैं या आंदोलन करते हैं। उन्हें देखकर शायद हम भी मन-ही-मन उनकी हाँ-में-हाँ मिलाने लगें। लेकिन हमें सावधान रहना चाहिए कि कहीं हम भी लोगों की देखा-देखी किसी पार्टी या नेता का पक्ष ना लेने लगें। (नीति. 4:23; 24:21) हमें याद रखना चाहिए कि सभी सरकारें शैतान की मुट्ठी में हैं और वही इस दुनिया का राजा है। (1 यूह. 5:19) परमेश्‍वर की सरकार ही सारी समस्याओं का हल कर सकती है।​—भज. 146:3-5.

11. आज ब्रिटेन-अमरीकी विश्‍व शक्‍ति राज कर रही है, इससे कैसे हमारा यकीन बढ़ता है कि अंत बहुत करीब है?

11 दूसरी बात: ब्रिटेन-अमरीकी विश्‍व शक्‍ति को मूरत के पैरों से दर्शाया गया है, यानी वह आखिरी विश्‍व शक्‍ति है। आज इसी की हुकूमत चल रही है और इसके बाद और कोई विश्‍व शक्‍ति राज नहीं करेगी। हर-मगिदोन के युद्ध में परमेश्‍वर का राज इस विश्‍व शक्‍ति को और बाकी सभी सरकारों को हमेशा-हमेशा के लिए खत्म कर देगा।c​—प्रका. 16:13, 14, 16; 19:19, 20.

12. दानियेल की भविष्यवाणी को समझने से हमें कैसे फायदा होता है?

12 इस भविष्यवाणी को समझने से हमें कैसे फायदा होता है?  दानियेल की भविष्यवाणी से हमें इस बात का सबूत मिलता है कि हम आखिरी दिनों में जी रहे हैं। आज से करीब 2,500 साल पहले दानियेल ने बताया था कि बैबिलोन के बाद चार और विश्‍व शक्‍तियाँ आएँगी जो परमेश्‍वर के लोगों पर ज़ुल्म करेंगी। उसने जो भविष्यवाणी की, उससे हम यह भी समझ सकते हैं कि ब्रिटेन-अमरीकी विश्‍व शक्‍ति आखिरी विश्‍व शक्‍ति है। इससे हमें बहुत दिलासा मिलता है और आशा मिलती है कि बहुत जल्द परमेश्‍वर का राज इंसानों की सभी सरकारों का नाश कर देगा और पूरी धरती पर हुकूमत करेगा।​—दानि. 2:44.

13. प्रकाशितवाक्य 17:9-12 में बताया गया “आठवाँ राजा” और “दस राजा” कौन हैं और इनके बारे में की गयी भविष्यवाणी कैसे पूरी हुई?

13 प्रकाशितवाक्य 17:9-12 पढ़िए। पहले विश्‍व युद्ध से बहुत तबाही मची जिस वजह से आखिरी दिनों के बारे में बाइबल में लिखी एक और भविष्यवाणी पूरी हुई। दुनिया के नेता धरती पर शांति कायम करना चाहते थे, इसलिए जनवरी 1920 में उन्होंने राष्ट्र संघ बनाया। और कुछ सालों बाद अक्टूबर 1945 में इसकी जगह संयुक्‍त राष्ट्र ने ले ली। इस संगठन को बाइबल में “आठवाँ राजा” कहा गया है। यह अपने-आप में कोई विश्‍व शक्‍ति नहीं है, बल्कि इसके पास जो भी अधिकार है, वह उसे दुनिया की सरकारों से मिलता है। बाइबल में इन सरकारों को “दस राजा” कहा गया है।

14-15. (क) प्रकाशितवाक्य 17:3-5 से हमें “महानगरी बैबिलोन” के बारे में क्या पता चलता है? (ख) आज झूठे धर्मों के साथ क्या हो रहा है?

14 प्रकाशितवाक्य 17:3-5 पढ़िए। प्रेषित यूहन्‍ना ने दर्शन में एक वेश्‍या को देखा। उसे “महानगरी बैबिलोन” कहा गया है और वह दुनिया-भर में फैले झूठे धर्मों को दर्शाती है। सदियों से झूठे धर्मों के दुनिया की सरकारों के साथ अच्छे आपसी रिश्‍ते रहे हैं और वे इन सरकारों का साथ देते आए हैं। लेकिन बहुत जल्द यहोवा ‘दस राजाओं’ यानी दुनिया की सरकारों के दिल में यह बात डालेगा कि “वे उसकी सोच पूरी करें” और झूठे धर्मों का नाश कर दें।​—प्रका. 17:1, 2, 16, 17.

15 हमें कैसे पता कि बहुत जल्द महानगरी बैबिलोन का अंत हो जाएगा? इस सवाल का जवाब जानने के लिए ज़रा पुराने ज़माने के बैबिलोन शहर के बारे में सोचिए। इस शहर के बाहर फरात नदी बहती थी, जिससे उस शहर की हिफाज़त होती थी। उसी तरह प्रकाशितवाक्य की किताब में बताया गया है कि महानगरी बैबिलोन ‘पानी की धाराओं’ से घिरी हुई है। (प्रका. 17:15) ये धाराएँ उन लाखों-करोड़ों भक्‍तों को दर्शाती हैं जो झूठे-धर्मों का साथ देते हैं। प्रकाशितवाक्य में यह भी बताया गया है कि यह ‘पानी सूख जाएगा’ यानी बहुत-से लोग झूठे धर्मों को छोड़ देंगे। (प्रका. 16:12) आज हम देख सकते हैं कि यह भविष्यवाणी पूरी हो रही है। बहुत-से लोगों का धर्मों पर से विश्‍वास उठ गया है और वे समस्याओं का हल ढूँढ़ने के लिए या मन की शांति पाने के लिए दूसरे तरीके अपना रहे हैं।

16. संयुक्‍त राष्ट्र के बनने और महानगरी बैबिलोन के नाश के बारे में की गयी भविष्यवाणियों को समझने से हमें क्या फायदा होता है?

