नीतिवचन 29:1 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 29 बार-बार डाँट खाने पर भी जो ढीठ बना रहता है,+उसका अचानक ऐसा नाश होगा कि बचने की कोई उम्मीद न होगी।+
29 बार-बार डाँट खाने पर भी जो ढीठ बना रहता है,+उसका अचानक ऐसा नाश होगा कि बचने की कोई उम्मीद न होगी।+