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मरकुस 14:3नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
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3 बैतनिय्याह गाँव में शमौन नाम का एक आदमी था जो पहले कोढ़ी था। यीशु उसके घर पर खाने की मेज़ से टेक लगाए था। तब एक स्त्री संगमरमर की बोतल में, असली जटामाँसी का खुशबूदार तेल लेकर आयी, जो बहुत कीमती था। उस स्त्री ने संगमरमर की बोतल तोड़कर खोली और यीशु के सिर पर तेल उँडेलने लगी।
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मरकुस अध्ययन नोट—अध्याय 14पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
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वह बैतनियाह में: ज़ाहिर है कि मर 14:3-9 में बतायी घटना सूरज ढलने के बाद हुई जब नीसान 9 शुरू हुआ। इसका सुराग हमें यूहन्ना से मिलता है, जिसने कहा कि यीशु “फसह के त्योहार से छ: दिन पहले” बैतनियाह पहुँचा। (यूह 12:1) वह ज़रूर नीसान 8 शुरू होने (यानी सूरज ढलने) के समय के आस-पास पहुँच गया होगा क्योंकि वह दिन सब्त का दिन था और फिर उसके अगले दिन वह शमौन के घर खाना खाने गया।—यूह 12:2-11; कृपया अति. क7 और ख12 देखें।
शमौन . . . जो पहले कोढ़ी था: इस शमौन का ज़िक्र सिर्फ यहाँ और इसके मिलते-जुलते ब्यौरे मत 26:6 में किया गया है। शायद उसका कोढ़ यीशु ने ठीक किया था।—मत 8:2 का अध्ययन नोट और शब्दावली में “कोढ़; कोढ़ी” देखें।
एक औरत: मत 26:7 का अध्ययन नोट देखें।
खुशबूदार तेल: यूहन्ना ने बताया कि यह तेल करीब 327 ग्राम था। मरकुस और यूहन्ना के ब्यौरे में बताया गया है कि इसकी कीमत “300 दीनार से भी ज़्यादा” थी। (मर 14:5; यूह 12:3-5) यह कीमत एक आम मज़दूर की साल-भर की मज़दूरी होती थी। माना जाता है कि यह तेल खुशबूदार पौधे (नार्डोस्टैकिस जटामाँसी) से निकाला जाता था, जो हिमालय पर्वतमाला में पाया जाता है। इसमें अकसर सस्ता तेल मिलाया जाता था या नकली जटामाँसी तेल को असली बताकर बेचा जाता था। लेकिन मरकुस और यूहन्ना ने लिखा कि इस ब्यौरे में बताया तेल असली जटामाँसी का था।—शब्दावली में “जटामाँसी” देखें।
बोतल: शब्दावली में “सिलखड़ी” देखें।
यीशु के सिर पर तेल उँडेलने लगी: मत्ती और मरकुस के मुताबिक, उस औरत ने यीशु के सिर पर तेल उँडेला। (मत 26:7) सालों बाद जब यूहन्ना ने यह ब्यौरा लिखा तो उसने एक और बात कही, उस औरत ने यीशु के पैरों पर भी तेल उँडेला। (यूह 12:3) यीशु ने समझाया कि उस औरत ने प्यार की वजह से ऐसा किया और यह उसे दफनाए जाने की तैयारी को दर्शाता था।—मर 14:8 का अध्ययन नोट देखें।
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