शब्दों की समझ
‘परमेश्वर से मिले तोहफे’ का अच्छा इस्तेमाल कीजिए
जब हम अपने भाई-बहनों के साथ वक्त बिताते हैं तो हम सभी को बहुत हौसला मिलता है। लेकिन सिर्फ साथ होना ही काफी नहीं है। एक-दूसरे का हौसला बढ़ाने के लिए हमें कुछ और भी करना होगा। एक-दूसरे का विश्वास मज़बूत करने की काबिलीयत को बाइबल में ‘परमेश्वर की तरफ से मिला तोहफा’ कहा गया है। (रोमि. 1:11, 12, फु.) हम इस तोहफे का कैसे अच्छा इस्तेमाल कर सकते हैं?
हौसला बढ़ानेवाली बातें कीजिए। जैसे, सभाओं में हम इस तरह जवाब देने की कोशिश कर सकते हैं जिससे भाई-बहनों का ध्यान यहोवा, उसके वचन और उसके लोगों पर जाए, ना कि हम पर। भाई-बहनों से बात करते वक्त भी हम ऐसे मुद्दों पर बात कर सकते हैं जिनसे उनका हौसला बढ़े।
अपने फैसलों और कामों से दूसरों का हौसला बढ़ाइए। यह हम कैसे कर सकते हैं? कुछ भाई-बहन मुश्किलों में भी पूरे समय की सेवा करते रहने का फैसला करते हैं। वहीं कुछ ऐसे हैं जिनकी सेहत ठीक नहीं रहती या जिन्हें नौकरी की जगह इतना काम रहता है कि वे पस्त हो जाते हैं, फिर भी वे सभाओं में आते हैं। ऐसा करके हमारे ये भाई-बहन अपनी मिसाल से दूसरों का हौसला बढ़ाते हैं।
क्या आप अपनी बातों और कामों से भाई-बहनों का हौसला बढ़ाते हैं? और जब दूसरे आपको ‘परमेश्वर की तरफ से कोई तोहफा’ देते हैं, तो क्या आप उसे कबूल करते हैं?