16 इन भविष्यवाणियों को समझने से हमें कैसे फायदा होता है?  संयुक्‍त राष्ट्र बन चुका है और आज बहुत-से लोग झूठे धर्मों को छोड़ रहे हैं। यह देखकर हमें पक्का यकीन हो जाता है कि हम आखिरी दिनों में जी रहे हैं। हालाँकि झूठे धर्मों का साथ देनेवालों की गिनती कम होती जा रही है, लेकिन इस वजह से झूठे धर्मों का अंत नहीं होगा। यहोवा उनका अंत करवाएगा। जैसा हमने पहले देखा था, यहोवा ‘दस राजाओं’ यानी संयुक्‍त राष्ट्र का साथ देनेवाली सरकारों के दिल में यह बात डालेगा कि “वे उसकी सोच पूरी करें।” झूठे धर्मों का अंत अचानक होगा और यह देखकर लोग हैरान रह जाएँगे।d (प्रका. 18:8-10) महानगरी बैबिलोन का नाश दुनिया को हिलाकर रख देगा और इस वजह से शायद कई मुश्‍किलें आएँ। लेकिन परमेश्‍वर के लोग खुशी मनाएँगे। वह इसलिए कि परमेश्‍वर के इस बड़े दुश्‍मन का हमेशा के लिए नाश हो चुका होगा और हमें भरोसा होगा कि बहुत जल्द हमें इस दुष्ट दुनिया से छुटकारा मिल जाएगा!​—लूका 21:28.

भरोसा रखिए, यहोवा आपको बचाएगा!

17-18. (क) अपना विश्‍वास बढ़ाते रहने के लिए हमें क्या करना होगा? (ख) अगले लेख में हम किस बारे में चर्चा करेंगे?

17 दानियेल ने भविष्यवाणी की थी कि आखिरी दिनों में “सच्चा ज्ञान बहुत बढ़ जाएगा।” और आज हम देख सकते हैं कि ऐसा ही हो रहा है। अब हम आखिरी दिनों के बारे में की गयी भविष्यवाणियों को अच्छी तरह समझते हैं। (दानि. 12:4, 9, 10) जिस तरह बाइबल में लिखी भविष्यवाणियों की एक-एक बात पूरी हुई है, उसे देखकर हमारा दिल यहोवा के लिए विस्मय से भर जाता है और बाइबल पर हमारा यकीन बढ़ जाता है। (यशा. 46:10; 55:11) तो बाइबल का गहराई से अध्ययन कीजिए और यहोवा के साथ एक अच्छा रिश्‍ता बनाने में लोगों की मदद कीजिए। इस तरह आपका विश्‍वास बढ़ता जाएगा। यहोवा वादा करता है कि जो उस पर पूरी तरह निर्भर रहेंगे, वह उनकी हिफाज़त करेगा और ‘उन्हें हर पल शांति देगा।’​—यशा. 26:3.

18 अगले लेख में हम यहोवा के लोगों के बारे में की गयी कुछ भविष्यवाणियों पर चर्चा करेंगे जो आज पूरी हो रही हैं। इससे हमारा यकीन और भी पक्का हो जाएगा कि हम आखिरी दिनों में जी रहे हैं। हम जानेंगे कि हम कैसे कह सकते हैं कि यीशु आज हमें सही राह दिखा रहा है।

आगे बतायी भविष्यवाणियों से कैसे पता चलता है कि स्वर्ग में परमेश्‍वर का राज शुरू हो चुका है?

  • दानियेल 4:10-17

  • प्रकाशितवाक्य 6:2-8

  • दानियेल 2:28, 31-35; प्रकाशितवाक्य 17:3-5,9-12

गीत 61 बढ़ते चलो, साक्षियों!

a सदियों पहले बाइबल में परमेश्‍वर के राज के बारे में जो भविष्यवाणियाँ की गयी थीं, उनमें से कई आज हमारी आँखों के सामने पूरी हो रही हैं। स्वर्ग में परमेश्‍वर का राज शुरू हो चुका है! इस लेख में हम इसी से जुड़ी कुछ भविष्यवाणियों पर ध्यान देंगे जिससे यहोवा पर हमारा विश्‍वास बढ़ेगा। फिर हम आज और आनेवाले दिनों में घबराएँगे नहीं, बल्कि यहोवा पर पूरा भरोसा रख पाएँगे।

b खुशी से जीएँ हमेशा के लिए! किताब के पाठ 32 का मुद्दा 4 पढ़ें और jw.org पर परमेश्‍वर का राज 1914 से हुकूमत कर रहा है  वीडियो देखें।

c दानियेल की भविष्यवाणी के बारे में और जानने के लिए 15 जून, 2012 की प्रहरीदुर्ग  के पेज 14-19 पढ़ें।

d बहुत जल्द कौन-सी घटनाएँ होंगी, यह जानने के लिए परमेश्‍वर का राज हुकूमत कर रहा है!  किताब का अध्याय 21 पढ़ें।

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