18 मैं तुमसे सच कहता हूँ कि जैसे आकाश और पृथ्वी कभी नहीं मिटेंगे, वैसे ही कानून में लिखा छोटे-से-छोटा अक्षर या बिंदु भी बिना पूरा हुए नहीं मिटेगा, उसमें लिखी एक-एक बात पूरी होगी।+
18 मैं तुमसे सच कहता हूँ कि जैसे आकाश और पृथ्वी कभी नहीं मिटेंगे, वैसे ही कानून में लिखा छोटे-से-छोटा अक्षर या बिंदु भी बिना पूरा हुए नहीं मिटेगा, उसमें लिखी एक-एक बात पूरी होगी।+