1मैं पतरस जो यीशु मसीह का एक प्रेषित हूँ,+ उन चुने हुए लोगों के नाम यह चिट्ठी लिख रहा हूँ जो पुन्तुस, गलातिया, कप्पदूकिया,+ एशिया और बितूनिया में फैले हुए हैं और प्रवासियों की तरह रहते हैं।
1पतरस की यह चिट्ठी, जो यीशु मसीह का एक प्रेषित* है, उन सभी के नाम जो पुन्तुस, गलातिया, कप्पदूकिया, एशिया* और बितूनिया में फैले हुए हैं और ऐसे रहते हैं मानो परदेसी हों। उन सभी के नाम